लखनऊ के गोसाईंगंज में मशक्कत के बाद पकड़ा गया तेंदुआ
कल दिन भर अभियान के बाद रात में भी जब वह नहीं निकला तो आज तड़के संकरे पाइप में ट्रैंकुलाइज किया गया। इसके बाद बेहद डरावना रेस्क्यू आपरेशन के बाद उसको पाइप से बाहर निकाला गया।
लखनऊ (जेएनएन)। प्रदेश की राजधानी लखनऊ में इस वर्ष में दूसरी बार दस्तक देने वाले तेंदुआ को आज कड़ी मशक्कत के बाद पकड़ा गया। वह कल सुबह ही गोसाईंगंज क्षेत्र में एक पुलिया के पाइप में घुस गया था।
कल दिन भर अभियान के बाद रात में भी जब वह नहीं निकला तो आज तड़के संकरे पाइप में ट्रैंकुलाइज किया गया। इसके बाद बेहद डरावना रेस्क्यू आपरेशन के बाद उसको पाइप से बाहर निकाला गया। अब उसको लखनऊ प्राणि उद्यान के अस्पताल में इलाज के लिए लाया जाएगा।
सुबह वन विभाग की टीम ने तेंदुए को ट्रेंकुलाईज कर पकड़ने में कामयाबी हासिल की। जिसके बाद आस-पास के लोगों को भी तेंदुए की दहशत से निजात मिल गई। वन विभाग की टीम तेंदुए को लखनऊ स्थित प्राणी उद्यान ले गई है। सोमवार की शाम को लखनऊ जू के उपनिदेशक डॉ उत्कर्ष शुक्ला के नेतृत्व में टीम मुल्लाखेडा पहुंची। तेंदुआ एक टनल में बैठा था।
टीम ने टनल के एक मुहाने पर पिजड़ा लगाया और दूसरे मुहाने से एक के बाद एक 10 पटाखे दागे, लेकिन तेंदुआ टस से मस नहीं हुआ। जिसके बाद टनल में धुआं भरने की वजह से प्लान ड्राप कर दिया। इसके बाद रात भर चले ऑपरेशन के बाद सुबह 8.30 बजे तेंदुए को ट्रेंकुलाईज करने में सफलता मिली। तेंदुए का वजन 50 किलो के पास है और उम्र 3-4 साल है।
लेपर्ड टीम रेंगते हुए संकरे पाइप में घुसी और उसको बाहर निकाला। अब उसको वहां से प्राणि उद्यान लाया जाएगा। वन विभाग की टीम का यह ऑपरेशन मिलिट्री रेस्क्यु ऑपरेशन जैसा रहा। डॉ. उत्कर्ष शुक्ला ने बेहद कठिन इस रेस्क्यू ऑपरेशन को बखूबी अंजाम दिया।
लखनऊ के गोसाईगंज क्षेत्र के मुल्लाखेडा गांव में तेंदुए के घुस आने की सूचना स्थानीय पुलिस और वन विभाग की टीम को दी गई। इसके बाद तेंदुआ मुल्लाखेडा गांव के पास से गुजर रहे किसान पथ के नीचे पानी सप्लाई के वाले पाईप में घुस गया। पुलिस व वन विभाग की टीम ने तेंदुए को पकड़ने के लिए हर संभव प्रयास किया। बावजूद इसके तेंदुए को नहीं पकड़ा जा सका।