तमिलनाडु में बसपा प्रदेशाध्यक्ष की हत्या पर मायावती ने दिया बड़ा बयान, सीएम एमके स्टालिन से कर दी यह मांग
मायावती ने कहा कि सीएम स्टालिन को आर्मस्ट्रांग के लिए न्याय सुनिश्चित करना चाहिए और जांच सीबीआइ को सौंपनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि बसपा नेता की हत्या के असली दोषियों को अभी तक पकड़ा नहीं गया है। कहा कि आर्मस्ट्रांग की हत्या के बाद पूरे राज्य में दलित आशंकित हैं। मुख्यमंत्री से उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया। कहा कि बसपा ने मामले को गंभीरता से लिया है।
लखनऊ, एजेंसी। बसपा सुप्रीमो मायावती ने रविवार को अपनी पार्टी के दिवंगत नेता और तमिलनाडु इकाई के अध्यक्ष के. आर्मस्ट्रांग की हत्या की सीबीआइ जांच की मांग की। उन्होंने दावा किया कि अब तक गिरफ्तार किए गए लोग असली अपराधी नहीं हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री एमके स्टालिन से पीड़ित को न्याय सुनिश्चित करने के लिए मामले की जांच केंद्रीय एजेंसी को सौंपने का अनुरोध किया।
छह बदमाशों ने बसपा नेता की कर दी थी हत्या
मोटरसाइकिल सवार छह बदमाशों ने बसपा नेता व चेन्नई नगर निगम के पूर्व पार्षद आर्मस्ट्रांग की शुक्रवार शाम करीब सवा सात बजे पेरंबूर में उनके घर के पास हत्या कर दी थी।
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने यहां आर्मस्ट्रांग को श्रद्धांजलि दी और पेरंबूर शहर के एक निजी स्कूल में 52 वर्षीय नेता के पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित की। आर्मस्ट्रांग की मौत पर दुख व्यक्त करते हुए उन्होंने यह भी कहा कि देर शाम हमलावरों के एक समूह द्वारा जिस तरह से उनकी हत्या की गई, उससे पता चलता है कि राज्य में कानून और व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है।
मद्रास हाई कोर्ट ने शव को तिरुवल्लूर में दफनाने की अनुमति दी
मद्रास हाई कोर्ट ने रविवार को बसपा प्रदेशाध्यक्ष आर्मस्ट्रांग की पत्नी की उस याचिका पर विशेष सुनवाई की, जिसमें आर्मस्ट्रांग के शव को यहां पार्टी कार्यालय में दफनाने की अनुमति देने का अनुरोध किया गया था। सरकार ने याचिका का विरोध करते हुए कहा कि यह एक रिहाइशी इलाका है।
सरकार ने कहा कि उसने शव को दफनाने के लिए तीन अन्य जगह चिंह्रित की हैं। अतिरिक्त महाधिवक्ता जे रविन्द्रन ने न्यायाधीश को बताया कि सरकार ने तिरुवल्लूर जिले के पोथुर में आर्मस्ट्रांग के रिश्तेदार की जमीन पर शव को दफनाने की अनुमति दे दी है और इस प्रक्रिया के लिए आवश्यक आदेश भी दिए गए हैं।
याचिकाकर्ता ने भी प्रस्ताव स्वीकार कर लिया, जिसके बाद न्यायाधीश ने निर्देश दिया कि आर्मस्ट्रांग के शव को पोथुर में दफनाया जाए। जस्टिस वी. भवानी सुब्बारोयन ने याचिकाकर्ता को शांतिपूर्ण अंतिम संस्कार यात्रा निकालने का निर्देश दिया और पुलिस को सुरक्षा देने को कहा।
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