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मांझा तो कभी टेक्निकल फाल्ट बन रहा मेट्रो की रफ्तार का रोड़ा, यात्री परेशान Lucknow News

हुसैनगंज व सचिवालय मेट्रो स्टेशन पर खड़ी हुई मेट्रो। आठ सितंबर को भी खड़ी हुई थी मुंशी पुलिया स्टेशन पर मेट्रो।

By Divyansh RastogiEdited By: Updated: Fri, 27 Sep 2019 02:49 PM (IST)
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मांझा तो कभी टेक्निकल फाल्ट बन रहा मेट्रो की रफ्तार का रोड़ा, यात्री परेशान Lucknow News
लखनऊ, जेएनएन। सरपट दौडऩे वाली मेट्रो कभी कभी यात्रियों को झटका दे रही है। संचालन से अब तक दर्जनों भर खड़ी हो चुकी मेट्रो शक्रवार (आज) को फिर हुसैनगंज मेट्रो स्टेशन पर पंद्रह मिनट तक दोपहर 12:44 के आसपास खड़ी रही। तकनीकी फाल्ट बताया गया और फिर मैट्रो सचिवालय मेट्रो स्टेशन पर आकर खड़ी हो गई। हालांकि फाल्ट को दूर करने के बाद यहां से दस मिनट बाद चलाया गया। इससे हजरतगंज व मुंशी पुलिया जा रहे यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ी। इससे पहले 22 सितंबर को मुंशी पुलिया पर मांझा व पतंग का तार मेट्रो के पेंटों में फंसने से खड़ी हुई थी। 

एलएमआरसी के परिचालन अधिकारियों ने बताया कि मेट्रो के संचालन में चाइनीज मांझा और पतंग में लोहे के तार को बांधकर उड़ाया जा रहा है। इसके कारण मेट्रो के संचालन में बाधा आ रही है। वहीं दूसरी ओर चाइनीज मांझा व तार की बिक्री बंद नहीं हुई है। नतीजतन 22 सितंबर को दिक्कत आई, लेकिन 27 सितंबर को बिजली से संबंधित फाल्ट आने की बात अफसरों ने बताई। वहीं रविवार को भी मेट्रो का संचालन पंद्रह मिनट के लिए मुंशी पुलिय मेट्रो स्टेशन के पास प्रभावित रहा। 

लखनऊ मेट्रो रेल कारपोरेशन लिमिटेड (एलएमआरसी) द्वारा समय समय पर चाइनीज मांझा व तार को लेकर अभियान चलाया जाता है, लेकिन अब पतंगें उडऩे का क्रम हुसैनगंज से आलमबाग के बीच नहीं रहा। मेट्रो के 23 किमी में कही भी चाइनीज मांझा व तार बंधी पतंग उड़ती देखी जा सकती है, लेकिन जब यह कट कर मेट्रो रूट पर गिरती तो ओएचई लाइन व इससे टच होने वाले पेंटो मेट्रो की छत पर टी आकार का में फंस रहा है, इससे मेट्रो में सफर करने वाले यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ रही है। 

क्या कहते हैं अफसर? 

एलएमआरसी जनसंपर्क अधिकारी पुष्पा बेलानी के मुताबिक, तकनीकी कारणों से मेट्रो का संचालन बाधित हुआ था। पहले हुसैनगंज रुकी, फिर सचिवालय पर चंद मिनट के लिए। तकनीकी फाल्ट दूर करके चला दिया गया है। 

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