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यूपी में कम टैक्स वसूली मामले में चार दोषी सरकारी अधिकारियों पर गिरी गाज, जांच के आदेश

यूपी में कर राजस्व वसूली में लापरवाही बरतने वाले चार संयुक्त आयुक्तों (कारपोरेट सेल) के खिलाफ जांच के आदेश दिए गए हैं। अक्टूबर माह के लक्ष्य के मुकाबले कम वसूली के लिए उन्हें प्रथम दृष्टया दोषी माना गया है। राज्यकर गौतमबुद्धनगर की अपर आयुक्त चांदनी सिंह को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है। एक महीने में जांच पूरी कर रिपोर्ट शासन को सौंपनी होगी।

By Ashish Kumar Trivedi Edited By: Abhishek Pandey Updated: Wed, 20 Nov 2024 08:27 AM (IST)
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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (फाइल फोटो)
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। कर राजस्व वसूली में हीला-हवाली करने वाले राज्य कर के चार संयुक्त आयुक्तों (कारपोरेट सेल) के खिलाफ जांच बैठा दी गई है। अक्टूबर माह के लिए कर राजस्व लक्ष्य के सापेक्ष कम वसूली के लिए प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने पर चारों संयुक्त आयुक्तों के विरुद्ध विभागीय अनुशासनिक कार्रवाई होगी। आरोपों की जांच के लिए राज्यकर गौतमबुद्धनगर की अपर आयुक्त चांदनी सिंह को जांच अधिकारी बनाया गया है।

जांच अधिकारी को एक माह में जांच पूरी कर शासन को रिपोर्ट उपलब्ध करानी होगी। जांच रिपोर्ट में दोषी पाए जाने पर संबंधित संयुक्त आयुक्तों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

जांच के आदेश जारी

राज्य कर के प्रमुख सचिव एम देवराज ने कर राजस्व की समीक्षा में लक्ष्य से काफी कम राजस्व वाले सर्किल के संयुक्त आयुक्तों को प्रथम दृष्टया दोषी मानते हुए उनके खिलाफ जांच कराए जाने संबंधी आदेश मंगलवार को जारी किए।

जिनके खिलाफ जांच के आदेश दिए गए हैं उनमें गाजियाबाद जोन दो के संयुक्त आयुक्त (कारपोरेट सेल) दीप रतन चौधरी, वाराणसी जोन प्रथम के संयुक्त आयुक्त (कारपोरेट सेल) शलभ शर्मा, आगरा के संयुक्त आयुक्त (कारपोरेट सेल) राजेश कुमार टंडन और ग्रेटर नोएडा के संयुक्त आयुक्त (कारपोरेट सेल) अनिल कुमार तृतीय शामिल हैं। उप्र सरकारी सेवक (अनुशासन एवं अपील) नियमावली के नियम-सात के तहत संबंधित अधिकारियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू की गई है।

सिपाही भर्ती पेपर लीक के दो आरोपितों से ईडी कर रहा पूछताछ

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सिपाही भर्ती व आरओ-एआरओ (समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी) परीक्षा के पेपर लीक कराने वाले गिरोह के मास्टर माइंड रहे रवि अत्री व सुभाष प्रकाश से नए सिरे से पूछताछ शुरू की है। ईडी ने मेरठ जेल में बंद रवि व प्रयागराज जेल में बंद सुभाष को अपने केस में भी गिरफ्तार किया है। दोनों को लखनऊ स्थित विशेष अदालत में पेश किया गया। कोर्ट ने दोनों की सात दिनों की पुलिस रिमांड स्वीकृत की है। इससे पूर्व पेपर लीक मामले में एसटीएफ ने दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।

ईडी अब दोनों से पेपर लीक कराने वाले गिरोह के अन्य सक्रिय सदस्यों तक पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है। काली कमाई से जुटाई गई संपत्तियों के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है। ईडी ने छह अगस्त को दोनों परीक्षाओं का पेपर लीक कराने में शामिल रहे मुख्य आरोपित राजीव नयन मिश्रा व सुभाष प्रकाश की 1.02 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की थीं। प्रयागराज निवासी राजीव नयन व अन्य दो आरोपितों से मेरठ जेल में पूछताछ भी की गई थी। 

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