Lucknow University: नौ विभागों को मिला सेंटर ऑफ एक्सीलेंस रिसर्च प्रोजेक्ट, 32 लाख रुपये धनराशि स्वीकृत
Lucknow University नौ विभागों में 10 रिसर्च प्रोजेक्ट को मंजूरी शासन ने कुलसचिव को भेजी स्वीकृत प्रोजेक्ट की सूची। जल्द ही विभाग अपने-अपने रिसर्च प्रोजेक्ट पर काम शुरू करेंगे। प्रोजेक्ट शुरू करने से पहले स्वीकृत धनराशि का अनुमोदन कुलपति से लेना होगा।
By Divyansh RastogiEdited By: Updated: Sun, 04 Apr 2021 09:05 AM (IST)
लखनऊ, जेएनएन। लखनऊ विश्वविद्यालय (लविवि) नए शैक्षिक सत्र में अलग-अलग विषयों में कुछ नए शोध करेगा। इसके लिए शासन ने सेंटर आफ एक्सीलेंस योजना के तहत विश्वविद्यालय के नौ विभागों में 10 रिसर्च प्रोजेक्ट को मंजूरी दी है। संयुक्त सचिव योगेंद्र दत्त त्रिपाठी ने कुलसचिव को प्रोजेक्ट की सूची भेजते हुए इन प्रोजेक्ट में कुल 32 लाख रुपये की धनराशि स्वीकृत की है। जल्द ही विभाग अपने-अपने रिसर्च प्रोजेक्ट पर काम शुरू करेंगे।
दरअसल, हर साल शासन सेंटर आफ एक्सीलेंस योजना के तहत रिसर्च के लिए विश्वविद्यालयों से प्रस्ताव मांगता है। इस बार भी विश्वविद्यालय से बड़ी संख्या में प्रस्ताव भेजे गए थे। प्रस्तावों का परीक्षण एक्सपर्ट पैनल से कराया गया। उनकी संस्तुतियों पर लविवि के 10 प्रोजेक्ट को मंजूरी दी गई है। आदेश में साफ कहा गया है कि इस योजना से संबंधित कार्यों के लिए किसी भी दशा में कोई भी नियुक्ति नहीं की जाएगी। न ही काई डिप्लोमा या प्रशिक्षण कोर्स संचालित किए जाएंगे। प्रोजेक्ट शुरू करने से पहले स्वीकृत धनराशि का अनुमोदन कुलपति से लेना होगा।
इन विभागों को मिली मंजूरी
विभाग कोआर्डिनेटर - धनराशि
भौतिक विज्ञान- डा. आरके शुक्ला – दो लाख रुपयेअंग्रेजी - डा. ओंकार नाथ उपाध्याय - दो लाख रुपयेअर्थशास्त्र – डा. संजीव कुमार - तीन लाख रुपयेअर्थशास्त्र – डा. करुणा शंकर कनौजिया : दो लाख रुपयेसंस्कृत – डा. प्रयाग नारायण मिश्रा - तीन लाख रुपये
विधि - प्रो. राकेश कुमार सिंह - तीन लाख रुपयेसांख्यिकी - डा. अशोक कुमार – तीन लाख रुपयेवनस्पति विज्ञान - प्रो. पूर्णिमा वाजपेयी - पांच लाख रुपयेजंतु विज्ञान विभाग – प्रो. एसपी त्रिवेदी – पांच लाख रुपयेएंथ्रोपोलाजी - डा. केया पांडेय – तीन लाख रुपये
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