Lucknow: KGMU के डॉक्टरों ने रचा इतिहास, पहली बार गर्भवती महिला का सिजेरियन प्रसव व ओपन हार्ट सर्जरी एक साथ
Lucknow दिल की गंभीर बीमारी से पीड़ित गर्भवती महिला का सिजेरियन प्रसव व ओपेन हार्ट सर्जरी एक साथ करने में बड़ी सफलता मिली है। केजीएमयू के डाक्टरों द्वारा सफल सर्जरी के बाद जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं और शुक्रवार को दोनों डिस्चार्ज कर दिए गए।
By Vikash MishraEdited By: Nirmal PareekUpdated: Fri, 17 Feb 2023 10:30 PM (IST)
जागरण संवाददाता, लखनऊ: राजधानी से एक सुखद खबर सामने आयी है। दिल की गंभीर बीमारी से पीड़ित गर्भवती महिला का सिजेरियन प्रसव व ओपेन हार्ट सर्जरी एक साथ करने में बड़ी सफलता मिली है। केजीएमयू के डाक्टरों द्वारा सफल सर्जरी के बाद जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं और शुक्रवार को दोनों डिस्चार्ज कर दिए गए।
प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह ने बताया कि केजीएमयू में पहली बार ऐसी जटिल सर्जरी को अंजाम दिया गया। उत्तराखंड निवासी 27 वर्षीय गर्भवती आशा पिलखवा को प्रसव पीड़ा होने के बाद परिवारीजन उन्हें लेकर केजीएमयू के स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग (क्वीनमेरी) पहुंचे। यहां डा. सुजाता देव ने गर्भवती को देखने के बाद जरूरी जांच करवाई।
डॉ. सुजाता देव के मुताबिक, जांच में आशा को दिल की गंभीर बीमारी सुपरवाल्वुलर क्रिटिकल एओर्टिक स्टेनोसिस की पुष्टि हुई। ऐसी बीमारी के साथ सामान्य या सर्जरी से प्रसव आसान नहीं होता। डॉ. सुजाता बताती हैं कि ऐसी स्थिति में दिल सिजेरियन या सामान्य प्रसव का दबाव नहीं झेल पाता है। जच्चा-बच्चा दोनों के लिए खतरनाक स्थिति बन जाती है। डॉ. सुजाता देव ने मरीज का प्रसव कार्डियो वैस्कुलर थोरैसिक सर्जरी (सीटीवीएस) विभाग में कराने का फैसला किया। विभागाध्यक्ष डॉ. एसके सिंह ने मरीज को देखने के बाद सर्जरी प्रसव व ओपेन हार्ट सर्जरी एक साथ किया।
वहीं, डा. एसके सिंह ने बताया कि केजीएमयू में ऐसी जटिल सर्जरी पहली बार की गई है। सर्जरी करने वाली टीम में डॉ. सुजाता देव, एनस्थीसिया विभाग के अध्यक्ष डा. जीपी सिंह, डा. करण कौशिक और डॉ. रति प्रभा, क्वीनमेरी की डॉ. वंदना सोलंकी, डॉ. नम्रता, सीवीटीएस से डॉ. एसके सिंह, डॉ. विवेक तेवरसन, डॉ. भूपेंद्र और डॉ. जीशान समेत अन्य शामिल रहे।
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