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कोविड के दौरान बंद की गई भारत-नेपाल सीमा खुली, पर्यटन मंत्री ने कहा- इससे दोनों देशों को मिलेगा लाभ

भारत-नेपाल सीमा पर्यटकों के लिए खुल गई है जिससे दुधवा राष्ट्रीय उद्यान में पर्यटकों की संख्या बढ़ने की उम्मीद है। इस सीमा के खुलने से पर्यटक भारत और नेपाल के पर्यटन स्थलों का आसानी से भ्रमण कर सकेंगे जिससे दोनों देशों को लाभ होगा। साथ ही इससे दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और आर्थिक संबंधों को भी मजबूती मिलेगी ।

By Manoj Kumar Tripathi Edited By: Aysha Sheikh Updated: Tue, 10 Sep 2024 08:12 PM (IST)
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कोविड के दौरान बंद की गई भारत-नेपाल सीमा खुली - प्रतीकात्मक तस्वीर।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। कोविड-19 के दौरान बंद की गई भारत-नेपाल अंतरराष्ट्रीय सीमा को पर्यटकों व श्रृद्धालुओं के लिए खोल दिया गया है। इस संबंध में पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि सीमा खुलने से पर्यटक भारत व नेपाल के पर्यटन स्थलों का आसानी से भ्रमण कर सकेंगे, इससे दोनों देशों को लाभ मिलेगा। साथ ही दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और आर्थिक संबंधों को मजबूती मिलेगी।

उन्होंने बताया कि भारत नेपाल के बीच स्थित धनगढ़ी और गौरीफंटा क्रासिंग दो वर्षों से बंद थी। गौरीफंटा-धनगढ़ी सीमा मार्ग विभिन्न परिदृश्यों तथा विविध वन्य जीवन तक सीधी पहुंच प्रदान करता है। इसके खोले जाने से लखीमपुर में स्थित दुधवा राष्ट्रीय उद्यान में पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी।

उन्होंने बताया कि भारत की ओर से नेपाल जाने के इच्छुक पर्यटकों को बर्दिया राष्ट्रीय उद्यान आकर्षित करता है। वहीं शुक्ला फांटा राष्ट्रीय पार्क जैव विविधता का जीता-जागता उदाहरण है। यह एशिया का दूसरा सबसे बड़ा घास का मैदान है।

वहीं, नेपाल में स्थित चितवन राष्ट्रीय उद्यान तक भारत के रास्ते पर्यटकों को जाने में आसानी रहेगी। यूनेस्को ने इसे विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता दी है। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय सीमा के खुलने से बौद्ध पर्यटन स्थलों तक पर्यटक आसानी से पहुंच सकेंगे।

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