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भाजपा ने इस बार भी यूपी में किसी मुस्लिम को क्‍यों नहीं द‍िया टिकट? संव‍िधान बदलने से लेकर आरक्षण के मुद्दे पर क्‍या बोले भूपेंद्र चौधरी

Bhupendra Chaudhary Interview लोकसभा चुनाव के प्रत्याशियों के प्रचार में पसीना बहाने से लेकर संगठन के कार्यों में व्यस्तता के बीच भूपेन्द्र सिंह चौधरी से दैनिक जागरण के राज्य ब्यूरो प्रमुख अजय जायसवाल ने विस्तार से बातचीत की। सरकार और संगठन में कामकाज का लंबा अनुभव रखने वाले चौधरी दावे के साथ कहते हैं कि एनडीए देश में 400 पार करेगा।

By Ajay Jaiswal Edited By: Vinay Saxena Updated: Fri, 17 May 2024 09:39 AM (IST)
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भूपेंद्र चौधरी ने कहा- हमारी सरकार की कल्याणकारी योजनाओं में किसी भी तरह का कोई भेदभाव नहीं है।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुस्लिम बहुल मुरादाबाद से जमीनी कार्यकर्ता के तौर पर अपना सियासी सफर शुरू करने वाले भूपेन्द्र सिंह चौधरी के हाथों में इनदिनों राज्य की भारतीय जनता पार्टी की कमान हैं। संघ पृष्ठभूमि से आए जाट समुदाय के चौधरी पौने दो वर्ष पूर्व भाजपा अध्यक्ष की कुर्सी संभालने से पहले योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार में मंत्री थे।

सरकार और संगठन में कामकाज का लंबा अनुभव रखने वाले चौधरी दावे के साथ कहते हैं कि एनडीए देश में तो 400 पार करेगा ही, उत्तर प्रदेश में भी पहले से बेहतर नतीजे रहने वाले हैं। भ्रम, झूठ और भ्रष्टाचार को कांग्रेस-सपा और आइएनडीआइए गठबंधन की पहचान बताते हुए चौधरी मानते हैं कि

मोदी और योगी सरकार के काम को देखते हुए जनता विपक्ष के दुष्प्रचार में आने वाली नहीं है। देश-प्रदेश के विकास के साथ ही भ्रष्टाचार को समूल नष्ट करने के लिए उसने पहले भी मोदी-योगी को चुना था और आगे भी बनाए रखेगी।

चौधरी स्पष्ट तौर पर बताते हैं कि मुसलमानों को टिकट न देना भाजपा की चुनावी रणनीति है लेकिन हमारी सरकार की सभी लाभार्थीपरक कल्याणकारी योजनाओं में किसी भी तरह का कोई भेदभाव नहीं होता है। दमदारी के साथ कहते हैं कि भाजपा न संविधान की मूल भावना से छेड़छाड़ होने देगी और न ही कांग्रेस को धार्मिक आधार पर मुसलमानों को आरक्षण देने देगी।

सवाल- चार चरणों के मतदान के बाद एनडीए की क्या स्थिति है?

-स्पष्ट तौर पर कह सकता हूं कि अबकी 400 पार करते हुए एक बार फिर मोदी जी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनने जा रही है।

सवाल- ...लेकिन सपा मुखिया अखिलेश यादव तो 140 सीटें भी आपको नहीं दे रहे हैं।

जनता के मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए अखिलेश इस तरह की जुमलेबाजी कर रहे हैं। गृहमंत्री अमित शाह का बयान है कि चार चरणों में हमें बहुमत मिल गया है। संगठन में निचले स्तर तक की रिपोर्ट के आधार पर कह सकता हूं कि परिणाम हमारे अनुकूल हैं। अखिलेश को चार जून (मतगणना की तिथि) का इंतजार करना चाहिए।

सवाल- चार चरणों में यूपी से कितनी सीटें मिलने का अनुमान है?

प्रदेश की 39 सीटों पर मतदान हो चुका है। भाजपा, मोदी जी के नेतृत्व में चुनाव लड़ रही है। हमारी सरकार ने 10 वर्षों में विकास और सुरक्षा के जो कार्य किए हैं उसका रिपोर्ट कार्ड लेकर हम जनता के बीच जा रहे हैं। मोदी जी-योगी जी के प्रति लोगों के विश्वास को देखते हुए कह सकता हूं कि राज्य की महान जनता बीजेपी का संकल्प जरूर पूरा करेगी।

सवाल- अखिलेश कहते हैं कि यूपी में विपक्षी गठबंधन आइएनडीआइए 70 से ज्यादा सीटें जीतेगा।

मैं तो इतना ही कहूंगा कि मुलायम और अखिलेश के नेतृत्व में सपा की सरकार में जिस तरह की गुंडागर्दी, अराजकता, महिलाओं के प्रति अत्याचार, भ्रष्टाचार था उसे उत्तर प्रदेश की जनता भूली नहीं है। उनकी सरकारें दंगाइयों के साथ खड़ी रहती थीं। बिजली आपूर्ति में वीआइपी कल्चर था जिसे खत्म कर योगी सरकार सभी को भरपूर बिजली दे रही। किसानों को मुफ्त बिजली मिल रही है। अब न दंगा है न ही गुंडागर्दी व महिलाओं का उत्पीड़न। मोदी सरकार की लाभार्थीपरख योजनाओं से गरीबी घट रही है। बिजली, पानी, सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा आदि के काम से यूपी बीमारू राज्य से निकलकर अर्थ व्यवस्था के मामले में महाराष्ट्र के बाद है। योगी की कानून व्यवस्था के माडल की सर्वत्र चर्चा है। ऐसे में विपक्षी गठबंधन का तो खाता खुलते नहीं दिख रहा है।

पिछली बार से कम हो रहे मतदान का क्या मतलब निकाला जाए?

आपने देखा विपक्ष ने जिस तरह से मीडिया के माध्यम से नकारात्मक प्रचार किया, उससे समाज में कांग्रेस-सपा का चेहरा बेनकाब हो चुका है। वह केवल वर्ग विशेष को डराकर, उनके वोट लेते रहे लेकिन अब सभी सजग हैं। मैं तो प्रदेशवासियों से अपील करूंगा कि वे मतदान कर देश के विकास-सुरक्षा के लिए काम करने वाली सरकार को चुनें।

क्या अबकी कांग्रेस मुक्त उत्तर प्रदेश होगा?

यह तो जनता तय करेगी लेकिन अमेठी हारने के बाद राहुल गांधी वायनाड चले गए। सोनिया गांधी भी सांसद बनने के बाद रायबरेली में नहीं दिखी। इन लोगों ने जनता को ठगने और धोखा देने का काम किया है। जनता को भ्रमित करने के लिए तमाम तरह की बयानबाजी कर रहे हैं लेकिन अमेठी-रायबरेली ही नहीं देश की जनता इनके चाल-चरित्र को अब समझती है। अब इन लोगों के लिए कोई संभावना नहीं बची है इसीलिए नकारात्मक एजेंडा सेट कर अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने में लगे हैं लेकिन जनता का विश्वास मोदी जी-योगी जी के साथ है।

सवाल- विपक्षी गठबंधन आइएनडीआइए और सपा के ‘पीडीए’ का कितना असर देखते हैं?

यह परिवारवादी लोग हैं। आप देखिए कि बिरादगी की राजनीति करने वाली पार्टियां अब विशुद्ध परिवारवाद की ओर आ गई हैं। सपा परिवार के कितने लोग चुनाव लड़ रहे हैं। उनकी जाति में भी कोई और लड़ने वाला नहीं बचा। कांग्रेस भी परिवार से आगे बढ़ नहीं पा रही। प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री से लेकर हमारे बूथ अध्यक्ष तक ने पिछले 10 वर्षों में एक घंटे की छुट्टी नहीं ली लेकिन आप बताइये कि कांग्रेस पार्टी की गतिविधि क्या है? चुनाव आने पर अखिलेश यादव एसी से बाहर निकले। मुझे विश्वास है कि प्रदेशवासियों का भी आशीर्वाद मोदी जी को मिलेगा और भाजपा का संकल्प पूरा होगा।

रालोद, सुभासपा, निषाद जैसी पार्टियों से कितना फायदा मिल रहा है?

हमारा एजेंडा देश-प्रदेश का विकास और बेहतरी का है। जो हमारी विचारधारा से सहमत हैं और हमारे साथ काम करना चाहते हैं। हम उन सभी को साथ लेकर चलने वाले हैं।

सवाल- विपक्षी कहते हैं कि भाजपा, राम मंदिर जैसे मुद्दे के जरिए लोगों का बेरोजगारी-महंगाई से ध्यान भटका रही है?

राममंदिर हमारे संकल्प पत्र का हिस्सा रहा है लेकिन सपा ने कारसेवकों का नरसंहार किया, कांग्रेस ने भगवान राम के अस्तित्व को नकारा। विपक्षी गठबंधन वाले सनातक के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी करते हैं। दक्षिणी भारत को उत्तर भारत से लड़ाने की बात करते हैं। यह लोग समाज में तनाव, टकराव, भाषा के अधार पर विवाद खड़ा कर अपना एजेंडा चलाते रहे लेकिन अब देश में सामाजिक समरसता है। मोदी जी के नेतृत्व में तमिलनाडु से कश्मीर तक, कटक से कच्छ तक सभी जगह लोग, भाजपा के साथ खड़े हैं।

सवाल- अखिलेश भाजपा पर पिछड़ों की उपेक्षा करने का आरोप लगाते हैं।

मैंने पहले ही कहा कि यह लोग जातिवादी-परिवारवादी लोग हैं। पिछड़ों का जो भी हक-अधिकार है, उसे हमेशा अपनी बिरादरी-परिवार तक सीमित रखा। दावे के साथ कह सकता हूं कि भाजपा ने सर्वाधिक पिछड़ों के हित में काम किया है।

सवाल- बसपा के अकेले चुनाव लड़ने में क्या भाजपा का फायदा देख रहे हैं?

यह नफा-नुकसान का विषय नहीं है। मायावती के नेतृत्व में बसपा बड़ी राजनीतिक ताकत है। वह अपनी विचारधारा के आधार पर जनता में अपनी बात कह रही हैं और हम अपने विचार और काम के आधार पर। लोकतंत्र में सभी को जनता के बीच जाने का अधिकार है।

सवाल- वोट पाने के लिए विकास और राष्ट्रवाद बड़ा मुद्दा है या सांप्रदायिक ध्रुवीकरण?

हमारा मुद्दा विकास और राष्ट्रवाद है लेकिन सांप्रदायिक ध्रुवीकरण का काम सपा और अखिलेश यादव करते हैं। वोट जिहाद की बात कौन करता है? अल्पसंख्यकों को गुमराह करने का काम कौन करता है? आप देखिए, कांग्रेस जिस प्रकार से षड़यंत्र करते धार्मिक आधार पर आरक्षण की बात करती है उससे साफ है कि बंटवारे का काम कांग्रेस कर रही है। हमारा संकल्प है कि पिछड़ों, वंचितों, आदिवासियों का आरक्षण किसी भी कीमत पर मुसलमानों को नहीं दिया जाएगा।

सवाल- भाजपा ने इस बार भी यूपी में किसी मुस्लिम को टिकट नहीं दिया?

यह हमारी चुनावी रणनीति है लेकिन हमारी सरकार की योजनाओं में कहीं कोई भेदभाव नहीं है। सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास के संकल्प के साथ विकसित भारत बनाने को मोदी जी के नेतृत्व वाली सरकार देश के 140 करोड़ लोगों के उत्थान व विकास के लिए काम किया है। विपक्षी जरूर वोटबैंक के लिए सरकारी योजनाओं में भेदभाव करते थे। समाज का तुष्टिकरण करने का काम सपा-कांग्रेस ही करती है।

सवाल- मोदी के नाम पर भाजपा को वोट देने वाले भी प्रत्याशियों से नाराज हैं।

इसके पीछे विपक्षी दलों का षड़यंत्र है। हमेशा कांग्रेस-सपा का एजेंडा रहा है कि जाति, धर्म, क्षेत्र व भाषा के आधार पर देश को विभाजित कर राजनीति करते रहो लेकिन अब जागरुक जनता किसी षड़यंत्र में फंसने वाली नहीं है। मोदी जी के प्रतिनिधि के रूप में उसे एक सांसद चुनना है। देश की जनता संकल्पित है कि मोदी जी को फिर प्रधानमंत्री बनाना है।

सवाल- विपक्ष को लगता है कि देश का लोकतंत्र खतरे में हैं।

-लोकतंत्र पर सबसे बड़ा कुठाराघात तो कांग्रेस ने किया। 1975 में किस तरह से आपातकाल लगाया? यह सब भ्रष्टाचारी हैं। भ्रष्टाचार को समूल नष्ट करने के संकल्प के साथ ही जनता ने मोदी जी-योगी जी को चुना है। भ्रष्टाचार के खात्मे के लिए गलत करने वालों पर अब कार्रवाई तो होगी ही।

सवाल- क्या संविधान बदलने को 400 सीटें चाहिए?

भाजपा के बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि पिछड़े, एससी और एसटी समाज से हैं। मैं भी उन्हीं में हूं। हम भला अपना आरक्षण क्यों खत्म करेंगे? कांग्रेस के लोग तो सबसे ज्यादा संविधान संशोधन करने वाले हैं। वास्तव में यह लोग भ्रष्टाचारी हैं और अपने-अपनों का भ्रष्टाचार छिपाने के लिए इस तरह लोगों को भ्रमित करने का काम कर रहे हैं लेकिन जनता अब इनके चरित्र को समझ चुकी है।

सवाल- विपक्ष आरक्षण खत्म करने और धर्म के आधार पर आरक्षण देने की बात कर रहा है।

हमारे संविधान में धर्म के आधार पर आरक्षण की व्यवस्था नहीं है। कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्रों में इस ओर इशारा किया है और उनकी राज्य सरकारों ने इस पर काम भी किया है लेकिन भाजपा न संविधान की मूल भावना से छेड़छाड़ होने देगी और न ही कांग्रेस को धार्मिक आधार पर मुसलमानों को आरक्षण देने देगी।

विपक्ष कह रहा है कि सेना में भर्ती की अग्निपथ योजना खत्म कर देंगे?

अब यह तो वहीं बताएं कि उनकी सरकार बनेगी कि नहीं लेकिन मैं कह सकता हूं कि कांग्रेस पर लोगों का विश्वास नहीं है। हमारी सरकार ने जनता के हित में ही सभी निर्णय किए हैं और हम अपने निर्णय पर कायम हैं।

कांग्रेस तो अब 10 किलो अनाज देने की बात कह रही है।

कांग्रेस ने 70 वर्षों के शासनकाल में गरीबों को मुफ्त अनाज क्यों नहीं दिया? आज उन्हे, गरीबों को 10 किलो अनाज देने की याद आ रही है। यह लोग तो भ्रष्टाचारी हैं। वर्षों से लागू राशन व्यवस्था में किस कदर भ्रष्टाचार व्याप्त था, यह किसी से छिपा नहीं है। क्या गरीबों का राशन कांग्रेसी-सपाई नहीं खा जा रहे थे? अब बिना भेदभाव-भ्रष्टाचार के पात्रों को मुफ्त राशन मिल रहा है। दरअसल, भ्रम, झूठ और भ्रष्टाचार ही कांग्रेस-सपा और आइएनडीआइए गठबंधन की पहचान है।

आखिरी सवाल, क्या चुनाव बाद भाजपा संगठन में फेरबदल होगा?

अब यह तो केंद्रीय पार्टी को तय करना है। 30 जून तक राष्ट्रीय अध्यक्ष जी का कार्यकाल है। उसके बाद जैसा केंद्रीय पार्टी निर्णय़ करेगी वैसा किया जाएगा।

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