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सुलतानपुर में टला रेल हादसा, यार्ड में पटरी से उतरा पद्मावत ट्रेन का इंजन

प्वाइंट (लाइन) एक के अंतिम छोर पर पहुंचे रेल इंजन के चार पहिए पटरी से उतर गए। गति कम होने से आपातकालीन ब्रेक लगाकर इंजन को चालक ने नियंत्रित कर लिया। मामले की जानकारी कंट्रोल रूम को दी गई। जिसके बाद अयोध्या से राहत ट्रेन को बुलाया गया।

By Vikas MishraEdited By: Updated: Mon, 02 May 2022 07:18 PM (IST)
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प्वाइंट (लाइन) एक के अंतिम छोर पर पहुंचे रेल इंजन के चार पहिए पटरी से उतर गए।
सुलतानपुर, संवाद सूत्र। स्थानीय जंक्शन के दक्षिणी केबिन के पास स्थित रेलवे यार्ड में सोमवार की सुबह इंजन का चार पहिया पटरी से उतर गया। गति धीमी होने के चलते हादसा टल गया। यह इंजन अयोध्या से संचालित हाेने वाली पद्मावत ट्रेन के रैक को स्थानीय यार्ड में धुलाई के लिए लाया था। राहत ट्रेन के जरिए उतरे इंजन को पटरी पर लाया गया। 

प्वाइंट (लाइन) एक के अंतिम छोर पर पहुंचे रेल इंजन के चार पहिए पटरी से उतर गए। गति कम होने से आपातकालीन ब्रेक लगाकर इंजन को चालक ने नियंत्रित कर लिया। मामले की जानकारी कंट्रोल रूम को दी गई। जिसके बाद अयोध्या से राहत ट्रेन को बुलाया गया। यार्ड की यह लाइन उत्तरी छोर में जंक्शन और दक्षिण में प्रयागराज रेलखंड से जुडी है। यहां अधिकतर माल गाड़ियों और स्थानीय जंक्शन से संचालित होने वाली ट्रेनों के खाली रैक की आवाजाही होती है। स्टेशन अधीक्षक बीएस मीना ने बताया कि क्षतिग्रस्त ट्रैक को रेलपथ अभियंता और तकनीकी कर्मचारियों ने दुरुस्त कर दिया गया है। दस किमी की काशन गति पर ट्रेन की आवाजाही हो रही है। 

नहीं बदले गए स्लीपरः यार्ड का उच्चीकरण किया जा रहा है। छायादार स्थान और श्रमिकों के लिए विश्राम कक्ष बनाया जा रहा ह, बावजूद इसके यार्ड की जर्जर पटरियों और स्लीपर को नहीं बदला जा रहा है। जबकि, इस यार्ड में प्रतिदिन औसतन 20 माल गाड़ियों की आवाजाही होती है। खाद्यान्न व खाद की रैक की लोडिंग व अनलोडिंग इसी यार्ड से होती है। हाल ही में निरीक्षण करने आए रेल प्रबंधक उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल सुरेश कुमार सप्रा ने स्थानीय अधिकारियों को यार्ड के स्लीपर को बदलने का निर्देश दिया था। इसके बाद भी इस पर अभी तक नहीं किया गया है।

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