Lucknow Metro: लखनऊ में रहने वालों को खुशखबरी… ईस्ट-वेस्ट मेट्रो कॉरिडोर को मिली मंजूरी, होंगे इतने स्टॉपेज
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के निवासियों के लिए खुशखबरी है। पिछले सात साल से लखनऊ मेट्रो के विस्तार की जो योजना ठंडे बस्ते में पड़ी थी उसे गति मिलने लगी है। दिल्ली में मंगलवार को आयोजित हुई नेटवर्क प्लानिंग ग्रुप (एनपीजी) की बैठक में भी चारबाग से वसंतकुंज तक ईस्ट-वेस्ट मेट्रो कॉरिडोर के दूसरे चरण के विस्तार को मंजूरी मिल गई है।
जागरण संवाददाता, लखनऊ। पिछले सात साल से लखनऊ मेट्रो के विस्तार की जो योजना ठंडे बस्ते में पड़ी थी, उसे गति मिलने लगी है। प्रदेश के कैबिनेट में मंजूरी मिलने के बाद अब दिल्ली में मंगलवार को आयोजित हुई नेटवर्क प्लानिंग ग्रुप (एनपीजी) की बैठक में भी चारबाग से वसंतकुंज तक ईस्ट-वेस्ट मेट्रो कॉरिडोर के दूसरे चरण के विस्तार को मंजूरी मिल गई है।
अब पब्लिक इन्वेस्टमेंट बोर्ड से प्रोजेक्ट को मंजूरी मिलना शेष रह गया है। बोर्ड से मंजूरी मिलते ही केंद्रीय कैबिनेट परियोजना की डीपीआर को मंजूरी दे देगी।
दिल्ली में हुई बैठक में पास हुई फाइल
भारत सरकार की औद्योगिक नीति संवर्धन विभाग वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अपर सचिव की अध्यक्षता में दिल्ली स्थित वाणिज्य भवन में मंगलवार को एनपीजी की बैठक हुई थी।
बैठक में प्रधानमंत्री गति शक्ति के नेशनल मास्टर प्लान पोर्टल पर दर्ज रिपोर्ट के आधार पर चारबाग से वसंतकुंज तक मेट्रो के रूट में आने वाली पानी की पाइप लाइन, ट्रांसमिशन लाइन, सीवर लाइन, रेलवे लाइन, पुरातत्व विभाग से जुड़ी इमारत या स्मारक, बस स्टैंड, मल्टी माडल कनेक्टिविटी को लेकर चर्चा की गई।
रिपोर्ट में ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर मेट्रो निर्माण के लिए किसी भी प्रकार की बाधा नहीं पाई गई। एनपीजी की बैठक में परियोजना से संबंधित केंद्रीय आवासन एवं शहरी विकास, रक्षा, रेलवे, पर्यावरण एवं वन विभाग, वित्त विभाग के प्रतिनिधियों ने भी अपनी सहमति प्रदान की।
मेट्रो के ईस्ट- वेस्ट कॉरिडोर को एनपीजी से मंजूरी एक बड़ी उपलब्धि है। लखनऊ की शहरी परिवहन के साथ मौजूदा मेट्रो कॉरिडोर के लिए यह परियोजना बेहद अहम है। चारबाग से वसंतकुंज कॉरिडोर के डीपीआर की मंजूरी की दिशा में एक और सकारात्मक पहल हुई है। परियोजना को दिल्ली में हुई एनपीजी बैठक की मंजूरी मिल गई है। राज्य सरकार ने इस परियोजना का इसी वर्ष मार्च माह में अनुमोदन किया है।
-सुशील कुमार, एमडी यूपी मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन।
एनपीजी के बाद अब मेट्रो विस्तार के प्रोजेक्ट को पब्लिक इन्वेस्टमेंट बोर्ड में लाया जाएगा। बोर्ड में परियोजना की मंजूरी के बाद केंद्रीय कैबिनेट से परियोजना के डीपीआर की मंजूरी की आवश्यकता होगी।
ऐसा होगा चारबाग-वसंतकुंज मेट्रो का रूट
- 11.165 किमी. होगी चारबाग से वसंतकुंज कॉरिडोर के रूट की कुल लंबाई
- 4.286 किलोमीटर का होगा एलिवेटेड रूट
- 6.879 किलोमीटर भूमिगत सेक्शन पर दौड़ेगी मेट्रो
- 12 स्टेशन होंगे ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर पर
- 7 भूमिगत मेट्रो से गुजरेगी मेट्रो
- 5 एलिवेटेड स्टेशन होंगे रूट पर
- 5 साल में प्रोजेक्ट पूरा करने का रखा गया है अनुमानित समय
- 5081 करोड़ रुपये होगी इस प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत
ऐसे कनेक्ट होगा नार्थ-साउथ कॉरिडोर
चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट से मुंशी पुलिया तक इस समय दौड़ रही नार्थ-साउथ कॉरिडोर को चारबाग में ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर से जोड़ा जाएगा। चारबाग मेट्रो स्टेशन पर इंटरचेंज की सुविधा होगी।
ऐसे बनेंगे मेट्रो के स्टेशन
भूमिगत
- चारबाग
- गौतम बुद्ध मार्ग
- अमीनाबाद
- पांडेयगंज
- सिटी रेलवे स्टेशन
- मेडिकल चौराहा
- चौक
यहां एलिवेटेड ट्रैक पर दौड़ेगी मेट्रो
- ठाकुरगंज
- बालागंज
- सरफराजगंज
- मूसाबाग (एलिवेटेड)
- वसंतकुंज
जुड़ेंगे कई महत्वपूर्ण क्षेत्र
प्रस्तावित ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर के बनने के बाद इलाज के लिए केजीएमयू, क्वीन मैरी अस्पताल आना आसान होगा। इसके अलावा अमीनाबाद, चौक, ठाकुरगंज से लेकर नई विकसित हो रही वसंतकुंज योजना के हिस्से भी सीधे जुड़ सकेंगे। प्रतिदिन करीब 1.50 लाख यात्री इस सेक्शन पर सफर करेंगे।
ऐसे बढ़ती रही कीमत
फरवरी 2019 में प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत 3786 करोड़ रुपये थी। यह बढ़कर 4264 और फिर अब 5081 करोड़ रुपये पहुंच गई है। इस मेट्रो का डिपो वसंतकुंज में बनेगा।
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