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Kanya Sumangala Yojana: कन्या सुमगंला योजना में बदलाव, अब डाकघर व ग्रामीण बैंक भी मान्य

Kanya Sumangala Yojana बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ की मुहिम पकड़ेगी रफ्तार अब तक 16701 बेटियों को मिला है लाभ। जिला प्रोबेशन अधिकारी अनिल कुमार मौर्य ने बताया कि योजना के तहत आवेदन प्रक्रिया को सरल करने के साथ ही जांच प्रक्रिया में भी बदलाव लाया गया है।

By Anurag GuptaEdited By: Updated: Sat, 08 Oct 2022 07:34 AM (IST)
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Kanya Sumangala Yojana: बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ की मुहिम पकड़ेगी रफ्तार, अमेठी में अब तक 16,701 बेटियों को मिला है लाभ।

लखनऊ, जेएनएन। मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना में बदलाव किया गया है। अभी तक योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए लाभार्थी का खाता राष्ट्रीयकृत बैंक में होना अनिवार्य था। अब ग्रामीण बैंक व डाकघर में संचालित खाते भी मान्य होंगे। पहले योजना के तहत आवेदन करने के लिए 10 रुपये का शपथ पत्र देना होता था, अब स्व हस्ताक्षरित घोषणा पत्र ही मान्य होगा।

अमेठी के जिला प्रोबेशन अधिकारी अनिल कुमार मौर्य ने बताया कि योजना के तहत जिले में अक्टूबर 2019 से अब तक 16701 बेटियों को लाभ मिल चुका है। बताया कि प्रदेश सरकार की प्राथमिकता वाली इस योजना में हर तबके की बेटियों को लाभ मिले इसके लिए आवेदन करने के लिए शासन स्तर में बदलाव किया गया है।

योजना के तहत लाभ प्राप्त करने के लिए आवेदन प्रक्रिया को सरल करने के साथ ही जांच प्रक्रिया में हर स्तर पर बदलाव लाया गया है। इस योजना के तहत अब अलग-अलग आवेदन करने की आवश्यकता नहीं होगी, एक बार में ही आवेदन पूर्ण हो जाएगा। जो आनलाइन आगे बढ़ता रहेगा।

एक नजर में कन्या सुमंगला योजना

मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के तहत प्रदेश की बालिकाओं को 15 हजार रुपये की आर्थिक सहायता मुहैया कराई जाती है। इस योजना के तहत बेटी के जन्म के समय दो हजार रुपये , एक साल का टीकाकरण पूरा करने पर एक हजार, पहली कक्षा में दाखिले पर दो हजार,छठी कक्षा में आने पर दो हजार, नौवीं कक्षा में दाखिले के समय तीन हजार, 10वीं और 12वीं का परीक्षा पास कर के 2 साल के डिप्लोमा में दाखिला लेने के लिए पांच हजार रुपये की मदद दी जाती है। यह राशि लाभार्थी के खाते में जाती है।

यह है पात्रता का आधार

आवेदक उत्तर प्रदेश का स्थायी निवासी हो। परिवार की वार्षिक आय तीन लाख रुपये या फिर उससे कम होनी चाहिए। इस योजना का लाभ अधिकतम एक परिवार की दो बेटियां ही उठा सकती हैं। यदि किसी परिवार ने अनाथ बेटी को गोद लिया है ताे गोद ली हुईं दो बेटियां इस योजना का लाभ उठा सकती हैं। इसी परिवार की दो अन्य बेटियां भी इस योजना का लाभ उठा सकती हैं। यदि किसी महिला की जुड़वा बेटियां हैं तो उन्हें भी इस योजना का अलग-अलग लाभ मिलेगा। इस स्थिति में एक परिवार की तीन बेटियां लाभ उठा सकती हैं।

आवेदन के लिए महत्वपूर्ण दस्तावेज

राशन कार्ड, आय प्रमाण पत्र, बैंक खाता पासबुक, मोबाइल नंबर, पासपोर्ट साइज फोटो, यदि बेटी गोद ली है तो गोद लेने का प्रमाण पत्र, मतदाता पहचान पत्र, निवास प्रमाण पत्र।