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Lucknow: आरपीएफ अकादमी के 38वें स्थापना दिवस समारोह में बोलीं रेल राज्यमंत्री, रेलवे सुरक्षा बल में महिलाओं की भागीदारी बढ़ेगी

Jagjeevan Ram RPF Academy Foundation Day डीजी रेलवे संजय चंदर ने कहा कि आरपीएफ में महिलाओं की संख्या तीन से बढ़ाकर नौ कर दी गई है। इसे 15 प्रतिशत करने की योजना है। रेल राज्यमंत्री ने कहा कि महिला जवानों के रुकने को स्टेशनों पर विश्राम की व्यवस्था की जाएगी।

By Vrinda SrivastavaEdited By: Updated: Tue, 20 Sep 2022 10:36 AM (IST)
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जगजीवन राम आरपीएफ अकादमी का 38वां स्थापना दिवस समारोह।

लखनऊ, जागरण संवाददाता। लखनऊ में जगजीवन राम आरपीएफ अकादमी का 38वां स्थापना दिवस समारोह मनाया गया। इस दौरान भारी संख्या में फोर्स तैनात दिखी। वहीं कार्यक्रम में रेल राज्य मंत्री दर्शना विक्रम जरदोश और डीजी रेलवे संजय चंदर भी शामिल हुए। स्थापना दिवस के मौके पर रेल राज्यमंत्री ने कहा कि रेलवे सुरक्षा बल मानव तस्करी रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। रेलवे सुरक्षा बल में महिलाओं की भागीदारी बढ़ेगी।

इसके अलावा डीजी रेलवे संजय चंदर ने कहा कि बल में महिलाओं की संख्या तीन से बढ़ाकर नौ कर दी गई है। इसे 15 प्रतिशत करने की योजना है। नए प्रोजेक्ट बनाते समय फंड मिलेगा। रेलवे सुरक्षा बल ने 6300 अपराधियों की गिरफ्तारी की। इंटरनेट मीडिया पर आईं करीब 90 हजार से अधिक शिकायतों का निवारण किया गया।

रेलवे ने 861 से अधिक स्टेशनों और पांच हजार से अधिक कोच में सीसीटीवी लगाए हैं। जल्द ही नई दिल्ली में निर्माणधीन सेंट्रल कमांड कंट्रोल सेंटर से स्टेशनों और कोच को मानिटर किया जा सकेगा। बंगलुरु स्टेशन पर फेशियल रिकग्नीशन सिस्टम लगाया है। इसे देश के 200 बड़े स्टेशनों पर लगाने की तैयारी है। आरपीएफ जवानों के पारदर्शिता से स्थानांतरण के लिए आईटी मॉड्यूल लागू किया है। भविष्य में इसकी विषंगतियों को दूर किया जायेगा।

ट्रेनों में अकेली चल रही महिला यात्रियों के लिए 'मेरी सहेली' अभियान चल रहा है। आज 300 से अधिक मेरी सहेली की टीमें मौके पर तैनात हैं। कोविड में भी बल ने योगदान दिया। कुल 64 अफसर और जवान अपनी ड्यूटी करते हुए बलीदानी हो गए। आरपीएफ सदस्य जान की बाजी लगाकर जान बचा रहे हैं। हवलदार ज्ञानचंद आत्महत्या करने जा रही महिला को बचाते हुए बलिदानी हो गए।

वर्ष 2021 से अगस्त 2022 तक बल ने 24,000 बच्चों को सुरक्षित किया। मानव तस्करी के विरोध में आपरेशन आहट चल रहा है। इसके लिए 744 पोस्ट पर टीम बनी है। कैलाश सत्यार्थी की संस्था से एमओयू किया। आरपीएफ ने 155 तस्करों को पकड़ा। आपरेशन सेवा और आपरेशन मातृत्व शक्ति से इस वर्ष अगस्त तक ट्रेन में सफर करने वाली 100 महिलाओं को प्रसव में उनकी सहायता की।

आरपीएफ ने आपरेशन नोरकोस शुरू किया। करीब 54 करोड़ का नशीला पदार्थ बरामद किया गया। डीजी रेलवे संजय चंदर ने कहा कि हम नई तकनीक इस्तेमाल करेंगे। रेल सुरक्षा का गहन अध्ययन करने वाली भावी योजनाओं के लिए स्टडी कर रहे हैं। बल के आधुनिकरण में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। इस मौके पर स्थापना दिवस परेड भी निकली। जिसकी सलामी रेल राज्य मंत्री दर्शना विक्रम जरदोश ने ली।

रेल राज्यमंत्री ने कहा कि रेलवे सुरक्षा बल की महिला जवानों के रुकने के लिए 75 बड़े स्टेशनों पर विश्राम की व्यवस्था की जाएगी। आरपीएफ जवानों का कौशल निखारा जाएगा। इसके लिए 55 करोड़ रुपए खर्च होंगे। जगजीवन राम आरपीएफ अकादमी सहित सभी ट्रेनिंग सेंटर में विस्फोटक, साइबर लैब, स्मार्ट क्लास, इनडोर फायरिंग रेंज जैसी सुविधा होगी। आरपीएफ जवानों की पत्नियों के लिए तीन करोड़ से लखनऊ में स्किल ट्रेनिंग सेंटर खुलेगा।

20 सितंबर 1985 को आरपीएफ को संघ के बल के रूप में मान्यता प्रदान की गई। आज महत्वपूर्ण दिन है।  भारतीय रेल आधुनिकीकरण के मार्ग पर अग्रसर है। संवेदनशीलता और बदलते परिवेश में रेलवे को महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है। हमें प्रत्येक यात्री की सुरक्षा में आगे आना होगा। जिन 27 अधिकारियों को पदक मिला है।।सभी बल सदस्यों को बधाई देती हूं। आखिरी में 26 साल की उम्र में आया।

आप 24 घंटे तत्परता से ड्यूटी कर रहे हैं। मिशन जीवन रक्षा अब तक 15 हजार मामलों में 28 करोड़ का सामान वापस किया। अभी नौ प्रतिशत से अधिक महिला कर्मी हैं। मेरी सहेली अभियान सराहनीय कदम है। तकनीक की ओर रेलवे सुरक्षा बल सदृढ़ कर रहा है। मानव तस्करी जघन्य अपराध है। रेलवे सुरक्षा बल मानव तस्करी रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। रेलवे सुरक्षा बल में महिलाओं की भागीदारी बढ़ेगी।

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