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Independence Day: राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का लखनऊ से था खास नाता, चारबाग से चिनहट तक दिखती है छाप

Independence Day 2024 वर्ष 1916 से 1939 के दरम्यान राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का लखनऊ आना होता रहता था। मार्च 1936 में गोखले मार्ग पर एक पौधा रोपित किया था जो आज विशाल वृक्ष बन गया है। 28 सितंबर 1929 को गांधीजी ने चिनहट में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की आधारशिला रखी थी। आजादी के आंदोलन में महात्मा गांधी का लखनऊ का खासा नाता रहा था।

By Govind MishraEdited By: Riya Pandey Updated: Tue, 13 Aug 2024 05:22 PM (IST)
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उत्तर प्रदेश की राजधानी से बापू का रहा था खास नाता

जागरण संवाददाता, लखनऊ। Independence Day 2024: स्वतंत्रता संग्राम... राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और अपना लखनऊ.... आजादी के आंदोलन में महात्मा गांधी का लखनऊ का खासा नाता रहा था।

वह कई बार लखनऊ आए और स्वाधीनता संग्राम आंदोलन में तो लखनऊवासियों में जोश भर गए थे। इतना ही नहीं, लखनवी होने का मलतब भी समझा गए थे। वर्ष 1936 में गांधीजी 28 मार्च से 12 अप्रैल तक रुके थे।

राष्ट्रपिता ने लखनऊ में शिक्षा व स्वास्थ्य सेवाओं पर भी दिया ध्यान

वर्ष 1916 से 1939 के दरम्यान गांधीजी का लखनऊ आना होता रहा था। उन्होंने लखनऊ में शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं पर भी ध्यान दिया।

17 अक्टूबर 1925 को अपने तीन घंटे प्रवास पर लखनऊ पहुंचे गांधीजी ने नगरपालिका (अब नगर निगम) का अभिनंदन पत्र स्वीकार किया था और त्रिलोकनाथ हाल में सार्वजनिक सभा को संबोधित किया गया था। उस वक्त गांधीजी के साथ मोतीलाल नेहरू, पंडित जवाहर लाल नेहरू और सै. महमूद भी थे।

आज भी गांधीजी के यहां आने की याद ताजा कर देता है शिलापट

इस सार्वजनिक सभा में गांधीजी ने कहा था लखनवी उर्दू या संस्कृत निष्ट हिंदी नहीं हो सकती है, हिंदुस्तानी हो सकती है। नगर निगम मुख्यालय के बाहर लगा एक शिलापट आज भी गांधीजी के यहां आने की याद ताजा कर देता है।

गांधीजी ने चुटकी भंडार स्कूल की रखी थी नींव

हुसैनगंज के चुटकी भंडार स्कूल की नींव भी गांधीजी ने ही रखी थी। स्कूल निर्माण के लिए वर्ष 1921 में गांधीजी के आह्वान पर तिलक स्वराज फंड के लिए चंदा इक्कठा करने की जिम्मेदारियां महिलाओं को सौंपी गई थी। ये महिलाएं खाना बनाने के समय चंदे वाली हांडी में चुटकी भर आटा रोज एकत्र करती थीं।

आटा को बेचकर 64 रुपये चार आना जमा किया गया था। इस रकम से आठ अगस्त 1921 को नागपंचमी के दिन चुटकी भंडार स्कूल की नींव रखी गई थी।

1936 में रोपा पौधा आज बन गया विशाल वृक्ष

वर्ष 1926 में महात्मा गांधी के अलावा जवाहर लाल नेहरू, पंडित मदन मोहन मालवीय, सरोजनी नायडू ने स्वतंत्रता सेनानियों के साथ बैठक कर रणनीति बनाई थी। मार्च 1936 में गोखले मार्ग पर एक पौधा रोपित किया था, जो आज विशाल वृक्ष बन गया है।

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28 सितंबर 1929 को गांधीजी ने चिनहट में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की आधारशिला रखी थी। इससे पहले भी वह चिनहट आ चुके थे और वर्ष 1920 में एक पूर्व माध्यमिक विद्यालय की आधारशिला रखी थी।

इन दिनों भी थे गांधीजी

  • 26 दिसंबर 1916 को चारबाग स्टेशन पर आयोजित मीटिंग में नेहरू के साथ संबोधित किया था।
  • 31 दिसंबर 1931 को मुस्लिम लीग सम्मेलन में हिस्सा लिया।
  • स्वतंत्रता आंदोलन के लिए लोगों को जागृत करने के लिए 11 मार्च 1919, 15 अक्टूबर 1920, 26 फरवरी 1921, आठ अगस्त 1921, 17 अक्टूबर 1925, 27 अक्टूबर 1929 को भी लखनऊ आए थे।

स्कूल को मिल गई नई शक्ल

चिनहट का स्कूल संवर चुका है। इस स्कूल की आधारशिला भी वर्ष 1920 में बापू ने की थी। चिनहट में बना यह स्कूल समय के साथ खंडहर हो गया था। खास बात यह है कि चिनहट में शिक्षा की लौ लेकर तब गांधी यहां पहुंचे थे, जब यह इलाका जंगल से जुड़ा था।

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