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Karwa Chauth: करवा चौथ पर सजा बाजार, तीन दिन में हो सकता है 450 करोड़ का कारोबार

Karwa Chauth 2024 करवा चौथ के उपलक्ष्य में कोई पत्नी को नौ लखा हार उपहार में देगा तो कोई सोने का मंगलसूत्र। यही नहीं मोबाइल फोन व स्कूटी भी पत्नियों को उपहार में दी जा रही है। लखनऊ व्यापार मंडल के अध्यक्ष अमरनाथ मिश्र कहते हैं कि सभी सेक्टरों में बूम है। ऐसे में तीन दिन में बाजार 450 करोड़ से अधिक होने की संभावना है।

By Anshu Dixit Edited By: Vinay Saxena Updated: Fri, 18 Oct 2024 03:45 PM (IST)
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स्टीलगंज तालाब पर चूड़ी खरीदतीं महिलाएं।- जागरण
जागरण संवाददाता, लखनऊ। करवा चौथ को लेकर सभी सेक्टर के बाजारों में उछाल है। सर्राफा बाजार से लेकर खील, चूडा तक की मांग बाजार में बनी हुई है। तीन दिन व्यापारियों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। ऑटोमोबाइल सेक्टर, बर्तन बाजार, इलेक्ट्रॉनिक बाजार, सर्राफ, आर्टिफिशियल ज्वैलरी, कपड़ा, मिठाई, इवेंट मैनेजमेंट, होम डेकोरेशन, मोबाइल बाजार में बूम आया हुआ है। इसके अलावा करवा वाले दिन यानी 20 अक्टूबर को पटाखों का बाजार भी गर्म रहने वाला है।

करवा चौथ के उपलक्ष्य में कोई पत्नी को नौ लखा हार उपहार में देगा तो कोई सोने का मंगलसूत्र। यही नहीं मोबाइल फोन व स्कूटी भी पत्नियों को उपहार में दी जा रही है। लखनऊ व्यापार मंडल के अध्यक्ष अमरनाथ मिश्र कहते हैं कि सभी सेक्टरों में बूम है। ऐसे में तीन दिन में बाजार 450 करोड़ से अधिक होने की संभावना है।

डिलीवरी 20 को लेने की तैयारी

करवा चौथ के दिन पत्नी को स्कूटी या कार देने के लिए शोरूमों में एडवांस बुकिंग भी लोगों ने करवा दी है। आटोमोबाइल सेक्टर के संचालकों के मुताबिक धनतेरस से पहले करवा चौथ ही ऐसा पर्व है, जिस दिन वाहन शोरूम से ज्यादा निकलते हैं। लोग 20 अक्टूबर को पत्नियों को सरप्राइज गिफ्ट देना चाहते हैं। करीब सौ कार व तीन सौ से अधिक दो पहिया वाहन बिकने की उम्मीद है। माना जा रहा है कि 70 से 80 करोड़ का कारोबार जा सकता है।

चांदी व पीतल की मांग ज्यादा

करवा चौथ में चांदी की मांग 30 प्रतिशत है, क्योंकि कोई चांदी का करवा ले रहा है तो कोई थाली। वहीं पीतल आज भी बाजार में प्रासंगिक बना हुआ है। बर्तन व्यापारियों के मुताबिक 60 प्रतिशत महिलाएं आज भी पीतल के लोटे से ही करवा चौथ की पूजा करती हैं। वहीं पांच से आठ प्रतिशत महिलाएं मिट्टी के लोटे उसी दिन खरीदती है और पूजा करती हैं। सिर्फ दो प्रतिशत महिलाएं ही सोने के लोटे से पूजा करती है। इसलिए इन धातुओं का कारोबार 150 करोड़ तक जाने की उम्मीद है।

छलनी, सजी हुई थाली की मांग

बाजार में पिछले दस सालों से सजी हुई छलनी और थाली की मांग सबसे ज्यादा है। अब तो करवा थाली का पूरा पैकेज बाजार में मौजूद है, जो दो सौ रुपये से लेकर एक हजार रुपये में है। थाली में पूजा से जुड़ी सभी सामग्री उपलब्ध होती है। इसके अलावा महिलाएं पूजा पाठ के बाद व्रत मीठा खाकर तोड़ती है। इसलिए मिठाई की दुकानों में खूब भीड़ होती है। गिफ्ट हैंपर की मांग करवा वाले दिन सबसे ज्यादा होती है। खील, चूड़ा, गट्टा व चीनी के खिलौने पूजा में इस्तेमाल होते हैं। इसका बाजार नब्बे से 100 करोड़ तक होता है।

नई साड़ियां, ड्रेस व सौन्दर्य प्रसाधन की मांग

बाजार में नई साड़ियां, ड्रेस, सौन्दर्य प्रसाधन की मांग सबसे ज्यादा रहती है। महिलाएं या तो लहंगा पहनती है या फिर नई साड़ी व ड्रेस पहनकर पूजा करती है। ऐसे में 18 से 20 अक्टूबर तक कपड़ों का बाजार भी रहेगा। इसके अलावा सजने संवरने के लिए सौन्दर्य प्रसाधन व ब्यूटी पार्लर की बुकिंग कई दिन पहले ही महिलाएं करा लेती है। इसका बाजार भी 20 से 30 करोड़ तक जाता है। इसके अलावा महिलाएं साड़ियों व ड्रेस के मैचिंग की सैंडल भी खरीदती है। कहने को तो यह सेक्टर छोटा है, लेकिन पांच करोड़ का कारोबार इसका भी होता है।

आर्टिफिशयल ज्वैलरी

मेंहदी के साथ ही बाजार में आर्टिफिशियल ज्वैलरी भी छाई हुई है। नए-नए सीरियलों को देखकर महिलाएं आनलाइन व आफलाइन ज्वैलरी खरीदती है। यह बाजार भी काफी बड़ा है। इसके अलावा मेंहदी लगवाने के लिए ब्यूटी पार्लर से लड़कियां बुलाई जाती है या फिर इनकी बुकिंग कराकर महिलाएं एक दिन पहले से ही तैयारी करती हैं। यह कारोबार 15 करोड़ तक जा सकता है। वहीं करवा वाले दिन आतिशबाजी भी होती है, जो डेढ़ से दो करोड़ तक हो जाती है।

सोसाइटी में इवेंट कराना कल्चर हावी

सोसाइटी में अब टेंट व पंडाल लगवाकर महिलाएं सामूहिक करवा चौथ मनाती है। यहां पूजा पाठ के बाद खाने पीने की व्यवस्था होती है, जो सामूहिक रूप से लोग व्यय करते हैं। इसके अलावा घरों में सजावट और करवा पूजा के बाद पार्टी का आयोजन भी होता है। इससे भी बाजार में खाने पीने के उत्पादों की मांग रहती है।

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