सपा के 'PDA' की पहली परीक्षा होगी घोसी विधानसभा का उपचुनाव, अखिलेश ने सुधाकर सिंह पर लगाया दांव
सपा ने दो बार के विधायक सुधाकर सिंह का टिकट दिया है। उन्होंने वर्ष 1996 में नत्थूपुर से चुनाव जीता था। बाद में नत्थूपुर विधानसभा ही घोसी हो गई। वर्ष 2012 में सुधाकर घोसी से फिर चुनाव जीते थे। इस सीट पर पिछड़े दलित व अल्पसंख्यक तीनों की ही संख्या अच्छी खासी है। इसलिए सपा के पीडीए की पहली परीक्षा यहां हो जाएगी।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ : लोकसभा चुनाव से पहले हो रहे घोसी विधानसभा के उपचुनाव में समाजवादी पार्टी के 'पीडीए' (PDA) की भी पहली परीक्षा होगी। सपा इस सीट को किसी भी कीमत पर गंवाना नहीं चाहती है। यही वजह है कि सपा ने इस सीट से दो बार के विधायक रहे सुधाकर सिंह पर दांव लगाया है।
दारा सिंह चौहान के इस्तीफा देने से रिक्त हुई घोसी विधानसभा सीट पर उपचुनाव हो रहे हैं। सपा छोड़कर भाजपा में घर वापसी करने वाले दारा सिंह चौहान को पार्टी ने उपचुनाव में टिकट दिया है।
वर्ष 2017 में भाजपा के टिकट से मधुबन विधानसभा सीट से चुनाव जीतने वाले दारा सिंह ने वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले सपा में आ गए थे। उन्होंने मधुबन के बजाय घोसी से चुनाव लड़कर जीता था।
सपा ने दो बार के विधायक सुधाकर सिंह को टिकट दिया है। उन्होंने वर्ष 1996 में नत्थूपुर से चुनाव जीता था। बाद में नत्थूपुर विधानसभा ही घोसी हो गई। वर्ष 2012 में सुधाकर घोसी से फिर चुनाव जीते थे। इस सीट पर पिछड़े, दलित व अल्पसंख्यक तीनों की ही संख्या अच्छी खासी है। इसलिए सपा के पीडीए की पहली परीक्षा यहां हो जाएगी। यदि नतीजे उसके पक्ष में आते हैं तो अखिलेश की रणनीति पर मुहर लग जाएगी।