Lucknow Building Collapse : सीएम योगी पहुंचे घायलों का हाल जानने, पूछा- घटना कैसे हुई और यहां इलाज सही मिल रहा है?
Lucknow Building Collapse कांप्लेक्स परिसर के बीच का पिलर टूटा और दोनों तरफ का हिस्सा गिरा मलबा हटाते समय दिख रहा था कि बीच का दबा हुआ है। अधिकारी भी निर्माण की गुणवत्ता पर संदेह कर रहे हैं। अभी तक आठ मौत व 28 घायल की ही सूचना है। डीएम सूर्यपाल गंगवार व एडीएम आदि एलडीए और नगर निगम की टीम से अपडेट लेते रहे।
जागरण संवाददाता, लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तीन मंजिला कांप्लेक्स हादसे में घायल का हाल जानने लोकबंधु अस्पताल पहुंचे, मरीजों से मिलकर कैसे घटना हुई और यहां इलाज सही मिल रहा है जैसे सवाल पूछे। दो कमरों में भर्ती 11 मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा देने का निर्देश दिया।
एक घायल के सिर में गंभीर चोट है उसे मेडिकल कालेज भेजा जाएगा। निदेशक स्वास्थ्य सुरेश कुमार ने बताया कि अन्य घायलों की स्थिति में सुधार होने पर डिस्चार्ज कर दिया गया है।
खोजी कुत्तों की ली जा रही मदद
शहीद पथ किनारे ट्रांसपोर्ट नगर में रविवार सुबह तीन मंजिला कांप्लेक्स का मलबा हटाने में जिंदगियों की खोज जारी रही, 11.30 बजे तक तीन बार एनडीआरएफ व एसडीआरएफ के खोजी कुत्तों को अंदर भेजकर पड़ताल की गई, तीसरी बार डाग अंदर नहीं गये। किसी के दबे होने या मृत होने का संकेत नहीं मिला।मलबा निकालने का प्रयास लगातार जारी
मलबे को हटाने में लगी जेसीबी व हाइड्रा मशीन निर्माण की पोल खोल रही थी, पतली सरिया डाली गई थी और छत व दीवारें आसानी से टूट रही थी। नगर निगम के डंपरों में भरकर मलबा लगातार भेजा जाता रहा।
एलडीए की टीम ने हर मिलाप के आधे हिस्से को सुबह सील किया। अभी तक आठ मौत व 28 घायल की ही सूचना है। डीएम सूर्यपाल गंगवार व एडीएम आदि एलडीए और नगर निगम की टीम से अपडेट लेते रहे। मलबे में दबे चार पहिया और कई दो पहिया वाहन हटाए गए।
कांप्लेक्स के सामने व बगल में भरा रहा था पानीबताते हैं कि कांप्लेक्स गिरने के समय बारिश हो रही थी, सामने व बगल में खूब पानी भरा हुआ था। बगल के मकान में जलजमाव की समस्या लंबे समय से रही है। पानी निकालने के लिए टुल्लू का उपयोग करना पड़ता रहा है।
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