Lucknow News: बिजनेस बिल्डिंग में लगी आग, कांच तोड़कर छत से कूदे लोग; जान बची तो बयां की आपबीती
सत्या बिजनेस पार्क बिल्डिंग की पहली मंजिल पर सोमवार शाम छह बजे रूद्रा कंस्ट्रक्शन कंपनी में आग लग गई। बिल्डिंग में 40 से ज्यादा लोग फंस गए। जान बचाने के लिए सीढ़ियों की तरफ भागे तो कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था। इसके चलते कांच को तोड़कर जान जोखिम में डालकर बिल्डिंग के बाहर लगे बोर्ड पर चढ़कर बगल में पहुंचे तो पड़ोसियों ने सीढ़ी लगाकर नीचे उतारा।
जागरण संवाददाता, लखनऊ। नवल किशोर रोड के सत्या बिजनेस पार्क बिल्डिंग की पहली मंजिल पर सोमवार शाम छह बजे रूद्रा कंस्ट्रक्शन कंपनी में आग लग गई। लपट व दम घोटू धुआं के बीच बिल्डिंग में 40 से ज्यादा लोग फंस गए।
जान बचाने के लिए सीढ़ियों की तरफ भागे तो कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था। इसके चलते कांच को तोड़कर जान जोखिम में डालकर बिल्डिंग के बाहर लगे बोर्ड पर चढ़कर बगल में पहुंचे तो पड़ोसियों ने सीढ़ी लगाकर नीचे उतारा। इस दौरान तीन लोग बेसुध हो गए।
दमकल कर्मियों ने सीढ़ी की मदद से नीचे उतारा। फिर एक तरफ स्मोक इंस्ट्रैक्टर से धुआं निकालते हुए हाइड्रोलिक मशीन समेत 10 गाड़ियों की मदद से एक घंटे में आग पर काबू पाया।
लपट व दम घोंटू धुआं भरने से भगदड़
सत्या बिजनेस पार्क बिल्डिंग में केनरा बैंक, पूनावाला फाइनेंस कंपनी, वीटीएस कंस्ट्रक्शन, रूद्रा कंस्ट्रक्शन, मंत्रा सॉफ्टवेयर इंडिया समेत आठ से दस आफिस हैं। सोमवार शाम को छह बजे रुद्रा कंस्ट्रक्शन कंपनी में आग लग गई। लपट व दम घोंटू धुआं भरने से भगदड़ मच गई। चीख-पुकार मचने लगी। सीढ़ियों की तरफ भागे तो कुछ दिखाई न देने के कारण जा न सके।
उधर, आग की लपटें दूसरी मंजिल पर पूनावाला फाइनेंस कंपनी में पहुंच गई तो वहां मौजूद उत्कर्ष दुबे ने हाथ से कांच को तोड़ा और बिल्डिंग की दीवार पर केनरा बैंक के लगे बोर्ड पर चढ़-चढ़ कर पीछे पहुंचे। पीछे मौजूद पड़ोसियों ने सीढ़ी लगाकर 30 से 35 लोगों को उतारा।
वहां मौजूद नौशाबा ने बताया कि कुछ लोग कूद भी गए, जिससे उनको चोट आ गई। हालांकि, तब तक दमकल विभाग के लोग पहुंच गए तो वहां पर बेसुध हरीश, सौरभ और सीता को बाहर निकाला।
स्मोक इंस्ट्रैक्टर लगाकर निकाला धुआं
सीएफओ मंगेश कुमार ने बताया कि धुआं ज्यादा भर गया था। इसके लिए पहले स्मोक इंस्ट्रैक्टर को लगाया गया। साथ ही हाईड्रोलिक मशीन को लगाया गया। एक तरफ से धुआं निकालते हुए आग पर काबू पाने लगे। इस दौरान गोमतीनगर, इंदिरानगर समेत अन्य स्टेशन से 10 गाड़ियां मौके पर पहुंच गई। करीब एक घंटे में आग पर काबू पा लिया गया।
बोर्ड न होता तो कई लोगों की हालत होती गंभीर
पड़ोसी नसीर अहमद ने बताया कि बिल्डिंग में फंसे हुए लोग बोर्ड पर चलते हुए मदद के लिए चीख-पुकार मचाने लगे। शोर सुनकर वहां पहुंचे तो प्रियांश सिंह, वसीम अहमद, मो अकील को बुलाया।
उनकी मदद से सीढ़ी को लाए और उसको लगाकर सभी को उतारा। करीब 30 से 35 लोगों को उतारा। उधर कुछ लोगों को दमकल ने निकाला। उस दौरान तीन से चार लोग कूद गए। नसीर ने बताया कि बिल्डिंग में बोर्ड न लगा होता तो कई लोगों की जान चली जाती।
परिसर में नहीं था फायर एग्जिट
बिल्डिंग में फंसे लोगों ने बताया कि अंदर आने के लिए एक ही रास्ता है। आग लगते ही उसकी तरफ भागे तो निकलना मुश्किल था। बाहर निकलने के लिए एक भी रास्ता नहीं था। कांच तोड़ने के दौरान कई लोगों तोट तक लग गई। यही नहीं तोड़ने के लिए भी कोई उपकरण नहीं मिल रहा था।
जाम में फंसी दमकल
सीएफओ ने बताया कि आग लगते कंट्रोल रूम में सूचना दे दी गई थी। बावजूद इसके अन्य स्टेशन से आने वाली गाड़ियों के लिए रास्ता नहीं खाली करवाया गया, जिसके चलते जाम में फंस गई थी गाड़ियां।
नहीं उपलब्ध करवा सके फायर एनओसी
सीएफओ के मुताबिक, बिल्डिंग में मौजूद लोगों से फायर एनओसी की मांग की गई तो उपलब्ध नहीं करवा सके हैं। ऐसे में हजरतगंज एफएसओ को निर्देश देकर नोटिस भिजवाया जाएगा। जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी। वहीं एफएसओ ने बताया कि कुछ दिनों पहले कई लोगों को नोटिस दी गई थी। ऐसे में इनको भेजी गई नोटिस को निकलवाया जाएगा।
नहीं मिल रहा था डायल 112
पड़ोस में मौजूद रोहित मिश्रा ने बताया कि आग की लपट निकलते पुलिस को सूचना देने के लिए डायल 112 मिलाया। चार से पांच बार मिलाया, लेकिन एक भी नहीं मिला। वहीं एक बार मिला भी तो आवाज नहीं आ रही थी।
बात-चीत
कूदने से लग गई चोट
ऑफिस में मौजूद था। लपट धुआं भरते ही बाहर की तरफ भागे तो निकल नहीं सके। कांच तोड़कर बाहर पहुंचे और कूदकर जान बचाई।
-नितिन पाल
काम से आए थे परिसर में
निजी काम के लिए परिसर में आए थे। तभी आग लग गई। कांच तोड़ा गया, लेकिन बाहर निकलना मुश्किल था। ऐसे में सांस न लेने के कारण बेसुध हो गए थे। दमकल कर्मियों ने बचाया।
-हरीश कुमार
इन लोगों को सुरक्षित बचाया
दमकल विभाग के एफएसओ हजरतगंज अशोक कुमार रावत, इंस्पेक्टर हजरतगंज विक्रम सिंह व उनकी टीम, दमकल कर्मी संजय कुमार, ओमकार नाथ राव समेत अन्य लोगों ने मिलकर हिमांशु भटनागर, हीरा मनी द्विवेदी, अल्का श्रीवास्तव, नवनीत कुमार, उत्कर्ष श्रीवास्तव, उत्कर्ष दुबे समेत अन्य लोगों को बचाया हैं।