Move to Jagran APP

अब आपके बिगड़ैल बच्चे का व्यवहार कंट्रोल करेगी अमेरिका से आई मशीन, KGMU में स्‍थाप‍ित

केजीएमयू में स्थापित हुई अमेरिका से आई मशीन एनेस्थीसिया का भी बनेगी विकल्प। बाल दंत विभाग में लगाई जा रही यूनिट का जल्द होगा उद्घाटन। यह मशीन विशेषकर केजीएमयू के डेंटल क्लीनिक में सर्जरी रूट कैनाल दांत की सफाई इत्यादि कराने से घबराने वाले बच्चों के लिए है।

By Divyansh RastogiEdited By: Updated: Mon, 15 Feb 2021 09:59 AM (IST)
Hero Image
केजीएमयू में बाल दंत विभाग में लगाई जा रही यूनिट का जल्द होगा उद्घाटन।
लखनऊ[धर्मेंद्र मिश्रा]। अगर आपके बच्चे बहुत ज्यादा शैतान हैं, बात-बात पर आक्रोशित हो जाते हैं, गुस्सा करते हैं या तोडफ़ोड़ कर देते हैं और अपनी जिद के आगे किसी की कोई बात नहीं सुनते तो आपको अब चिंता करने की जरूरत नहीं है। ऐसे बच्चों को सुधारने एवं उनके व्यवहार को नियंत्रित करने के लिए किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू)  के बाल दंत रोग विभाग में कांसस सेडिशन यूनिट की स्थापना की जा रही है। इस मशीन को अमेरिका से आयात किया गया है। जल्द ही इसका उद्घाटन भी हो जाएगा। यह मशीन विशेषकर केजीएमयू के डेंटल क्लीनिक में सर्जरी, रूट कैनाल, दांत की सफाई इत्यादि कराने से घबराने,  रोने जिद करने वाले बच्चों के लिए है।

एनेस्थीसिया का विकल्प भी है कांसस सेडिशन यूनिट : पीडियाट्रिक एंड प्रीवेंटिव डेंटिस्ट्री के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर राकेश कुमार चक ने बताया कि यह मशीन बच्चों के बिहेवियर मैनेजमेंट के लिए है। जो कि बिगड़ैल बच्चों का व्यवहार नियंत्रित करती है। साथ ही यह एनेस्थीसिया का विकल्प भी है। क्योंकि कई बार कुछ बच्चों को एनेस्थीसिया नहीं दिया जा सकता। ऐसे बच्चों में यह मशीन बिहेवियर मैनेजमेंट करेगी। इसमें पूरी प्रक्रिया में 5 से 10 मिनट का समय लगेगा। इसके बाद बच्चा बिल्कुल शांत हो जाएगा। वह पूरी तरह होश में रहेगा, लेकिन उल्टी-सीधी हरकतें करना बंद कर देगा।

इस दौरान अगर उसके दांतों की कोई सर्जरी करनी है, सफाई करनी है या रूट कैनाल करना है तो वह बगैर रोए व चिल्लाए इस प्रक्रिया को करा लेगा। इस मशीन पर 10 मिनट तक उसे आक्सीजन व नाइट्रस आक्साइड के संपर्क में रखा जाएगा। इसके बाद वह सभी तरह के इंस्ट्रक्शन को फालो करेगा। सर्जरी इत्यादि कराते समय उसको किसी तरह का दर्द भी महसूस नहीं होगा। उन्होंने बताया कि जल्दी यह यूनिट शुरू कर दी जाएगी। इस तरह की यूनिट फिलहाल किसी भी सरकारी संस्थान में नहीं है। बड़े वा कुछ निजी संस्थानों में ही हो सकती है।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।