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Lucknow News : बदमाशों का दुस्साहस दे रहा पुलिस के इकबाल को चुनौती, खाकी पर हो रहे हमलों ने बढ़ाई चिंता

मेरठ में एक दिन पूर्व ही देहलीगेट थाने की पुलिस लूट के एक आरोपित को पकड़ने गई थी। जहां पुलिसकर्मियों पर हमला बोलकर आरोपित को छुड़ा लिया गया। बाद में और पुलिस बल के पहुंचने पर स्थिति संभली। जुलाई माह में एक गांव में झगड़े की सूचना पर पहुंचे सिपाही राधेचरण यादव को दबंगों ने हमला कर घायल कर दिया।

By Alok Mishra Edited By: Mohammed Ammar Updated: Sat, 07 Sep 2024 10:14 PM (IST)
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अवैध असलहों से लैस बदमाश मौका पड़ने पर खाकी को भी निशाना बनाने से नहीं चूकते।

राज्य ब्यूरो, जागरण, लखनऊ। बदमाशों का बढ़ता दुस्साहस पुलिस के इकबाल काे चुनौती देता रहा है। आगरा में खनन माफिया के गुर्गों ने जिस तरह पुलिसकर्मियों पर हमला बोला, वह अकेली घटना नहीं। प्रदेश में पहले भी ऐसी कई दुस्साहसिक वारदात हो चुकी हैं, जिन्होंने कानून-व्यवस्था को लेकर बड़े सवाल खड़े किए।

कानपुर के बिकरू गांव में हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को पकड़ने गई पुलिस टीम पर बदमाशों की अंधाधुंध फायरिंग की थी, जिसमें सीओ समेत आठ पुलिसकर्मी बलिदान हो गए थे। प्रयागराज में उमेश पाल की दिनदहाड़े हुई हत्या के दौरान उसकी सुरक्षा में तैनात रहे दो पुलिसकर्मियों को भी गोलियों से छलनी कर दिया गया था। ऐसी घटनाएं पुलिस की साख पर भी सवाल उठाती रही हैं। अवैध असलहों से लैस बदमाश मौका पड़ने पर खाकी को भी निशाना बनाने से नहीं चूकते।

अफसरों की बढ़ रही चिंता 

प्रदेश में खनन माफिया का सिंडीकेट लंबे समय से सक्रिय रहा है। खनन माफिया पहले भी उनके रास्ते में आने वाले पुलिसकर्मियों को निशाना बनाते रहे हैं। पुलिस भी ऐसी किसी बड़ी घटना के बाद उसमें शामिल रहे बदमाशों पर कहर बनकर टूटी है। पर एक के बाद एक ऐसी घटनाएं वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की चिंता भी बढ़ाती हैं।

पुलिस दबिश के दौरान सुरक्षा उपकरणों से लैस रहने से लेकर अन्य सावधानियां बरते जाने के विस्तृत निर्देश भी दिए जा चुके हैं। इसके बाद भी पुलिस अधिकारियों व कर्मियों की चूक से कई बार बदमाश उन पर भारी पड़ते रहे हैं।

मेरठ में एक दिन पूर्व ही देहलीगेट थाने की पुलिस लूट के एक आरोपित को पकड़ने गई थी। जहां पुलिसकर्मियों पर हमला बोलकर आरोपित को छुड़ा लिया गया। बाद में और पुलिस बल के पहुंचने पर स्थिति संभली। जुलाई माह में एक गांव में झगड़े की सूचना पर पहुंचे सिपाही राधेचरण यादव को दबंगों ने हमला कर घायल कर दिया। जुलाई माह में ही उन्नाव में सिपाही कृष्णदेव को छत से फेंके जाने की घटना भी सामने आई थी। ऐसी घटनाएं पुलिसकर्मियों की सुरक्षा के सवाल भी उठाती रही हैं।

हमलावरों पर होगी कठोर कार्रवाई : डीजीपी

डीजीपी प्रशांत कुमार का कहना है कि आगरा में सिपाही पर हमले की घटना में बदमाशों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई सुनिश्चित कराई जा रही है। पुलिसकर्मियों पर हमले की किसी भी घटना में दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई होगी।

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