पूर्वांचल में नक्सलियों की भर्ती कर रहा था बलिया का मंतोष, एनआईए ने दाखिल की सप्लीमेंट्री चार्जशीट
राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने नक्सली गतिविधियों को बढ़ाने के मामले में आरोपी बलिया निवासी मंतोष के विरुद्ध लखनऊ स्थित विशेष कोर्ट में अनुपूरक आरोपपत्र दाखिल किया है। मंतोष पर आरोप है कि वह प्रतिबंधित संगठन सीपीआई (माओवादी) में नए युवकों को भर्ती करने में अहम भूमिका निभाता था। एनआईए ने इससे पहले चार अन्य आरोपियों के विरुद्ध आरोपपत्र दाखिल किया था।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की जांच में सामने आया है कि बलिया निवासी नक्सली संतोष वर्मा उर्फ मंतोष की प्रतिबंधित संगठन सीपीआई (माओवादी) में नए युवकों को भर्ती करने में अहम भूमिका थी।
एनआईए ने नक्सली गतिविधियों को बढ़ाने के मामले में आरोपी बलिया निवासी मंतोष के विरुद्ध लखनऊ स्थित विशेष कोर्ट में अनुपूरक आरोपपत्र दाखिल किया है। एनआईए ने मामले में इससे पूर्व नौ फरवरी को चार अन्य आरोपियों के विरुद्ध आरोपपत्र दाखिल किया था।
एटीएस की वाराणसी यूनिट ने 16 अगस्त, 2023 को एक महिला समेत पांच नक्सलियों को गिरफ्तार किया था। आरोपियों से पूछताछ में प्रदेश में बिहार व झारखंड की सीमा से जुड़े जिलों में मुखौटा संगठनों की मदद से नक्सल गतिविधियों को बढ़ाने की साजिश सामने आई थी।
एटीएस ने लखनऊ स्थित अपने थाने में आरोपियों के खिलाफ विधि विरुद्ध क्रियाकलाप (निवारण) अधिनियम समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था। जांच में सामने आया था कि आरोपी प्रदेश व अन्य राज्यों में सशस्त्र विद्रोह खड़ा करने की साजिश रच रहे थे।
सीपीआई (माओवादी) की पूर्वांचल में एडहाक कमेटी बनाकर पुरुषों व महिलाओं की भर्ती का काम केंद्रीय कमेटी का प्रमुख नेता प्रमोद मिश्रा ने बलिया निवासी संतोष वर्मा उर्फ मंतोष को सौंपा था और उसे संगठन सचिव बनाया था।
एनआईए ने पिछले वर्ष 10 नवंबर को यह जांच अपने हाथ में ले ली थी। उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा व अन्य राज्यों में नक्सली गतिविधियों को फिर बढ़ावा दिए जाने की जांच चल रही है।
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