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Lucknow News : पीजीआइ में रेजिडेंट डाक्टरों की भूख हड़ताल, 300 मरीजों को नहीं मिला इलाज

दरअसल एसजीपीजीआइ में यूपी ही नहीं बल्कि बिहार झारखंड पश्चिम बंगाल और नेपाल से भी रोगी आते हैं। मंगलवार रात में ही इलाज की आस लेकर संस्थान पहुंचे गंभीर मरीज बुधवार को सुबह पंजीकरण के लिए काउंटर पर पहुंचे तो पता चला नए मरीज नहीं देखे जाएंगे। पंजीकरण काउंटर बंद करा दिए गए। मरीजों ने बताया कि उन्हें डॉक्टरों की हड़ताल की जानकारी नहीं थी।

By Vikash Mishra Edited By: Mohammed Ammar Updated: Wed, 16 Oct 2024 09:52 PM (IST)
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सभी मरीजों को नई तारीख देकर वापस कर दिया गया।
जागरण संवाददाता, लखनऊ। कोलकाता में महिला रेजिडेंट डाक्टर से दुष्कर्म के बाद हत्या के मामले को लेकर संजय गांधी पीजीआइ के रेजिडेंट डाक्टरों ने बुधवार को कार्य बहिष्कार कर विरोध जताया। आरोप है कि कोलकाता में महिला डाक्टर के साथ हुई घटना के बाद भी सबक नहीं लिया जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद भी सरकार गंभीर नहीं है।

मरीजों को नहीं थी हड़ताल की जानकारी 

जूनियर डाक्टरों की हड़ताल के चलते लगातार दूसरे दिन भी 300 नए मरीज बिना इलाज वापस लौट गए। दरअसल, एसजीपीजीआइ में यूपी ही नहीं, बल्कि बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और नेपाल से भी रोगी आते हैं। मंगलवार रात में ही इलाज की आस लेकर संस्थान पहुंचे गंभीर मरीज बुधवार को सुबह पंजीकरण के लिए काउंटर पर पहुंचे तो पता चला नए मरीज नहीं देखे जाएंगे। पंजीकरण काउंटर बंद करा दिए गए।

दूर-दराज से आए रोगियों-तीमारदारों ने बताया कि रेजीडेंट डाक्टरों के हड़ताल की जानकारी नहीं थी। इसके अलावा दो दर्जन से अधिक मरीजों की रेडियोलाजी और जरूरी जांचें भी नहीं हो सकीं। सभी को नई तारीख देकर वापस कर दिया गया।

केजीएमयू में भी सैकड़ों मरीजों का इलाज प्रभावित : बुधवार को सुबह करीब नौ बजे से रेजिडेंट डाक्टरों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। ओपीडी में काम करने से मना कर दिया। अधिकारियों ने रेजिडेंट डाक्टरों को मनाने का काफी प्रयास किया, लेकिन कोई नहीं माना। सभी नारेबाजी करते हुए ओपीडी से बाहर निकल आए। इसकी वजह से वार्डों में अफरा-तफरी का माहौल रहा। विभिन्न विभागों में लगभग 500 रोगी बिना उपचार के घर वापस लौट गए, जबकि 20 सर्जरी टालनी पड़ी।

सड़क हादसों में महिला की मौत, चार घायल

जागरण टीम, रायबरेली। सड़क हादसों में बुधवार को एक महिला की मौत हो गई, जबकि चार अन्य घायल हो गए। सभी घायलों को पास के सीएचसी ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद एक की हालत गंभीर होने पर उसे जिला अस्पताल रेफर किया गया है। 

देर शाम कस्बा निवासी व विश्व हिन्दू परिषद के नेता संजय तिवारी अपनी कार से बस स्टैंड की तरफ जा रहे थे। तभी अचानक कार अनियंत्रित हो गई और मर्गापुल के पास आ रहे एक ई-रिक्शा से टकरा गई। हादसे में रिक्शा सवार अनिल कुमार, सुनील कुमार व रिक्शा चालक रामू घायल हो गए। स्थानीय लोगों ने घायलों को सीएचसी पहुंचाया, जहां रामू की हालत गंभीर होने पर उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। प्रभारी निरीक्षक का कहना है कि घायल के भाई राजदेव की तहरीर पर संजय तिवारी के विरुद्ध संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। वाहन को कब्जे में लेकर कार्रवाई की जा रही है।

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