Move to Jagran APP

उत्तर प्रदेश में उफान पर गंगा और यमुना, खतरे का निशान पार; राहत शिविरों में पहुंचे हजारों परिवार

उत्तर प्रदेश में गंगा और यमुना में उफान जारी है। प्रयागराज में गंगा पहले से ही खतरे के निशान के ऊपर बह रहीं थीं रविवार रात यमुना भी खतरे का निशान पार कर गईं। वाराणसी में भी गंगा खतरे के निशान से ऊपर हैं।

By Umesh TiwariEdited By: Updated: Tue, 10 Aug 2021 08:09 AM (IST)
Hero Image
प्रयागराज में किले की दीवार तक बाढ़ का पानी पहुंच गया है।
लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश में गंगा और यमुना में उफान जारी है। प्रयागराज में गंगा पहले से ही खतरे के निशान के ऊपर बह रहीं थीं, रविवार रात यमुना भी खतरे का निशान पार कर गईं। वाराणसी में भी गंगा खतरे के निशान से ऊपर हैं। कानपुर में यमुना में उफान है, जबकि गंगा, बेतवा और चंबल स्थिर हैं। गंगा और यमुना की बाढ़ में ग्रामीण क्षेत्रों के साथ ही शहरी आबादी भी प्रभावित हुई है। प्रभावित लोगों को राहत शिविरों में ठहराया गया है।

प्रयागराज में बाढ़ की विभीषिका विकराल हो चली है। आधी रात यमुना भी खतरे का निशान पार कर गई। गंगा का जलस्तर रविवार शाम सात बजे ही खतरे का निशान (84.73 मीटर) पार कर गया था। शहरी में बड़ी आबादी बाढ़ की चपेट में आ गई है। करीब 12 हजार मकान पानी से घिर गए हैं। बीते बुधवार को राजस्थान के धौलपुर बैराज और मध्य प्रदेश के माताटीला बैराज से छोड़ा गया पानी यहां आफत बन चला है।

सिंचाई विभाग बाढ़ प्रखंड के अधिकारियों का कहना है कि सहायक नदियों से आया यमुना का पानी संगमनगरी में बैक फ्लो कर रहा है। इससे गंगा का जलस्तर भी बढ़ा है। सोमवार शाम छह बजे फाफामऊ में गंगा का जलस्तर 85.31 मीटर था और छतनाग में 84.55 मीटर। इसी समय नैनी में यमुना का जलस्तर 85.18 मीटर रिकार्ड हुआ। करीब तीन हजार लोगों को बाढ़ राहत शिविरों में ठहराया गया है। राजस्थान व मध्य प्रदेश में बारिश जारी है, इसलिए लगातार पानी आ रहा है। अगले दो-चार दिनों तक जलस्तर बढ़ते रहने के आसार हैं। टोंस नदी में भी उफान ने चिंता बढ़ा दी है।

कानपुर में यमुना, केन और उफना गई हैं। वहीं सोमवार को बेतवा चंबल और गंगा में पानी घटने लगा है। फतेहपुर में यमुना में अभी भी बाढ़ का पानी नए इलाकों में प्रवेश कर रहा है। सड़क पर पानी आने के कारण कानपुर-बांदा मार्ग बीते दिनों बंद कर दिया गया। बांदा में केन व यमुना में आए उफान के बाद पैलानी तहसील क्षेत्र के दो दर्जन से ज्यादा गांव पानी के घिर गए हैं।

केंद्रीय जल आयोग के अनुसार भूरागढ़ में केन का जलस्तर 102.70 मीटर व के चिल्ला घाट में यमुना का जलस्तर 102.44 मीटर दर्ज किया गया है। यहां 24 घंटे में 23.6 मिमी. बारिश रिकार्ड की गई। चित्रकूट में राजापुर-कमासिन बांदा मार्ग जलमग्न होने से आवागमन ठप हो गया है। इटावा में यमुना व चंबल का जलस्तर घटना शुरू हो गया है।

आज हमीरपुर और जालौन में बाढ़ का जायजा लेंगे योगी : हमीरपुर और जालौन के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे। दोनों जिलों का हवाई सर्वेक्षण करने के साथ ही योगी वहां बाढ़ राहत केंद्र का निरीक्षण, प्रभावित लोगों से वार्ता कर राहत सामग्री वितरित करेंगे। साथ ही जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के साथ बैठक कर बाढ़ राहत कार्यों की समीक्षा करेंगे।

यह भी पढ़ें : हवाई निरीक्षण कर सीएम ने जाना औरैया-इटावा का हाल, जनहानि पर चार लाख रुपये देने का ऐलान

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।