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दो नदियों के जुड़ने से यूपी-एमपी के 13 जिलों की चमकेगी किस्मत, सीएम योगी के आदेश पर प्रोजेक्ट पर काम शुरू

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार केन-बेतवा परियोजना को समय से पूरा करने के लिए प्रयासरत है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश पर परियोजना पर काम भी शुरू हो चुका है। इस परियोजना से हमीरपुर जिले को भी जोड़ा जाएगा। बता दें कि केन और बेतवा नदी को जोड़ने वाले इस प्रोजेक्ट से उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के 13 जिलों के किसानों को लाभ मिलेगा।

By Jagran News Edited By: Shivam Yadav Updated: Fri, 16 Aug 2024 07:14 PM (IST)
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तीन साल पहले केन-बेतवा परियोजना पर केंद्रीय कैबिनेट की मुहर लगी थी।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। कभी जल संकट का सामना करने वाले बुंदेलखंड की तस्वीर आठ साल में बदल जाएगी। इस क्षेत्र में सिंचाई और पेयजल के संकट का स्थायी समाधान करने के लिए केन-बेतवा परियोजना को समय से पूरा करने के लिए योगी सरकार विशेष प्रयास कर रही है। 

इस प्रोजेक्ट से अब उत्तर प्रदेश का हमीरपुर जिला भी जुड़ेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद प्रोजेक्ट में हमीरपुर को भी शामिल करने की योजना पर काम शुरू भी हो गया है।

10.62 लाख हेक्टेयर भूमि की होगी सिंचाई

केन-बेतवा परियोजना से उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की कुल 10.62 लाख हेक्टेयर भूमि की सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध हो सकेगा। इसके अलावा 62 लाख लोगों को पीने का पानी नसीब होगा। 

परियोजना के तहत उत्तर प्रदेश में दो बैराज और मध्य प्रदेश की नदियों पर सात बांध बनाए जाएंगे। इनसे 103 मेगावाट हाइड्रो पावर और 27 मेगावाट सोलर पावर का उत्पादन होगा। 

उत्तर प्रदेश में 21 किलोमीटर का हिस्सा

बुंदेलखंड क्षेत्र में यूपी के पांच जिले बांदा, महोबा, झांसी, हमीरपुर और ललितपुर शामिल हैं। इस परियोजना से यूपी के इन पांच जिलों को करीब 750 मिलियन क्यूसेक मीटर पानी मिलेगा। 

इन जिलों की 2.51 लाख हेक्टेयर से अधिक भूमि सिंचित होगी। केन और बेतवा को जोड़ने के लिए जो 221 मीटर लंबी लिंक चैनल बनेगी, उसका 21 किलोमीटर का हिस्सा उत्तर प्रदेश में पड़ेगा। 

परियोजना को 8 साल में पूरा करने का लक्ष्य

इस परियोजना की तीन साल पहले लागत लगभग 44,605 करोड़ रुपये थी। परियोजना का नब्बे प्रतिशत खर्च केंद्र सरकार उठाएगी और यूपी को महज पांच प्रतिशत ही खर्चा उठाना होगा। इस परियोजना को हर हाल में आठ साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। 

केन-बेतवा परियोजना से मध्य प्रदेश के पन्ना, टीकमगढ़, छत्तरपुर, सागर, दमोह, दतिया, विदिशा, शिवपुरी और उत्तर प्रदेश के बांदा, महोबा, झांसी, ललितपुर और हमीरपुर जिलों को लाभ मिलेगा। करीब तीन साल पहले केन-बेतवा परियोजना पर केंद्रीय कैबिनेट की मुहर लगी थी। 

रंग ला रहे हैं सरकार के प्रयास

बुंदेलखंड में शुद्ध पेयजल और खेतों के सिंचाई पर योगी सरकार ने कई प्रयास किये हैं। अर्जुन सहायक नहर के साथ अन्य छोटी और मझोली परियोजनाओं के पूरा होने से यहां सिंचाई क्षेत्र का रकबा बढ़ा है। 

खेत तालाब योजना से न केवल यहां के जमीन की जल धारण की क्षमता बढ़ी है, बल्कि सूखे के समय खेतों की सिंचाई और मवेशियों की प्यास भी बुझ रही है। नदी जोड़ो योजना का सपना दो दशक पहले तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने देखा था।

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