जागरण संवाददात, लखनऊ। मड़ियांव में बीकेटी निवासी शुभम को ससुरालीजनों ने पड़ोसियों के साथ पीटने के बाद थाने में बंद करा दिया। घटना से खुद काे अपमानित महसूस कर रहे युवक ने घर पहुंच कर जहरीला पदार्थ खाकर जान देने की कोशिश की। परिवारीजन को वह गंभीर हालत में कार में मिला। उसे निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डाक्टरों ने शुभम को मृत घोषित कर दिया।
बीकेटी अहलादपुर निवासी अशोक कुमार शुक्ला ने प्रार्थना-पत्र दिया। बताया कि उनके पुत्र शुभम शुक्ला को ससुरालीजन मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे थे। शुभम की ससुराल मड़ियांव क्षेत्र में है। 3 जून की रात वह पत्नी की विदाई कराने ससुराल गया था, जहां ससुरालीजनों ने उसके साथ विवाद कर मारपीट की। इसके बाद डायल 112 के पुलिसकर्मियों को बुलाकर रात में मड़ियांव थाने में बंद करा दिया।
इससे वह खुद को अपमानित महसूस कर रहा था। अगले दिन वह घर आ गया। सात जून को पत्नी से बातचीत करने के बाद दोपहर करीब तीन बजे उसने जहरीला पदार्थ खा लिया। काफी देर नहीं दिखने पर तलाश की तो गंभीर हालत में इजीनियरिंग कालेज पेट्रोल पंप के पास कार में गंभीर हालत में पड़ा मिला। आननफानन उसे निजी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां इलाज के दौरान शुभम की मौत हो गई।
पिता अशोक ने साले रजनीश तिवारी, अंकित सिंह, प्रदीप पांडेय व पड़ोसी पीहू समेत अन्य ने उसे जमकर पीटा था। विराेध करने पर जान से मारने की नीयत से गला भी दबाया था। इस्पेक्टर शिवानंद ने बताया कि शुभम की पत्नी और साले समेत पांच लाेगों के आत्महत्या के लिए उकसाने समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। जांच में मिले तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।