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Lucknow News: मोबाइल फॉर्मेट कर नदी में कूदा युवक, तीन दिन बाद मिला शव; दोस्त को भेजी थी समतामूलक की लोकेशन

दोस्त को समतामूलक की लोकेशन भेज मोबाइल फार्मेट कर नदी में कूदने वाले 21 वर्षीय दीपांशु मौर्य का शव गोताखोरों ने तीन दिन बाद रविवार को निकाल लिया। गोमतीनगर थाने में छात्र की गुमशुदगी दर्ज थी। गुरुवार रात वह रायबरेली स्थित घर से बिना किसी को बताए निकल आया था। रायबरेली के शिवगढ़ निवासी दीपांशु मौर्य बीएससी एजी तृतीय वर्ष का छात्र था।

By Hitesh SinghEdited By: Shivam YadavUpdated: Sun, 30 Jul 2023 08:28 PM (IST)
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परिजनों ने किसी पर कोई आरोप नहीं लगाया है।

लखनऊ, जागरण संवाददाता: दोस्त को समतामूलक की लोकेशन भेज मोबाइल फार्मेट कर नदी में कूदने वाले 21 वर्षीय दीपांशु मौर्य का शव गोताखोरों ने तीन दिन बाद रविवार को निकाल लिया। गोमतीनगर थाने में छात्र की गुमशुदगी दर्ज थी। गुरुवार रात वह रायबरेली स्थित घर से बिना किसी को बताए निकल आया था।

रायबरेली के शिवगढ़ निवासी दीपांशु मौर्य बीएससी एजी तृतीय वर्ष का छात्र था। पिता बृजेश कुमार वर्मा विकासनगर में किराए के मकान में रहकर प्राइवेट नौकरी करते हैं। पुलिस के मुताबिक परिजनों ने बताया कि दीपांशु कुछ समय से गुमसुम रहता था, पर पूछने पर कभी कुछ बताया नहीं। गुरुवार देर रात करीब 11:30 बजे अचानक दीपांशु बिना किसी को कुछ बताए बाइक से कहीं चला गया। 

अगले दिन सुबह आसपास तलाश की पर उसका कुछ पता नहीं चला था। इस बीच पता चला कि दीपांशु ने देर रात गांव के ही अपने एक साथी को लोकेशन भेजी थी, जो कि गोमतीनगर के समतामूलक चौराहे के पास की थी। समतामूलक पहुंचे तो सड़क किनारे बेटे की बाइक और मोबाइल फोन मिला था।

इंस्पेक्टर गोमतीनगर के मुताबिक, शुक्रवार को गुमशुदगी दर्ज कर गोताखोरों की मदद से गोमती में उसकी तलाश करवाई थी पर कुछ पता नहीं चल सका था। तीसरे दिन गोताखोरों ने समतामूलक के पास गोमती से दीपांशु का शव खोज कर बाहर निकाल लिया। परिजनों ने किसी पर कोई आरोप नहीं लगाया है। जांच पड़ताल की जा रही है। मोबाइल जांच के लिए भेजा गया। परिवार में मां व दो छोटी बहनें हैं।