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Major Train Accidents In UP: गोंडा में पटरी से उतरी एक्सप्रेस ट्रेन, जानिए उत्तर प्रदेश में कब-कब हुए बड़े रेल हादसे

यात्रा के लिए सबसे सुगम और सुरक्षित साधनों में भारतीय रेलवे पहले स्थान पर आती है। लेकिन कई बार कुछ हादसे होते हैं जिनमें भारी जनहानि का परिणाम देखने को मिलता है और पूरा देश हिल जाता है। ऐसी ही एक घटना उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में गुरुवार को घटित हुई। यहां चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस की पांच बोगियां पलट गईं।

By Jagran News Edited By: Shivam Yadav Updated: Thu, 18 Jul 2024 05:47 PM (IST)
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Major Train Accidents In UP: गोंडा में पटरी से उतरी एक्सप्रेस ट्रेन।
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। यात्रा के लिए सबसे सुगम और सुरक्षित साधनों में भारतीय रेलवे पहले स्थान पर आती है। लेकिन कई बार कुछ हादसे होते हैं, जिनमें भारी जनहानि का परिणाम देखने को मिलता है और पूरा देश हिल जाता है। 

ऐसी ही एक घटना उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में गुरुवार को घटित हुई। यहां चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस की पांच बोगियां पलट गईं। हादसा गोंडा-गोरखपुर रेलमार्ग पर मोतीगंज के पिकौरा गांव के पास हुआ, जिसमें तीन लोगों के मरने की सूचना मिली है।

हालांकि, यह कोई पहला हादसा नहीं है, इससे पहले भी कई हादसे ऐसे भी हो चुके हैं, जिनमें भारी संख्या में लोगों की जान जा चुकी है। इस आर्टिकल में हम आपको उन हादसों के बारे में बताएंगे, जो दिल दहलाने वाले थे-

सुल्तानपुर में आमने सामने आ गई थी दो ट्रेनें

16 फरवरी 2023: उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में 16 फरवरी 2023 को बड़ा रेल हादसा हुआ था। यहां दो मालगाड़ियों की आपस में टक्कर हो गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि रेल डिब्बे के परखच्चे उड़ गए और कई डिब्बे पटरी से उतर गए थे।

चुरेब स्टेशन पर गोरखधाम सुपरफास्ट ट्रेन 

26 मई 2014: इस दिन गोरखधाम सुपरफास्ट ट्रेन चुरेब स्टेशन के सिग्नल आउटर पर हादसे का शिकार हो गई थी। इस हादसे में एक माह की बच्ची सहित कुल 32 लोगों की जान गई थी। चालक दल के दो लोगों की भी मौत हुई थी। हादसे में कुल 158 लोग घायल भी हुए थे।

रायबरेली में हुई थी 46 लोगों की मौत

21 मार्च 2015: रायबरेली के बछरावां स्टेशन के नजदीक हुई देहरादून-वाराणसी जनता एक्सप्रेस की दुर्घटना में 46 लोग मारे गए थे, जबकि करीब 150 घायल हुए। इस दिन जनता एक्सप्रेस का ब्रेक फेल हो गया, जिस कारण चालक ने सामने से आ रही गंगा-गोमती एक्सप्रेस से सीधी टक्कर को बचाने के लिए ट्रेन को लूप लाइन पर डाला था। हालांकि, यह भी बात सामने आई थी कि ट्रेन चालक ने सिग्नल की अनदेखी की, जिससे इंजन और उससे जुड़े दो डिब्बे पटरी से उतर गए।

30 सितंबर 2014: गोरखपुर के कैंट स्टेशन के पास नंदानगर क्रासिंग पर 30 सितंबर 2014 की रात कृषक और लखनऊ-बरौनी एक्सप्रेस ट्रेन की आमने-सामने की भिड़ंत हो गई थी, जिसमें 14 लोगों की मौत हुई थी।

क्रासिंग पर आ गई थी यात्रियों से भरी बस

7 जुलाई 2011: एटा जिले के पास 7 जुलाई 2011 को छपरा-मथुरा एक्सप्रेस एक बस से टकरा गई थी। इस हादसे में 69 यात्रियों की जान चली गई थी। उत्तर प्रदेश के एटा जिले का यह हादसा मानवरहित क्रासिंग पर हुआ था। ट्रेन की रफ्तार काफी तेज थी। टक्कर के बाद बस करीब आधे किलोमीटर तक घिसटती चली गई थी। उस वक्त बस की छत पर भी काफी लोग बैठे थे, जो टक्कर के बाद दूर जाकर गिरे थे।

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