Lucknow Nagar Nigam: घर-घर कचरा बटोर कर तीन माह में लखनऊ नगर निगम ने कमाए 3.30 करोड़ रुपये
Lucknow Nagar Nigam Update लखनऊ नगर निगम ने घरों से कूड़ा लेने के लिए खरीदीं 210 गाड़ियां इतनी ही और आएंगी। घर-घर से कूड़ा उठाने की योजना वर्ष 2007 से चल रही है। नगर निगम के जोन एक तीन चार पांच और आठ में नियमित कूड़ा उठ रहा है।
लखनऊ, जेएनएन। Lucknow Nagar Nigam: संसाधन बढ़े तो कचरे की चमक दिखने लगी। घर से निकला कचरा अब नगर निगम की आय बढ़ा रहा है। तीन माह में नगर निगम को घर-घर से कूड़ा लेने पर 3.30 करोड़ रुपये की आय हुई है। सितंबर से नंवबर के बीच यह बढ़ोतरी दिखी है। यूजर चार्ज से बढ़ रही आय से नगर निगम के अफसरों को भी लगने लगा है कि घर-घर से नियमित कूड़ा उठने से ही शहरवासियों का रुझान यूजर चार्ज देने में बढ़ा है।
गाड़ी वाला आया कचरा निकाल... और जो लखनपुर था, वो आज है लखनऊ। हां, नवाबों का अंदाज है लखनऊ..., गीत के बीच नगर निगम की गाडिय़ां शहर के कुछ भागों में जा रही हैं। नगर निगम के कुल आठ जोन में से जोन एक, तीन, चार, पांच और आठ में यह गाडिय़ां घरों से कूड़ा लेने जाती हैं। अब इंदिरानगर क्षेत्र में भी 24 गाडिय़ां घर-घर से कूड़ा लेने के लिए दौड़ती नजर आएंगी।
बार-बार पटरी से उतरती रही है व्यवस्था
वैसे तो घर-घर से कूड़ा उठाने की योजना वर्ष 2007 से चल रही है, लेकिन कभी पटरी पर चढ़ती है तो कभी उतर जाती है। भाजपा सरकार बनने के बाद कूड़ा प्रबंधन का काम देख रही मेसर्स ज्योति इंव्यारो से काम लेकर मेसर्स ईको ग्रीन को दिया गया था। लेकिन, यह कंपनी भी दावे के मुताबिक काम नहीं कर रही थी और वेतन न मिलने से कर्मचारी भी हट रहे हैं। जिन घरों से यूजर चार्ज वसूला जाता था, वहां से नियमित कूड़ा न लेने से लोगों का विश्वास खत्म हो रहा था और शहर के अधिकांश लोग आसाम से आए लोगों को ही कूड़ा दे रहे थे, लेकिन यह कूड़ा घरों से लेकर सड़क पर ही फेंका जाता है।
क्या कहते है नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी ?
नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी के मुताबिक, जिस तरह हर माह यूजर्स चार्ज बढ़ रहा है, उससे यह पता चलता है कि घरों से नियमित कूड़ा उठ रहा है। इसलिए शहरवासी यूजर चार्ज दे रहे हैं। 210 गाडिय़ों से नगर निगम के जोन एक, तीन, चार, पांच और आठ में नियमित कूड़ा उठ रहा है। 210 वाहन और खरीदे जाने हैं। इसके अलावा सीएसआर फंड से भी 24 वाहन मिले हैं। जल्द ही शहर के अन्य भागों में भी घरों से कूड़ा उठाने का काम चालू हो जाएगा।
अलग-अलग रखें कचरा
कचरे को एक साथ मिलाने से उसकी छंटाई में बहुत समय बर्बाद होता है। अगर गीला, सूखा और रासायनिक कूड़े को अलग-अलग डिब्बे में रखा जाए तो घर से ही कूड़े की छंटाई हो जाएगी।
यूजर चार्ज से नगर निगम को आय
अक्टूबर में 79 लाख रुपये, नवंबर में 1.07 करोड़ रुपये, दिसंबर में 1.42 करोड़ रुपये।