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रेलवे कर रहा है रिसाइक्लिंग, हर रोज बच रहा है 80 हजार लीटर पानी Lucknow News

लखनऊ-पूर्वोत्तर रेलवे पानी की रिसाइक्लिंग कर रहा है। प्र‍ितिदिन बचाया जा रहा है हजारों लीटर पानी।

By Anurag GuptaEdited By: Updated: Sun, 07 Jul 2019 08:43 AM (IST)
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रेलवे कर रहा है रिसाइक्लिंग, हर रोज बच रहा है 80 हजार लीटर पानी Lucknow News

लखनऊ, जेएनएन। बोगियों की धुलाई के बाद नालियों में बहने वाले पानी को सहेजकर रेलवे उसे अब फिर से पीने योग्य बना रहा है। पूवरेत्तर रेलवे लखनऊ मंडल की इस अनूठी पहल से रोजाना अस्सी हजार लीटर पानी की बचत हो रही है। रेलवे ने इस्तेमाल पानी को साफ करने के लिए वॉटर रिसाइकिल ट्रीटमेंट प्लांट लगाया है।

दरअसल, पूर्वोत्तर रेलवे के बीजी कोचिंग डिपो में रोजाना करीब 100 बोगियों की धुलाई और सफाई होती है। बायोटैंकों को भी पानी से धोया जाता है। जिस पर रोजाना करीब अस्सी हजार लीटर पानी नालियों में बहकर बर्बाद हो जाता था। रेलवे ने बर्बाद होने वाले पानी को दोबारा इस्तेमाल के लिए साफ करने का निर्णय लिया। रेलवे ने वाशिंग पिटलाइन के पास प्लांट लगाया। जिसे नालियों से जोड़ा गया। नालियों से बहने वाले पानी को प्लांट में एकत्र कर उसे दोबारा पीने योग्य बनाने के लिए फिल्टर लगाए गए। जिससे वह पानी पीने योग्य हो जाए। पूवरेत्तर रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी आलोक श्रीवास्तव ने बताया कि रेलवे जलसंरक्षण और पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में तेजी से काम कर रहा है।

पर्यावरण संरक्षण के लिए ही रेलवे वर्ष 2022 तक हर रूट पर रेल विद्युतीकरण कर डीजल इंजनों की जगह इलेक्टिक इंजनों से ट्रेनें चलाएगा। जबकि जलसंरक्षण के लिए पानी को इस्तेमाल कर उसको फिर से उपयोग के लायक बनाने के लिए महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है। लखनऊ जंक्शन सहित सभी बड़े स्टेशनों पर ऐसे प्लांट लगेंगे।