पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति की 10 करोड़ की चार बेनामी संपत्तियां जब्त, आयकर विभाग की टीम ने की बड़ी कार्रवाई
आयकर विभाग ने पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति की लखनऊ स्थित चार बेनामी संपत्तियां जब्त की हैं। इन संपत्तियों की वर्तमान कीमत 10 करोड़ रुपये से अधिक है। गायत्री प्रजापति के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला भी चल रहा है। आयकर विभाग की बेनामी निषेध इकाई ने सभी संपत्तियों पर पोस्टर लगवाने के साथ ही डुगडुगी भी पिटवाई।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। आयकर विभाग ने सपा सरकार के पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति की लखनऊ स्थित चार बेनामी संपत्तियां जब्त की हैं। आयकर विभाग की बेनामी निषेध इकाई ने सभी संपत्तियों पर पोस्टर लगवाने के साथ ही डुगडुगी भी पिटवाई।
आयकर विभाग ने जो संपत्तियां जब्त की हैं। जब्त की गई संपत्तियों में गोमतीनगर के खरगापुर स्थित तीन हजार स्क्वायर फीट का प्लॉट, मोहनलालगंज के पुरसेनी गांव स्थित दो हजार स्क्वायर फीट का प्लाट व 1,014 स्क्वायर फीट में बना मकान, आशियाना में स्थित मकान शामिल है।
यह संपत्तियां गायत्री प्रजापति के करीबियों के नाम खरीदी गई थीं। जांच में सामने आया कि यह संपत्तियां गायत्री प्रजापति ने वर्ष 2018 व 2019 में जेल में रहने के दौरान खरीदी थीं, जिनकी वर्तमान कीमत 10 करोड़ रुपये से अधिक है।
समाजवादी पार्टी सरकार में हुए बहुचर्चित खनन घोटाले में आरोपित पूर्व मंत्री के विरुद्ध आय से अधिक संपत्ति की भी जांच चल रही है। खनन घोटाले की जांच ईडी कर रहा है।
हाई कोर्ट ने दी थी राहत
इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ खंडपीठ ने सितंबर में पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति को मनी लॉन्ड्रिंग केस में जमानत दी थी। कोर्ट ने कहा कि इस केस में वह आठ जनवरी, 2021 से ही जेल में हैं और अपराध के लिए जो अधिकतम सात साल का दंड हेाता है। इसका आधा से अधिक समय वह जेल में बिता चुके हैं। हालांकि, गायत्री अन्य मुकदमों के चलते अभी जेल में ही रहेंगे। यह आदेश जस्टिस सुभाश विद्यार्थी की एकल पीठ ने गायत्री की जमानत अर्जी को मंजूर करते हुए पारित किया।कोर्ट ने आगे कहा कि जिस मुख्य केस के आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग केस दर्ज किया गया था उसमें अभी भी विवेचना चल रही है। यदि ऐसे में विवेचना के बाद यदि गायत्री को क्लीन चिट मिल जाती है तो विचारण अदालत के सामने चल रही कार्यवाही बेकार हो जाएगी।
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