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Lucknow:UP के 10 पुलिसकर्मियों को केंद्रीय गृह मंत्री पदक,आतंकी मुर्तजा को फांसी की सजा कराने वाले CO भी शामिल

यूपी पुलिस के 10 अधिकारियों व कर्मियों को उत्कृष्ट विवेचना के लिए केंद्रीय गृह मंत्री का पदक प्रदान किया गया है। इस वर्ष पूरे देश के 140 पुलिस अधिकारियों-कर्मियों को इस पदक के लिए चुना गया है। इनमें यूपी पुलिस के अपर पुलिस अधीक्षक पूर्णेन्दु सिंह्र पुलिस उपाधीक्षक गजेंद्र पाल सिंह संजय कुमार रेड्डी व संजय वर्मा निरीक्षक श्याम बहादुर यादव और अन्य शामिल है।

By Paras PandeyEdited By: Paras PandeyPublished: Sun, 13 Aug 2023 08:16 AM (IST)Updated: Sun, 13 Aug 2023 08:16 AM (IST)
उत्कृष्ट विवेचना के लिए 10 पुलिसकर्मियों को केंद्रीय गृह मंत्री का पदक (filed photo)
लखनऊ ,राज्य ब्यूरो। यूपी पुलिस के 10 अधिकारियों व कर्मियों को उत्कृष्ट विवेचना के लिए केंद्रीय गृह मंत्री का पदक प्रदान किया गया है। इस वर्ष पूरे देश के 140 पुलिस अधिकारियों-कर्मियों को इस पदक के लिए चुना गया है। इनमें यूपी पुलिस के अपर पुलिस अधीक्षक पूर्णेन्दु सिंह्र, पुलिस उपाधीक्षक गजेंद्र पाल सिंह, संजय कुमार रेड्डी व संजय वर्मा, निरीक्षक श्याम बहादुर यादव, योगेन्द्र सिंह, पतिराम यादव व विपिन कुमार सिंह, उपनिरीक्षक मनोज कुमार व अरविंद कुमार सिंह के नाम शामिल हैं।
इस पदक की शुरुआत वर्ष 2018 में की गई थी। गोरखपुर स्थित गोरखनाथ मंदिर में आतंकी हमले के आरोपी अहमद मुर्तजा अब्बासी को फांसी की सजा सुनिश्चित कराए जाने के मामले में पुलिस उपाधीक्षक संजय वर्मा व उपनिरीक्षक अरविंद कुमार सिंह को भी उत्कृष्ट विवेचना के लिए केंद्रीय गृह मंत्री का पदक प्रदान किया गया है। अप्रैल, 2020 में आतंकी मुर्तजा ने गोरखनाथ मंदिर परिसर में हमला किया था,जिसमें दो पुलिसकर्मी घायल हुए थे। उसने सीएए व एनआरसी को लेकर गुस्से के चलते यह कदम उठाने की बात भी स्वीकार की थी।
मुर्तजा मुंबई में इंजीनियरिंग की पढ़ाई के दौरान कट्टरपंथियों के संपर्क में आया था। इस मामले की विवेचना एटीएस को सौंपी गई थी। इसके अलावा अपर पुलिस अधीक्षक पूर्णेन्दु सिंह को वर्ष 2012 में जब गोंडा में तैनात रहने के दौरान दहेज हत्या की विवेचना के लिए पदक प्रदान किया गया है। आरोपितों को सात वर्ष कारावास व 20 हजार रुपये अर्थदंड की सजा सुनाई गई थी। पुणेन्दु वर्तमान में स्पेशल डीजी कानून-व्यवस्था के स्टाफ आफिसर हैं।
पुलिस उपाधीक्षक संजय कुमार रेड्डी ने वर्ष 2020 में बदायूं के बिल्सी थाने में दर्ज हत्या व एससी-एसटी एक्ट के मुकदमे में आरोपित को फांसी की सजा, पुलिस उपाधीक्षक गजेंद्र पाल सिंह को वर्ष 2014 में रायबरेली के सलोन क्षेत्र में बच्ची की दुष्कर्म के बाद हत्या के मामले में आरोपित को फांसी की सजा, निरीक्षक विपिन कुमार सिंह को रायबरेली के हरचंदपुर क्षेत्र में वर्ष 2014 में दुष्कर्म व हत्या के मामले में आरोपितों को आजीवन कारावास की सजा

निरीक्षक श्याम सुंदर यादव को वर्ष 2020 में सोनभद्र में नाबालिग की दुष्कर्म के बाद हत्या के मामले में दोषी को फांसी व एक लाख जुर्माने की सजा, निरीक्षक योगेन्द्र सिंह को वर्ष 2022 में गाजियाबाद के मोदीनगर क्षेत्र में दुष्कर्म व हत्या के मामले में आरोपित को आजीवन कारावास की सजा, निरीक्षक पतिराम यादव को वर्ष 2022 में लखनऊ के विभूतिखंड क्षेत्र में दुष्कर्म के मामले में आरोपित को आजीवन कारावास तथा उपनिरीक्षक मनोज कुमार को वर्ष 2022 में भदोही में नाबालिग की दुष्कर्म के बाद हत्या के मामले में आरोपित को आजीवन कारावास की सजा सुनिश्चित कराने के लिए मेडल प्रदान किया गया है।  


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