GST दरें कम होंगी तो ईंट- टाइल्स, मार्बल और सीमेंट के दाम गिरेंगे... लखनऊ में घर बनाना अब होगा आसान
लखनऊ में घर बनाना अब सस्ता हो सकता है। नवरात्रि में भूमि पूजन का मुहूर्त शुभ है क्योंकि जीएसटी की नई दरें लागू होने से निर्माण सामग्री पर टैक्स कम होगा। ईंट मार्बल और सीमेंट के दाम गिरने से घर बनाने वालों को लगभग 50000 रुपये तक की बचत हो सकती है। जीएसटी काउंसिल की बैठक में दरों को कम करने पर विचार किया जा रहा है।
जागरण संवाददाता, लखनऊ। अगर आप नवरात्रि में घन बनाने के लिए भूमि पूजन करना चाहते हैं तो यह शुभ मुहूर्त सनातन संस्कृति के कारण भी शुभ है और जीएसटी की नई दरों लागू होने का शुभ संकेत है।
जीएसटी काउंसिल की बैठक सितंबर के प्रथम सप्ताह में प्रस्तावित है। बैठक के बाद जीएसटी की दरों के दो स्लैब पांच व 18 प्रतिशत पर स्वीकृति दी जा सकती है। इससे घर बनाने वालों के बजट में कम से कम पचास हजार की बचत होनी तय है। क्योंकि ईंट, मार्बल, सीमेंट के दाम गिरना तय माना जा रहा है।
एक घर बनाने में मौरंग, बालू व गिट्टी के बाद इन सामग्रियों की जरूरत सबसे अधिक पड़ती है। मार्बल, सीमेंट सबसे महंगी निर्माण सामग्री हैं। इन पर 28 प्रतिशत जीएसटी अभी तक लिया जा रहा है। यह सीधे 18 प्रतिशत पर आ जाएगी। एक हजार वर्ग फीट के दो मंजिला मकान में तीन से पांच लाख तक सिर्फ मध्य श्रेणी का मार्बल लग जाता है।
उत्तर प्रदेश सीमेंट व्यापार संघ के वरिष्ठ महामंत्री मनीष मोदी कहते हैं कि ईंट पर 12 प्रतिशत जीएसटी है, इसे पांच प्रतिशत करने की तैयारी है। क्योंकि घर में ईंट का प्रयोग भी बहुत होता है। हालांकि बालू, मौरंग व गिट्टी पर जीएसटी को लेकर कोई विशेष सख्ती नहीं है।
घर बनवाने वाले लोग जीएसटी की इन निर्माण सामग्रियों को खरीदने में जीएसटी बिल भी न के बराबर बनवाते हैं। सिर्फ सरकारी कामों में पांच प्रतिशत जीएसटी उक्त निर्माण समाग्री सप्लाई करते वक्त लिया जाता है।
इसी तरह सरिया पर भी 18 प्रतिशत जीएसटी अभी देनी पड़ रही है और यह बने रहने की उम्मीद है। वहीं वाइट सीमेंट, पुट्टी व पेंट पर जीएसटी 28 प्रतिशत है जो 18 प्रतिशत होनी तय मानी जा रही है।
व्यापारी आलोक रस्तोगी कहते हैं कि पानी के पाइपों पर जीएसटी 18 प्रतिशत है, यह कम नहीं होना है। इलेक्ट्रानिक व्यापारी धर्मेन्द्र के मुताबिक जीएसटी 18 प्रतिशत है और उस पर भी जीएसटी कम होने की संभावना नहीं है।
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