Madurai Incident : 'पहली बार घूमने गई थी- बहुत खुश थी, काश उसे रोक लेती', बेटी की मौत के बाद मां का दर्द
मां रोते हुए कहने लगी कि पहली बार घूमने के निकली थी। बहुत खुश थी जहां भी पहुंच रही थी। काल कर जानकारी दे रही थी। दोनों एक साथ इस तरह छोड़कर चले जाएंगे विश्वास नहीं हो रहा है। दोनों के जाने से परिवार की रौनक चली गई। बेटी घर में हाथ बटाती थी तो उसकी दादी के रहने से एक मजबूती रहती थी।
जागरण संवाददाता, लखनऊ : Madurai Train Accident : मदुरै रेल हादसे में हिमानी (22) और मनोरमा अग्रवाल (80) की मौत की सूचना शनिवार सुबह चौक की बान वाली गली में पहुंची तो हंगामा मच गया। कोई बार-बार ट्रिप की तस्वीर देख कर रो रहा था, तो कोई उनसे आखिर बार हुई बात की चर्चा कर रहा था। मां की जुबान पर तो सिर्फ यही था कि पहली बार घूमने गई थी, काश उसे रोक लेती। वहीं जिसको भी सूचना मिल रही थी, परिवार को सहारा देने के लिए पहुंच रहे थे।
17 अगस्त को दादी के साथ गई थी घूमने
घर में मौजूद हिमानी के पिता और मनोरमा के बेटे मनोज अग्रवाल ने बताया कि 17 अगस्त को बेटी अपनी दादी के साथ ट्रिप पर निकली थी। निकलने के बाद से ही थोड़ी-थोड़ी देर में मां प्रीति दोनों को काल कर जानकारी ले रही थी। कभी वीडियो काल तो कभी नार्मल काल पर खूब बात हो रही थी। वहां पहुंचते ही घूमने की तस्वीरें साझा की तो सभी लोग खुश थे। दो दिन पहले हिमानी ने कन्याकुमारी से दादी के साथ की तस्वीर भेजी थी।
उधर, मां रोते हुए कहने लगी कि पहली बार घूमने के निकली थी। बहुत खुश थी, जहां भी पहुंच रही थी। काल कर जानकारी दे रही थी। दोनों एक साथ इस तरह छोड़कर चले जाएंगे विश्वास नहीं हो रहा है। दोनों के जाने से परिवार की रौनक चली गई। बेटी घर में हाथ बटाती थी, तो उसकी दादी के रहने से एक मजबूती रहती थी। अगर पता होता तो किसी को जान नहीं देती।
पढ़ाई पूरी करने के बाद कर रही थी नौकरी की तलाश
पिता मनोज ने बताया कि बचपन से ही पढ़ाई में बहुत होशियार थी। एमसीए की पढ़ाई पूरी करने के बाद नौकरी की तलाश कर रही थी। वहीं घर वाले एक दो साल में शादी की तैयारी कर रहे थे। ताकि समय रहते सही जगह शादी हो जाए।
रामेश्वरम के लिए रात में निकली थी
परिजनों ने बताया कि शुक्रवार शाम सात बजे के करीब काल पर बात हुई तो बताया कि 10 बजे रामेश्वरम की जाने के लिए ट्रेन है। वहीं जाने के लिए तैयारी की जा रही है। उसके कुछ देर बाद काल की तो संपर्क नहीं हुआ। सुबह भी जानकारी नहीं हुई। बार-बार काल करने के कुछ देर बाद पुलिस की तरफ से हादसे की जानकारी मिली।
परिवार ने लगाया आइआरसीटीसी पर लापरवाही का आरोप
परिजनों ने आइआरसीटीसी पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि डिब्बे में आखिर ऐसा क्या हुआ जो इतना बड़ा हादसा हो गया। डिब्बे में आग कैसे लगी इसकी भी जांच होने चाहिए। जिसकी भी लापरवाही है। उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।