पंजाब के खन्ना में प्राचीन शिव मंदिर में शिवलिंग खंडित कर चांदी के आभूषण चोरी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस ने दिल्ली यूपी और पंजाब से गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है और उनके पास से 3.630 किलोग्राम चांदी बरामद की है। आरोपितों में से एक उत्तराखंड दो उत्तर प्रदेश और एक लखनऊ का रहने वाला है। गिरोह के एक साथी की तलाश जारी है।
जागरण संवाददाता, लखनऊ। शहर के प्राचीन शिव मंदिर में 15 अगस्त को शिवलिंग खंडित कर चांदी के आभूषण चोरी करने के मामले को पुलिस ने सुलझा लिया है। पुलिस ने इस मामले में अंतरराज्यीय गिरोह के चार सदस्यों को दिल्ली, उत्तर प्रदेश और पंजाब से गिरफ्तार कर उनसे 3.630 किलोग्राम चांदी बरामद की है। आरोपितों का एक साथी फरार है।
डीजीपी गौरव यादव ने एक्स पर पोस्ट कर इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि पकड़े गए गिरोह के सदस्य तमिलनाडु और तेलंगाना में बड़ी वारदात करने थे लेकिन इससे पहले ही इन्हें पकड़ लिया।
आरोपितों की पहचान रेशम सिंह निवासी सिद्धि झाला थाना सितारगंज जिला उधम सिंह नगर, उत्तराखंड, रवि कुमार व हनी दोनों निवासी महिंदपुर थाना नंगल जिला रोपड़, राजीव कुमार निवासी कुमारपुरम, थाना पारा, जिला लखनऊ उत्तर प्रदेश के रूप में हुई है। वहीं, मोहित निवासी उटावाल, थाना खहर, जिला अलीगढ़ उत्तरप्रदेश की तलाश में पुलिस जुटी हुई है।
इनमें से राजीव कुमार सुनार का काम करता है और वह आरोपितों से चोरी के गहने खरीदता था। सुनार ने आरोपितों के बैंक खाते में तीन लाख रुपये ट्रांसफर किए थे। पुलिस ने सभी आरोपितों के बैंक खाते भी सीज करवा दिए हैं।
खन्ना के एसएसपी अश्वनी गोत्याल ने प्रेस कान्फ्रेंस कर बताया कि मामले को सुलझाने के लिए एसपी (आइ) सौरव जिंदल की देखरेख में एक टीम बनाई गई थी।
सीसीटीवी फुटेज और अन्य वैज्ञानिक तरीकों से जांच के बाद आरोपित हाथ लगे हैं। सबसे पहले उत्तराखंड पुलिस की मदद से रेशम सिंह को दिल्ली से गिरफ्तार किया। इसके बाद रवि कुमार को चंडीगढ़ और हनी को रोपड़ से काबू किया गया। इसी तरह चोरी का सामान खरीदने वाले सुनार राजीव कुमार को लखनऊ से काबू किया है।
आरोपितों पर दर्ज हैं कई केस
रेशम सिंह के खिलाफ उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, चंडीगढ़ व लुधियाना में कुल 10 केस दर्ज हैं। रवि कुमार व राजीव कुमार के खिलाफ करीब 12 और फरार मोहित के खिलाफ भी पांच केस दर्ज हैं। केवल 19 वर्षीय हनी के खिलाफ इससे पहले कोई केस दर्ज नहीं है। यह उसकी पहली वारदात थी।
कई राज्यों में कर चुके हैं चोरी
आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि वे पंजाब, कर्नाटक, दिल्ली, चंडीगढ़ समेत कई राज्यों में धार्मिक स्थानों पर चोरी की वारदातों को अंजाम दे चुके हैं। आरोपितों ने चंडीगढ़ में एक मंदिर, दिल्ली में गुरुद्वारा साहिब और बेंगलुरु के एक साईं मंदिर को भी निशाना बनाया। चोरी से पहले वे इलाके की रेकी भी करते थे।
ये भी पढ़ें - Janmashtami 2024: चांदी के हिंडोले में बैठेंगे कान्हा, कीमत- 15 हजार तक; सिर पर चमकेगी मोरपंख की पगड़ी
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।