Gorakhnath Temple Attack: आतंकी संगठन IS से जुड़ा गोरखनाथ मंदिर का हमलावर अब्बासी, लैपटाप से मिले सीरिया के वीडियो
Gorakhnath Temple Attack News एटीएस और एसटीएफ को मुर्तजा के लैपटाप से आतंकी संगठन आइएस से संबंधित कुछ वीडियो और साहित्य बरामद हुआ है। जांच एजेंसियां यह जानकारी जुटा रही हैं कि इसके पास सिर्फ वीडियो हैं या वाकई इसके तार आइएस या किसी आतंकी संगठन से जुड़े हैं।
By Umesh TiwariEdited By: Updated: Tue, 05 Apr 2022 07:11 PM (IST)
लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। गोरखपुर के प्रतिष्ठित गोरखनाथ मंदिर परिसर में रविवार को हुई घटना ने सनसनी फैला दी है। अब तक सामने आए तथ्य इशारा कर रहे हैं कि यह घटना आतंकी साजिश का हिस्सा हो सकती है। आइआइटी बाम्बे से केमिकल इंजीनियरिंग कर चुका हमलावर अहमद मुर्तजा अब्बासी आतंकी संगठन आइएस से जुड़ा हो सकता है।
सूत्रों के मुताबिक, जांच में लगाई गई यूपी एटीएस और एसटीएफ को उसके लैपटाप से आइएस और सीरिया से जुड़े कुछ वीडियो व साहित्य मिला है। अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने भी कहा है कि इसके आतंकी घटना होने से इन्कार नहीं किया जा सकता। हर बिंदु की जांच कराई जा रही है।
गोरखनाथ मंदिर नाथ संप्रदाय की सर्वोच्च पीठ होने के साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का निवास स्थान भी है। ऐसे में घटना की गंभीरता कहीं अधिक बढ़ गई है। इसी बीच देर शाम सूत्रों ने बताया कि जांच में जुटी एटीएस और एसटीएफ को मुर्तजा के लैपटाप से आतंकी संगठन आइएस से संबंधित कुछ वीडियो और साहित्य बरामद हुआ है। अब जांच एजेंसियां यह जानकारी जुटा रही हैं कि इसके पास सिर्फ वीडियो हैं या वाकई इसके तार आइएस या किसी आतंकी संगठन से जुड़े हैं।
इससे पहले अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी और एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने गोरखपुर की घटना को लेकर लोकभवन में सोमवार को संयुक्त प्रेसवार्ता की। उनका कहना था कि गोरखनाथ मंदिर में सुरक्षाकर्मियों पर किया गया हमला गंभीर साजिश का हिस्सा है।उपलब्ध तथ्यों के आधार पर कहा जा सकता है कि यह आतंकी घटना है। हमलावर व्यक्ति आतंकी घटना को अंजाम देने की बदनीयती से मंदिर परिसर में घुसने का प्रयास कर रहा था, जिसे पीएसी और पुलिस के जवानों ने साहसिक तरीके से विफल कर दिया।
माना जा रहा है कि वह अंदर प्रवेश कर जाता तो वहां मौजूद श्रद्धालुओं को भारी क्षति पहुंचा सकता था। वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि हमला करने वाला अहमद मुर्तजा अब्बासी गोरखपुर का ही निवासी है और उसके पास से लैपटाप, मोबाइल सहित कई वस्तुएं बरामद की गई हैं।मुर्तजा की ट्रैवल हिस्ट्री से लेकर सभी पहलुओं की जांच की जा रही है। स्थानीय पुलिस के साथ ही जांच संयुक्त रूप से यूपी एटीएस और यूपी एसटीएफ को सौंपी गई है। दोनों एजेंसियों के एडीजी गोरखपुर भेज दिए गए हैं। वह इन तथ्यों की भी पड़ताल करेंगे कि कहीं मुर्तजा का अंतरराष्ट्रीय संबंध तो नहीं है।
...तो क्या लोन वोल्फ अटैक की फिराक में था अब्बासी : सूत्रों ने बताया कि हमलावर अब्बासी के मोबाइल से कई फतवे मिले हैं। यह भी पता चला है कि वह हथियार चलाने और लोन वोल्फ अटैक के तौर-तरीके इंटरनेट पर खोजता था। लोन वोल्फ अटैक से आशय ऐसे हमले से है, जो कि आतंकी अकेले करते हैं। वह छोटे से हथियार से अकेले ही कई लोगों की जान लेकर दहशत फैलाना चाहते हैं। उल्लेखनीय है कि अहमद अब्बासी मुर्तजा ने भी अकेले ही धारदार हथियार से हमला किया था।
मुंबई जाकर मुर्तजा की जानकारी जुटाएगी टीम : एटीएस और एसटीएफ के हाथ में जांच आते ही एक टीम मुंबई भी भेजी जा रही है। आइआइटी बाम्बे में पढ़ाई के दौरान और बाद में वह जहां रहा, वहां पहुंचकर टीम हमलावर के बारे में जानकारी जुटाएगी। वहां उसके संपर्क में रहे लोगों से पूछा जाएगा कि उसकी गतिविधियां कैसी थीं। वह किन संस्थाओं या संगठनों के संपर्क में था। वह कहां-कहां जाता था। जांच एजेंसियों को उम्मीद है कि मुंबई से मुर्तजा के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां मिल सकती हैं। संदेह इसलिए भी गहरा रहा है, क्योंकि उसने हमले के दौरान मजहबी नारा लगाया। इससे माना जा रहा है कि वह किसी जिहादी मिशन से जुड़ा हो सकता है।
जांबाज जवानों को पांच लाख का पुरस्कार : अपर मुख्य सचिव गृह ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हमले को नाकाम करने वाले जांबाज जवानों को पांच लाख रुपये पुरस्कार देने की घोषणा की है। यह पुरस्कार घटना में घायल हुए पीएसी कांस्टेबल गोपाल गौड़ और अनिल पासवान के साथ ही पुलिस कांस्टेबल अनुराग राजपूत को दिया जाएगा।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।