लखनऊ के एक छात्र की मुंबई में एक पार्टी में शामिल होने के बाद फ्लैट में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (टीआईएसएस) के 29 वर्षीय छात्र अनुराग जयसवाल शुक्रवार रात नवी मुंबई के वाशी में एक पार्टी में गए थे। शनिवार सुबह जब वह नहीं उठे तो उनके रूममेट उन्हें पास के अस्पताल ले गए जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
जागरण संवाददाता, लखनऊ। टाटा इंस्टीट्यूट आफ सोशल साइंसेज (टीआइएसएस) का 29 वर्षीय छात्र मुंबई के चेंबूर में अपने किराए के आवास में मृत पाया गया। चेंबूर पुलिस स्टेशन के अधिकारी ने कहा कि अनुराग जयसवाल शुक्रवार रात नवी मुंबई के वाशी में एक पार्टी में गए थे। वहां सौ से अधिक अन्य छात्र भी मौजूद थे।
अधिकारी के अनुसार, शनिवार सुबह जब जयसवाल नहीं उठे तो उनके रूममेट उन्हें पास के अस्पताल ले गए, जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उनके स्वजन शव लेने के लिए उनके पैतृक स्थान लखनऊ से मुंबई पहुंच गए हैं। अधिकारी ने कहा कि उन्होंने पार्टी में शराब पी थी। हमें रैगिंग की कोई सूचना नहीं मिली है। दुर्घटनावश मौत का मामला दर्ज कर लिया गया है। हम आगे के सुराग के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं।
दुष्कर्म में कार्रवाई न होने से भड़की छात्रा, बीच सड़क उतारे वस्त्र
जागरण संवाददाता,आगरा: 13 दिन पूर्व सीनियर छात्र के खिलाफ चलती कार में दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराने वाली इंजीनियरिंग छात्रा ने बीच सड़क पर बखेड़ा कर दिया। पुलिस पर कार्रवाई न करने के आरोप लगाते हुए वस्त्र उतारकर फेंकना शुरू कर दिए।
मौके पर जुटी भीड़ वीडियो बनाने लगी। इसी बीच सामने स्थित क्लीनिक की महिला स्टाफ ने उसे संभाला। पुलिस ने मानसिक हालत ठीक न होने की बात कहते हुए मानसिक आरोग्यशाला भेज दिया।
वहीं लखनऊ में उसके स्वजन को सूचना दी, लेकिन उन्होंने पहले जवाब में आने से इन्कार कर दिया।
बीते 11 अगस्त को सिकंदरा क्षेत्र में किराए से रहने वाली लखनऊ के गाजीपुर थाना क्षेत्र की छात्रा ने पूर्व सीनियर छात्र के खिलाफ चलती कार में दुष्कर्म का मुकदमा सिकंदरा थाने में दर्ज कराया था। जांच में पता चला कि आरोपित छात्र जम्मू में पढ़ाई कर रहा था। उसने अपनी लोकेशन भेजी और खुद को निर्दोष बताया। इसके बाद पुलिस से उसे बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया था।
इधर, रविवार दो बजे छात्रा कपड़ों का बैग लेकर दयालबाग पुलिस चौकी पहुंची। चौकी पर मौजूद पुलिसकर्मियों से सिकंदरा पुलिस द्वारा कार्रवाई न करने के आरोप लगाने लगी। पुलिस ने कह दिया कि आप सिकंदरा थाना जाइए। इसके बाद वह वहां से निकली और मऊ रोड पर चाय की टपरी के सामने कपड़े उतारकर फेंकते हुए चीखना शुरू कर दिया। मौके पर जुटी भीड़ में शामिल लोग वीडियो बनाने लगे।
इसी बीच सामने स्थित क्लीनिक से महिला स्टाफ आया और छात्रा को पकड़कर अपने साथ ले गईं। वहां उसके कपड़े पहनवाए। चिकित्सक ने अपने परिचित व महफूज संस्था के कार्डिनेटर नरेश पारस को जानकारी दी। उनके द्वारा जानकारी मिलने पर न्यू आगरा थाना पुलिस पहुंची। महिला पुलिस ने उसे समझाने की कोशिश की तो वह उनसे उलझ गई।
इसके बाद पुलिस छात्रा को मानसिक चिकित्सालय ले गई। काफी देर बाद सामान्य होने पर उसने बताया कि पुलिस दुष्कर्म के आरोपित को बचा रही है। मानसिक स्थिति को देखते हुए छात्रा को मानसिक आरोग्य में भर्ती कराया गया है। इंस्पेक्टर न्यू आगरा धर्मेंद्र भाटी ने बताया कि युवती की मां से बात हुई, उन्होंने आने से साफ इन्कार कर दिया। उनका कहना था कि आप अपने स्तर पर देख लें।
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