आधुनिक शिक्षा देने के नाम पर दुबग्गा में संचालित अवैध मदरसे से बुधवार को बचाए गए 21 बच्चों को मोहान रोड स्थित राजकीय बालगृह में रखा गया है। जिला प्रोबेशन अधिकारी विकास सिंह ने शुक्रवार को राजकीय बालगृह का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने बच्चों से बात की तो सात साल के एक बच्चे ने कहा कि अंकल जी अब्बा-अम्मी की बहुत याद आ रही है।
जागरण संवाददाता, लखनऊ। आधुनिक शिक्षा देने के नाम पर दुबग्गा में संचालित अवैध मदरसे से बुधवार को बचाए गए 21 बच्चों को मोहान रोड स्थित राजकीय बालगृह में रखा गया है। जिला प्रोबेशन अधिकारी विकास सिंह ने शुक्रवार को राजकीय बालगृह का निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान उन्होंने बच्चों से बात की तो सात साल के एक बच्चे ने कहा कि अंकल जी, अब्बा-अम्मी की बहुत याद आ रही है। उन्हें बुला दीजिए। बच्चों ने बताया कि 15 दिन पहले आए थे। हाफिज से जन्नत मिलती है, ऐसा मौलवी बताते थे।
'खाना मिल रहा है और कोई दिक्कत नहीं'
जिला प्रोबेशन अधिकारी ने समझाया और कहा कि आपके माता-पिता जल्दी आने वाले हैं। बच्चों ने बताया कि खाना मिल रहा है और कोई दिक्कत नहीं है। जिला प्रोबेशन अधिकारी ने बताया कि उप्र बाल कल्याण परिषद के आदेश पर बच्चों को राजकीय बालगृह में सुरक्षित रखा गया है।
मुख्य सचिव को भेजा पत्र : आधुनिक शिक्षा के नाम पर बच्चों को दीनी शिक्षा देकर गलत दिशा देने जैसे कई मामले सामने आए हैं। उप्र बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य डा.शुचिता चतुर्वेदी ने मुख्य सचिव को पत्र भेजकर एक कमेटी बनाने और ऐसे मदरसों पर रोक लगाने का सुझाव दिया है।
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