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नौकरी सभी को मिलना मुश्किल, कौशल विकास से आत्मनिर्भर बनें, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल ने युवाओं से की अपील

उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय के 9वें दीक्षा समारोह में छात्रों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में हर किसी को नौकरी मिलना संभव नहीं है इसलिए छात्रों को अपने कौशल को विकसित कर स्वरोजगार की दिशा में काम करना चाहिए। समारोह में राज्यपाल ने सभी विषयों के टॉपर छात्र-छात्राओं को पदक और उपाधि भी दी।

By Jagran News Edited By: Shivam Yadav Updated: Mon, 18 Nov 2024 05:05 PM (IST)
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समारोह में राज्यपाल ने सभी विषयों के टॉपर छात्र-छात्राओं को पदक और उपाधि भी दी।
जागरण संवाददाता, लखनऊ। मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय के 9वें दीक्षा समारोह में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि वर्तमान समय में हर किसी को नौकरी मिलना संभव नहीं है। छात्रों को अपने कौशल को विकसित कर स्वरोजगार की दिशा में काम करना चाहिए। 

राज्यपाल ने युवाओं से अपील की कि वे सरकारी योजनाओं का लाभ उठाकर अपने विचारों और प्रस्तावों को कार्यान्वित करें और समाज में बदलाव लाने की कोशिश करें। समारोह में राज्यपाल ने सभी विषयों के टॉपर छात्र-छात्राओं को पदक और उपाधि भी दी।

ज्ञान, कौशल और मूल्यों को अपनाने का संदेश

समारोह में मुख्य अतिथि प्रो. शिशिर सिन्हा, महानिदेशक, सीपेट को डी.लिट की मानद उपाधि प्रदान की गई। उन्होंने छात्रों से अपने ज्ञान को नैतिक मूल्यों और प्रयोगात्मक विज्ञान से जोड़ने की प्रेरणा दी। 

प्रो. सिन्हा ने ‘अनंत खेल’ की अवधारणा बताते हुए कहा कि अब दौड़ का उद्देश्य पहले खत्म करना नहीं, बल्कि लगातार सीखते और आगे बढ़ते रहना है। भारतीय ज्ञान परंपरा का उल्लेख करते हुए कहा कि हमारे पूर्वजों ने विज्ञान और तकनीक की नींव रखी है, जिसे अपनाकर भारत को ‘विश्वगुरु’ बनाया जा सकता है।

छात्रों को आत्मनिर्भरता का संदेश

समारोह का समापन उत्कृष्ट छात्रों को सम्मानित करने और समाज व मानवता की सेवा के लिए समर्पण की अपील के साथ हुआ। राज्यपाल और मुख्य अतिथि दोनों ने छात्रों से आग्रह किया कि वे अपने कौशल का उपयोग कर आत्मनिर्भर बनने और राष्ट्र निर्माण में योगदान देने की दिशा में कदम बढ़ाएं। 

छात्रों को उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय और राज्य शिक्षा मंत्री रजनी तिवारी ने भी संबोधित किया। कुलपति प्रोफेसर एनबी सिंह ने विश्वविद्यालय की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की। संचालन रजिस्टर नीरज ने किया।

विश्वविद्यालय की उपलब्धियां

समारोह में 125 केवीए के सोलर पैनल और प्रयोगशाला संकुल 1 व 2 का लोकार्पण किया गया। साथ ही, 1200 क्षमता वाले प्रेक्षागृह का शिलान्यास भी किया गया। डिजी लॉकर में उपाधियों और अंकपत्रों को अपलोड किया गया। साथ ही समर्थ ईआरपी प्रणाली का शुभारंभ किया गया।

समाज सेवा में योगदान

विश्वविद्यालय द्वारा गोद लिए गए गांवों के छात्रों को सांस्कृतिक और खेलकूद प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया। आंगनबाड़ी केंद्रों को 10 किट वितरित की गईं। राजभवन द्वारा गोद लिए गए गांवों के प्रधानाचार्यों और शिक्षकों को पुस्तकें भेंट की गईं।

पुस्तकों का विमोचन

समारोह में राज्यपाल ने विश्वविद्यालय के शिक्षकों की पुस्तकों का विमोचन किया। इनमें प्रो. मुशीर अहमद, प्रो. चंदना डे, प्रो. एहतेशाम अहमद और अन्य लेखकों के शोधग्रंथ शामिल थे।

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