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International Yoga Day 2022: अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर योगमय नजर आए मुख्‍यमंत्री योगी आद‍ित्‍यनाथ, देखें काशी से लखनऊ तक की तस्‍वीरें

International Yoga Day 2022 अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर मुख्‍यमंत्री योगी आद‍ित्‍यनाथ योगी आद‍ित्‍यनाथ योग के रंग में रंंगे नजर आए। राजभवन में मुख्‍यमंत्री योगी के साथ राज्‍यपाल आनंदीबेन पटेल भी योगमय नजर आईं। आज यूपी में 75 हजार स्‍थानों पर एक साथ योग क‍िया गया।

By Prabhapunj MishraEdited By: Updated: Tue, 21 Jun 2022 04:11 PM (IST)
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अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर योग के रंग में रंगे नजर आए मुख्‍यमंत्री योगी आद‍ित्‍यनाथ

लखनऊ, जेएनएन। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर राजभवन में राज्‍यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्‍यमंत्री योगी आद‍ित्‍यनाथ के साथ योगी आदित्यनाथ सरकार के कैबिनेट मंत्री, विधायक, मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्रा, डीजीपी देवेन्द्र सिंह चौहान के साथ राज्यपाल सचिवालय तथा मुख्यमंत्री सचिवालय के अधिकार‍ियों ने योग क‍िया।

मुख्‍यमंत्री योगी आद‍ित्‍यनाथ ने बताया क‍ि आज अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर उत्तर प्रदेश में 75,000 स्थानों पर योगाभ्यास संपन्न हुआ है। उन्‍होंने कहा क‍ि मुझे प्रसन्नता है कि इन योगाभ्यास कार्यक्रमों से राज्य के 05 करोड़ से अधिक लोगों ने जुड़कर योग किया। मुख्‍यमंत्री ने कहा क‍ि यदि आपका शरीर स्वस्थ है तो धर्म के सभी साधन स्वयं क्रमवार सफल होते जाएंगे। लेकिन, यदि शरीर आरोग्य नहीं है तो धर्म का कोई भी साधन सफल नहीं हो सकता। मुख्‍यमंत्री ने कहा क‍ि पीएम मोदी जिन्होंने भारत की ऋषि परंपरा के इस उपहार को भारत नहीं बल्कि दुनिया में पहुंचाया है। दुनिया में 200 से अधिक देश योग के साथ भारत की ऋषि परंपरा और विरासत के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित कर रहा होगा।

भारत की विरासत पर गर्व की अनुभूति करनी चाहिए। उन्‍होंने कहा कि कोरोना के दौरान भी योग के महत्‍व का पता चला। कोरोना जैसी महामारी के दौरान सभी ने इस बात को देखा है कि जिसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है वही रोग के सामने टिक पाएगा। जिनकी प्रतिरोधक क्षमता अच्‍छी रही उसके लिए इस बीमारी को हराना आसान रहा। सीएम योगी ने कहा योग को वैश्विक मंच पर पहचान दिलाने के लिए यूपी की जनता की ओर से पीएम मोदी के प्रति आभार प्रकट किया। उन्‍होंने कहा कि हम सब आभारी हैं प्रधानमंत्री मोदी के जिन्होंने भारत की ऋषि परंपरा के इस उपहार को न केवल भारत के अंदर बल्कि दुनिया के अंदर पहुंचाया है।

कार्यक्रम में राज्‍यपाल आनंदी बेन पटेल ने कहा कि मुझे खुशी है कि दो साल के अंतराल के बाद एक बार फिर राजभवन में योगाभ्‍यास हो रहा है। उन्‍होंने कहा कि ऋषि मुनि योग का अभ्‍यास करते और सिखाते थे लेकिन यह भारत तक ही सीमित था। आज सारे विश्‍व में लोग योगाभ्‍यास कर रहे हैं। राज्‍यपाल ने प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी के प्रति इसके लिए आभार प्रकट किया। उन्‍होंने कहा कि योग सिर्फ एक दिन नहीं होना चाहिए। हर दिन कुछ समय निकालकर इसे जरूर करना चाहिए। आज तो प्रदेश में कई ऐसे स्‍थान बन चुके हैं जहां पर जाकर योगाभ्‍यास कर सकते हैं।

राज्‍यपाल ने स्कूलों में भी योगाभ्‍यास को शामिल करने की जरूरत बताई। उन्‍होंने कहा कि हमारे बचपन में ऐसे कार्यक्रम नहीं होते लेकिन दिनचर्या और आहार ऐसा था लोग स्‍वस्‍थ रहते थे। खेत में काम करने से लेकर पशुओं की सेवा तक के काम परिवार के लोग मिलकर करते थे। शुद्ध दूध, रोटी-सब्‍जी खाकर रोज 4 किलोमीटर चलकर स्‍कूल जाना और 4 किलोमीटर चलकर लौटना, यह प्रक्रिया चलती रहती थी। धीरे-धीरे करके शहरीकरण होने लगा और धीरे-धीरे सभी आदतें छूट गईं। अब लगता है कि परिवर्तन की आवश्‍कता है। थीम भी यही है-'मानवता के लिए योग।'

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर के मौके पर बनारस में जीवनदायिनी मां गंगा की गोद में बजड़े पर देह और सांस की युगलबंदी करते लोग।

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर के मौके पर काशी के अहिल्याबाई घाट पर योग करते बटुक।

प्रयागराज में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर मंगलवार की सुबह संगम तट पर योगाभ्यास के लिए हजारों की संख्या में लोग पहुंचे। गंगा मां की जय के उद्घोष के साथ उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने गंगा पूजन और आरती कर योग दिवस का शुभारंभ किया। 

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