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यूपी में 125 टीबी रोगियों को गोद लेंगे सरकारी अधिकारी; टीबी मुक्त भारत बनाने के लिए पहल

उत्तर प्रदेश में 125 टीबी रोगियों को सरकारी अधिकारी गोद लेंगे। उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के निर्देश पर यह पहल की गई है। टीबी रोगियों को पौष्टिक आहार और उनके उपचार की देखरेख के लिए निक्षय पोटली का वितरण किया जाएगा। उत्तर प्रदेश टीबी मुक्त भारत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। मदद के लिए 39151 निक्षय मित्र बनाए गए हैं।

By Ashish Kumar Trivedi Edited By: Aysha Sheikh Updated: Thu, 19 Sep 2024 08:45 PM (IST)
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उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक - फाइल फोटो ।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। चिकित्सा शिक्षा व स्वास्थ्य सहित विभिन्न विभागों के सरकारी विभागों के अधिकारी 125 टीबी रोगियों को गोद लेंगे। शनिवार को संजय गांधी पीजीआइ में आयोजित कार्यक्रम में निक्षय पोटली का इन्हें वितरण किया जाएगा। उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के निर्देश पर टीबी रोगियों को पौष्टिक आहार व उनके उपचार की देखरेख के लिए यह पहल की गई है। टीबी मुक्त भारत बनाने में उत्तर प्रदेश भी आगे बढ़कर अपना योगदान दे रहा है।

बीते वर्षों में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की पहल पर विभिन्न विश्वविद्यालयों, सामाजिक संस्थाओं व सरकारी विभागों के अधिकारियों ने टीबी रोगियों को गोद लेकर इसके उन्मूलन में सहयोग दे रहे हैं। इसी कड़ी में अब 125 टीबी रोगियों को गोद लिया जा रहा है।

प्रमुख सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य पार्थ सारथी सेन शर्मा के मुताबिक टीबी मुक्त भारत के लिए सर्वाधिक आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश को टीबी मुक्त किया जाना जरूरी है। ऐसे में इस कार्य में सरकार के साथ-साथ सामाजिक संस्थाओं और लोगों की भी मदद बहुत जरूरी है।

टीबी मरीजों को सरकार की ओर से हर महीने 500 रुपये पोषण सहायता राशि उनके खाते में भेजी जा रही है। प्रदेश में 3,30,985 टीबी मरीज हैं। वहीं इनकी मदद के लिए 39,151 निक्षय मित्र बनाए गए हैं।

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