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पूर्व IAS अधिकारी मोहिंदर सिंह ने ईडी से मांगा समय, बीमारी का हवाला देकर नहीं आए सामने

नोएडा के फ्लैट खरीदारों से ठगी के मामले में पूर्व आइएएस अधिकारी मोहिंदर सिंह ने स्वास्थ्य ठीक न होने का हवाला देकर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से तीन सप्ताह का समय मांगा है। ईडी ने उन्हें तीसरा नोटिस जारी करने की तैयारी की है। इस मामले में ईडी ने हैसिंडा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी (एचपीपीएल) के दो पूर्व निदेशकों विदुर भारद्वाज और निर्मल सिंह के बयान दर्ज किए हैं।

By Alok Mishra Edited By: Aysha Sheikh Updated: Sat, 05 Oct 2024 05:45 PM (IST)
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पूर्व IAS अधिकारी मोहिंदर सिंह ने ईडी से मांगा समय

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। नोएडा के फ्लैट खरीदारों से ठगी के मामले में पूर्व आइएएस अधिकारी मोहिंदर सिंह दूसरी बार भी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने नहीं आए। सिंह ने स्वास्थ्य ठीक न होने का हवाला देकर जांच एजेंसी से तीन सप्ताह का समय मांगा है। ईडी सोमवार को उन्हें तीसरा नोटिस जारी कर सकता है।

सूत्रों का कहना है कि नोएडा अथारिटी के पूर्व मुख्य कार्यपालक अधिकारी रहे मोहिंदर सिंह को इसी माह तीसरे सप्ताह तक बुलाए जाने की तैयारी है। इससे पूर्व उन्हें नोटिस देकर 25 सितंबर को पूछताछ के लिए बुलाया गया था।

ईडी पूर्व आइएएस के देश छोड़ने की आशंका को देखते हुए उनका पासपोर्ट जब्त कराने की कार्यवाही भी जल्द शुरू करा सकता है। मोहिंद िासिंह की पत्नी व अन्य स्वजन के अमेरिका में होने की जानकारी मिली थी। नोएडा अथारिटी के कुछ अन्य पूर्व अधिकारियों की भूमिका को लेकर भी छानबीन चल रही है।

सुरप्रीत सिंह सूरी से भी जल्द पूछताछ करेगा ईडी

ईडी ने मामले में हैसिंडा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी (एचपीपीएल) के दो पूर्व निदेशकों विदुर भारद्वाज व निर्मल सिंह के बयान दर्ज किए हैं। उनसे पूछताछ में सामने आए तथ्यों के आधार पर पूर्व आइएएस अधिकारी मोहिंदर सिंह से भी सवाल-जवाब होंगे।

ईडी एचपीपीएल के एक अन्य पूर्व निदेशक सुरप्रीत सिंह सूरी से भी जल्द पूछताछ करेगा। नोएडा अथारिटी ने लोटस-300 परियोजना के लिए एचपीपीएल के तत्कालीन प्रमोटर/निदेशक रहे निर्मल सिंह, सुरप्रीत सिंह सूरी व विदुर भारद्वाज के नाम लीज पर भूमि दी थी।

लोटस-300 परियोजना के भूमि का एक हिस्सा 236 करोड़ रुपये में दूसरे बिल्डर को बेच दिया गया था। जबकि कंपनी संचालकों ने निवेशकों से जुटाई गई रकम से 190 करोड़ रुपये दूसरी कंपनियों में डायवर्ट कर हड़प लिए थे।

कंपनी संचालकों पर लगभग 426 करोड़ रुपये की धांधली का आरोप है। मामले में ईडी ने 17 व 18 सितंबर को एचपीपीएल व क्लाउड नाइन प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के पूर्व निदेशकों व मोहिंदर सिंह समेत अन्य के ठिकानों पर छापेमारी की थी।

छापेमारी में बरामद करोड़ों रुपये की संपत्तियों के दस्तावेजों की छानबीन की जा रही है। पूर्व आइएएस अधिकारी के चंडीगढ़ स्थित आवास व लाकर से ईडी ने कई संपत्तियों के दस्तावेज बरामद किए थे। ईडी ने सवा पांच करोड़ रुपये का एक हीरा भी बरामद किया था। हीरों के लगभग 35 सर्टिफिकेट भी मिले थे।

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