Lok Sabha Elections: चुनावी रण में पंजे की जोर आजमाइश ढीली, इस सीट पर प्रियंका करेंगी रोड शो, 10 के बाद होंगी रैली
लोकसभा चुनाव में पहले दो चरणों का नामांकन खत्म हो चुका है। पहले चरण में प्रचार के लिए अब 12 दिन ही शेष हैं। ऐसे में जब भाजपा का चुनाव प्रचार रफ्तार पकड़ चुका है। सपा नेता भी सक्रिय हैं। तब कांग्रेस अभी अपनी चुनावी तैयारियों को रफ्तार देने में जूझ रही है। चुनावी रण में पंजे की जोर आजमाइश फिलहाल ढीली है।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। लोकसभा चुनाव में पहले दो चरणों का नामांकन खत्म हो चुका है। पहले चरण में प्रचार के लिए अब 12 दिन ही शेष हैं। ऐसे में जब भाजपा का चुनाव प्रचार रफ्तार पकड़ चुका है। सपा नेता भी सक्रिय हैं। तब कांग्रेस अभी अपनी चुनावी तैयारियों को रफ्तार देने में जूझ रही है। चुनावी रण में पंजे की जोर आजमाइश फिलहाल ढीली है। वह अपने बड़े नेताओं की रैलियों व सभाओं को लेकर अभी रणनीति ही बना रही है। लोकसभा क्षेत्रों में बूथ स्तर पर एजेंटों की नियुक्ति की कसरत भी आधी-अधूरी है।
सपा से गठबंधन के चलते कांग्रेस के हिस्से आईं 17 सीटों में पहले चरण में केवल एक सीट सहारनपुर है, जिस पर कांग्रेस का उम्मीदवार मैदान में है। दूसरे चरण में अमरोहा, गाजियाबाद, बुलंदशहर व मथुरा सीट पर पंजे के प्रत्याशी किस्मत आजमाएंगे। उनकी तैयारी जो भी हो पर पार्टी अभी इन सीटों पर अपना प्रचार आरंभ नहीं कर सकी है।
खरगे समेत बड़े नेताओं से प्रचार की तैयारी
पहले दो चरणों की जनसभाओं में कांग्रेस जाट, गुर्जर व वंचित वर्ग के नेताओं को प्रचार की कमान सौंपना चाहती है। पार्टी सूत्रों के अनुसार, राहुल गांधी व प्रियंका वाड्रा के अलावा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सचिन पायलट, अशोक गहलोत, भंवर जितेन्द्र सिंह, दीपेंद्र हुड्डा समेत अन्य नेताओं के नाम केंद्रीय नेतृत्व काे भेजे गए हैं और उनकी सभाएं कराने की तैयारी है।
सहारनपुर में प्रियंका वाड्रा का रोड शो व बुलंदशहर में मल्लिकार्जुन खरगे की रैली कराए जाने का प्रस्ताव भी है। हालांकि अभी चुनावी रैलियों का कार्यक्रम पूरी तरह तय नहीं हो सका है। पार्टी नेताओं का कहना है कि अगले दो दिनों में यह सब तय हो जाएगा और 10 अप्रैल के बाद जनसभाएं शुरू होंगी।
आराधना मिश्रा मोना को विशेष जिम्मेदारी
चुनावी तैयारियों को धार देने के लिए पार्टी ने कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना को विशेष जिम्मेदारी सौंपी गई है। वह रोजाना तैयारियों की समीक्षा व निगरानी करेंगी। सपा के साथ संयुक्त रैलियों को लेकर भी प्रस्ताव भी तैयार करा रही हैं। सहारनपुर व मुजफ्फरनगर में दोनों दल के नेताओं की संयुक्त रैली कराने की भी तैयारी है।
कांग्रेस ने हर लोकसभा क्षेत्र में बूथ स्तर पर 1,800 से 2,200 एजेंट नियुक्त किए जाने का लक्ष्य रखा है। बूथ स्तर पर संगठन को खड़ा करने के लिए पार्टी कई वर्षाें के बाद यह कसरत कर रही है।
वाररूम के वरिष्ठ सदस्य संजय दीक्षित के अनुसार, एक फरवरी से इसकी शुरुआत की गई थी। कांग्रेस के हिस्से आईं 17 सीटाें वाले लोकसभा क्षेत्रों में 50 प्रतिशत से अधिक बूथ एजेंट बनाए जा चुके हैं। सभी 80 लोकसभा क्षेत्रों की बात करें तो 35 प्रतिशत से अधिक बूथ एजेंट नियुक्ति किए जा चुके हैं।