Move to Jagran APP

लखनऊ में एक ही परिवार के तीन लोगों ने खाया जहर, पिता-पुत्री के बाद मां की भी मौत

Lucknow Crime News लखनऊ के जानकीपुरम इलाके में एक ही परिवार के तीन सदस्यों ने जहर खा लिया। पिता और पुत्री की मौत हो गई। जबकि मां की हालत गंभीर बनी हुई है। मां को ट्रामा सेंटर भर्ती कराया गया जहां उनकी भी मौत हो गई।

By Vikas MishraEdited By: Updated: Wed, 27 Jul 2022 03:53 PM (IST)
Hero Image
पुलिस के शीर्ष अधिकारी घटना स्थल पर पहुंच गए हैं।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। भूमाफियाओं की प्रताड़ना से त्रस्त होकर जानकीपुरम के सुलतानपुर गांव में रहने वाले 45 वर्षीय जूनियर इंजीनियर शैलेंद्र कुमार ने बुधवार 40 वर्षीय पत्नी गीता और 17 वर्षीय बेटी प्राची संग बुधवार सुबह जहर खा लिया। हालत गंभीर होने पर पड़ोसी उन्हें ट्रामा सेंटर लेकर पहुंचे। जहां तीनों की मौत हो गई।

पुलिस का दावा है कि शैलेंद्र के कमरे से पुलिस को एक सुसाइडनोट मिला है। जिसमें उन्होंने चार लोगों की प्रताड़ना से त्रस्त होकर परिवार संग आत्महत्या करने की बात कही है। शैलेंद्र ने आरोपितों पर बेसकीमती प्लाट और लोन दिलाने के नाम पर 65 लाख रुपये हड़पने, गाली-गलौज और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया है।

एसीपी अलीगंज विजय राज सिंह के मुताबिक नलकूप विभाग के जेई शैलेंद्र कुमार मूल रूप से इटौंजा के असनहा गांव के रहने वाले थे। यहां सुलतानपुर गांव में पत्नी और बेटी के साथ रहते थे। बुधवार सुबह शैलेंद्र ने अपने दोस्त जेपी को फोन कर कहा कि अब सब कुछ खत्म हो गया है। आज उनका अंतिम दिन है। इसके बाद फोन काट दिया। इसके बाद जेपी शैलेंद्र को फोन मिलाते रहे पर फोन रिसीव नहीं हुआ।

जेपी ने आनन फानन शैलेंद्र के पड़ोसी और पुलिस को फोन कर सूचना दी। पुलिस और पड़ोसी जबतक पहुंचे तीनों की हालत बिगड़ चुकी थी। उन्हें ट्रामा सेंटर ले जाया गया। ट्रामा में डाक्टरों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया। घटना की जानकारी मिलते ही इंस्पेक्टर जानकीपुरम छत्रपाल सिंह, एडीसीपी उत्तरी अनिल कुमार यादव, फोरेंसिक टीम से डाक्टर आनंद कुमार पहुंचे। घटना स्थल का निरीक्षण किया। मौके से छह कीटनाशक (जहर की पुड़िया) मिलीं उन्हें कब्जे में ले लिया गया।

फोरेंसिक एक्सपर्ट ने सैंपल जुटाए। मौके पर उल्टी पड़ी हुई थी। एसीपी ने बताया कि शैलेंद्र के कमरे से एक सुसाइड नोट मिला है। जिसमें उन्होंने मोबीन खान, शैलेंद्र कुमार श्रीवास्तव, नरेंद्र कुमार और संतोष कुमार को मौत का जिम्मेदार ठहराया है। एसीपी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। चारों आरोपितों की तलाश में दबिश दी जा रही है। शैलेंद्र का एक बेटा प्रशांत है। वह इंदौर स्थित एक क्रिकेट एकेडमी में प्रैक्टिस करता है। इसके अलावा गांव में एक छोटा भाई सत्येंद्र कुमार है। सत्येंद्र बाल विभाग पुष्टाहार विभाग में बाबू हैं।

खिचड़ी में जहरीला पदार्थ मिलाकर खिलाया, जीने के नीचे फेंके जहर के पाउच : कमरे में एक कुकर में खिचड़ी बनी रखी थी। एक कटोरी और दो प्लेट में भी थोड़ी-थोड़ी खिचड़ी थी। जो तीनों ने खाई थी। फोरेंसिक एक्सपर्ट के मुताबिक शैलेंद्र ने खिचड़ी में जहर मिलाकर सबको खिलाया था। इसके बाद कमरे में उन्हें उल्टी भी हुई है। उल्टी से जहर की गंध आ रही थी। आशंका है कि शैलेंद्र ने बिना किसी की जानकारी के सबको चुपके से जहर खिलाया है। क्योंकि जहर के पांच से छह खाली पाउच जीने के नीचे कूड़ेदान के पास मिले हैं। जहर के पाउच कमरे में नहीं मिले हैं।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।