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इंडिगो एयरलाइंस के विमान ने हवा में खाए तीन गोते, यात्रियों की सांसें अटकी; खुले लगेज बॉक्स

इंडिगो एयरलाइंस के विमान ने लखनऊ में लैंडिंग से पहले तीन बार जोरदार गोते खाए जिससे यात्रियों में दहशत फैल गई। लगेज बॉक्स खुल गए और उसमें रखा सामान लटकने लगा। यात्रियों का आरोप है कि इतना सबकुछ होने के बाद भी एयरलाइंस के किसी अधिकारी ने उनसे संपर्क नहीं किया। बता दें विमान अमृतसर से लखनऊ आ रहा था।

By Jagran News Edited By: Abhishek Pandey Updated: Tue, 08 Oct 2024 08:00 AM (IST)
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प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर
जागरण संवाददाता, लखनऊ। सबकुछ ठीक चल रहा था। विमान की लखनऊ में लैंडिंग की तैयारी चल रही थी। एयर होस्टेस ने जैसे ही इसकी उद्घोषणा शुरू की, वैसे ही विमान डगमगा गया। तीन बार गोते खाया। लगेज बाक्स खुल गए। उसमें रखे बैग व अन्य सामान लटकने लगे। सभी बहुत घबरा गए।

मेरी तो तबीयत ही खराब हो गई। विमान की लैंडिंग के बाद भी इंडिगो एयरलाइंस के अधिकारियों ने हमारा हाल तक नहीं पूछा। एयर होस्टेस भी चली गईं। बहुत ही खतरनाक मंजर था। भगवान का शुक्र है कि कोई हादसा नहीं हुआ और हमारी जान बच गई...।

लखनऊ में लैंडिंग से पहले हुई घटना

अमृतसर से लखनऊ आ रहे इंडिगो एयरलाइंस के विमान 6ई-6165 में सवार पूर्वोत्तर रेलवे के सेवानिवृत्त अधिशासी अभियंता ब्रजेश कुमार श्रीवास्तव के बोल यह बताने के लिए पर्याप्त हैं कि यात्री किस कदर दहशत में रहे होंगे। गोमती नगर निवासी ब्रजेश कुमार ने बताया कि वह पारिवारिक कार्यक्रम में अपनी पत्नी साधना श्रीवास्तव के साथ अमृतसर गए थे। सोमवार को वापस आ रहे थे तभी लखनऊ में लैंडिंग से पहले यह घटना हो गई।

आरोप लगाया कि इतना सबकुछ होने के बाद भी एयरलाइंस के किसी अधिकारी ने यात्रियों से संपर्क नहीं किया। हम ठीक हैं या नहीं, यह भी जानने की कोशिश नहीं की। यह घोर लापरवाही है।एयरपोर्ट प्रवक्ता का कहना है कि उन्हें ऐसी किसी घटना की जानकारी नहीं है। इस बारे में एयरलाइंस ही बता सकती है।

एटीसी ने नहीं रिपोर्ट की घटना

वहीं, इंडिगो एयरलाइंस के एक अधिकारी ने बताया कि ऐसी किसी घटना के बारे में रिपोर्ट नहीं किया गया है। एटीसी में ऐसी किसी घटना को रिपोर्ट नहीं किया गया है। इससे यह स्पष्ट है कि विमान में कोई तकनीकी खराबी नहीं थी। आशंका है कि ऐसा एयरटर्बुलेंस के कारण हुआ हो।

टर्बुलेंस असल में एक अस्थिर हवा होती है जिसकी गति और भार का अंदाजा नहीं लगाया जा सकता। अधितकतर लोग समझते हैं कि ऐसा खराब मौसम में ही होता है लेकिन सबसे ज्यादा खतरनाक टर्बुलेंस तब होता है जब मौसम साफ हो और सामने आसमान में किसी तरह का खतरा या संकेत नजर ना आ रहा हो।

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