UPSC Free Coaching: यूपी में 700 प्रतिभाशाली छात्रों को मिलेगा फ्री कोचिंग का मौका, सरकार उठाएगी पूरा खर्च
यूपी सरकार की मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के तहत 700 प्रतिभाशाली छात्रों को मुफ्त कोचिंग का मौका मिलेगा। इस योजना का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में मदद करना है। छात्रों को संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) मेडिकल इंजीनियरिंग जैसी महत्वपूर्ण प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए निशुल्क कोचिंग दी जाएगी।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। ऐसे गरीब और प्रतिभाशाली छात्र जो प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए महंगी कोचिंग का खर्च वहन नहीं कर सकते, उनके लिए मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना एक बड़ी उम्मीद बनकर सामने आई है। इस योजना के तहत, छात्रों को निशुल्क कोचिंग की सुविधा दी जाती है, जिससे उन्हें संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) , उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) , मेडिकल, इंजीनियरिंग जैसी महत्वपूर्ण प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने का अवसर मिलता है। अब तक इस योजना के अंतर्गत 700 छात्रों का चयन विभिन्न परीक्षाओं में हो चुका है।
इस योजना की शुरुआत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में की गई थी, ताकि आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी से वंचित न रहना पड़े। 2021 में शुरू हुई इस योजना का उद्देश्य प्रदेश के उन छात्रों की सहायता करना है जो आर्थिक रूप से कोचिंग का खर्च नहीं उठा सकते। अभी तक 82,209 छात्र इस योजना का लाभ उठा चुके हैं।
कितने कोचिंग सेंटर संचालित ?
वर्तमान समय में राज्यभर में 156 कोचिंग सेंटर संचालित हो रहे हैं, जो छात्रों को मुफ्त में उच्च गुणवत्ता की कोचिंग प्रदान कर रहे हैं। इन सभी कोचिंग सेंटरों की निगरानी लखनऊ स्थित अभ्युदय सचिवालय से की जा रही है। यहां से प्रतिदिन कोचिंग संचालन की निगरानी और देखरेख की जाती है। लखनऊ में सबसे ज्यादा 11 कोचिंग सेंटर हैं, जबकि अन्य जिलों में भी सेंटर तेजी से काम कर रहे हैं। उदाहरण के लिए, कौशांबी में छह, गोरखपुर में पांच, वाराणसी और बहराइच में चार-चार कोचिंग सेंटर संचालित हो रहे हैं।
हर साल बढ़ रहा छात्रों के पंजीकरण का आंकड़ा
समाज कल्याण निदेशक कुमार प्रशांत के अनुसार, मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के तहत हर साल छात्रों में इस निशुल्क कोचिंग के प्रति रुचि बढ़ती जा रही है। वर्ष 2021 - 22 में 6,000 छात्रों ने पंजीकरण कराया था, वहीं 2022-23 में यह संख्या बढ़कर 25,380 हो गई। 2023-24 में 27,634 छात्रों ने पंजीकरण कराया और वर्तमान सत्र 2024-25 में अभी तक 23,195 छात्र पंजीकरण कर चुके हैं।
इस आंकड़े से स्पष्ट है कि योजना छात्रों के बीच कितनी लोकप्रिय हो रही है, और इसका लाभ निरंतर बढ़ता जा रहा है। मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना ने आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को न केवल शिक्षा का साधन प्रदान किया है, बल्कि उनके सपनों को साकार करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।