Lucknow: सरकारी प्रेस में अब आधुनिक मशीनें करेंगी छपाई, खर्च होंगे 250 करोड़; स्वास्तिक आकार में बनेगा नया भवन
Lucknow उत्तर प्रदेश (UP) की राजधानी लखनऊ (Lucknow) के ऐशबाग स्थित राजकीय मुद्रणालय का 100 करोड़ रुपये से नया भवन बनाया जाएगा। स्वस्तिक आकार के नए भवन के साथ ही उसमें 150 करोड़ रुपये की अत्याधुनिक मशीनें भी लगाई जाएंगी। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि अभी तक राजकीय मुद्रणालय ऐशबाग में सालाना 1200 टन कागज की खपत हो रही है।
By Anand MishraEdited By: Prince SharmaUpdated: Sat, 14 Oct 2023 05:30 AM (IST)
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। राजधानी के ऐशबाग स्थित राजकीय मुद्रणालय का 100 करोड़ रुपये से नया भवन बनाया जाएगा। स्वस्तिक आकार के नए भवन के साथ ही उसमें 150 करोड़ रुपये की अत्याधुनिक मशीनें भी लगाई जाएंगी।
पिकअप भवन सभागार में शुक्रवार को मुद्रण एवं लेखन सामग्री विभाग की समीक्षा बैठक में मंत्री नन्दी ने राजकीय मुद्रणालय के आधुनिकीकरण के प्रस्ताव पर सहमति जताते हुए प्रस्ताव को कैबिनेट में भेजने के निर्देश दिए। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि अभी तक राजकीय मुद्रणालय ऐशबाग में सालाना 1200 टन कागज की खपत हो रही है, जबकि आधुनिकीकरण व अत्याधुनिक मशीनें लगने के बाद यह क्षमता बढ़कर 4500 टन हो जाएगी।
वेबसाइट को अपडेट किए जाने की जानकारी मंत्री को दी गई
बैठक में राजकीय मुद्रण एवं लेखन सामग्री विभाग की वेबसाइट को अपडेट किए जाने की जानकारी भी मंत्री को दी गई। मंत्री नन्दी ने विभाग में रिक्त पदों पर भर्ती का निर्देश भी दिया।बता दें कि राजकीय मुद्रणालय ऐशबाग में उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद, प्रयागराज से संबंधित उत्तर पुस्तिकाएं, उत्तर प्रदेश प्राविधिक शिक्षा परिषद विभागीय परीक्षाओं से संबंधित उत्तर पुस्तिकाएं, आयुष विभाग की होमियोपैथिक परीक्षा से संबंधित सभी उत्तर पुस्तिकाएं सहित 15 जिलों के पुलिस, राजस्व, चकबंदी, भूलेख, कृषि विभागों से संबंधित सभी प्रपत्रों का मुद्रण कार्य किया जाता है।
प्रपत्रों एवं स्टेशनरी का मुद्रण कार्य भी किया जाता है।
इसके अलावा उत्तर प्रदेश विधान सभा व विधान परिषद के सत्र से संबंधित एजेंडे व अन्य सामग्रियों का मुद्रण कार्य, राजभवन सचिवालय से संबंधित मुद्रण कार्य, भारत निर्वाचन आयोग एवं राज्य निर्वाचन आयोग के निर्वाचन से संबंधित प्रपत्रों एवं स्टेशनरी का मुद्रण कार्य भी किया जाता है।लेकिन क्षमता कम होने के कारण सभी विभागों की जरूरतें निर्धारित समय पर पूरी नहीं हो पाती हैं, जिसकी वजह से विभागों को बाहर से मुद्रण कराना पड़ता हैं। बैठक में प्रमुख सचिव औद्योगिक विभाग अनिल सागर, निदेशक मुद्रण अभिषेक प्रकाश, एमडी पिकअप पीयूष वर्मा एवं अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
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