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मायावती ने बजट को लेकर दी बड़ी प्रतिक्रिया, मुफ्त राशन पर बोली- '80 करोड़ से अधिक लोगों को...'

बसपा प्रमुख मायावती ने लोकसभा चुनाव का जिक्र कर बजट पर सवाल उठाए हैं। गुरुवार को इंटरनेट मीडिया एक्स पर किए गए पोस्ट में उन्होंने लिखा कि केंद्र सरकार द्वारा लोकसभा चुनाव से पूर्व संसद में पेश बजट जमीनी वास्तविकता से दूर चुनावी लुभावने वाला ज्यादा है। बजट में देश की गरीबी बेरोजगारी व बढ़ती हुई महंगाई से त्रस्त जीवन को नकारना दुखद व चिंतनीय है।

By Anand Mishra Edited By: Abhishek Pandey Updated: Thu, 01 Feb 2024 10:04 PM (IST)
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मायावती ने बजट को लेकर दी बड़ी प्रतिक्रिया, मुफ्त राशन पर बोली- '80 करोड़ से अधिक लोगों को...'
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। बसपा प्रमुख मायावती ने लोकसभा चुनाव का जिक्र कर बजट पर सवाल उठाए हैं। गुरुवार को इंटरनेट मीडिया एक्स पर किए गए पोस्ट में उन्होंने लिखा कि केंद्र सरकार द्वारा लोकसभा चुनाव से पूर्व, संसद में पेश बजट जमीनी वास्तविकता से दूर, चुनावी लुभावने वाला ज्यादा है। बजट में देश की गरीबी, बेरोजगारी व बढ़ती हुई महंगाई से त्रस्त जीवन को नकारना दुखद व चिंतनीय है।

एक अन्य पोस्ट में सरकार पर तंज कसते हुए उन्होंने लिखा कि देश की अर्थव्यवस्था व विकास संबंधी सरकारी दावों व वादों में जमीनी सच्चाई होती तो फिर यहां के 80 करोड़ से अधिक लोगों को फ्री में राशन का मोहताज जीवन जीने को मजबूर नहीं होना पड़ता।

बजट से युवाओं, किसानों और मध्यम वर्ग को निराशा : अजय राय

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने अंतरिम बजट पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते केंद्र सरकार पर किसानों, युवाओं, महिलाओं, दलितों, पिछड़ों और मध्यम वर्ग की उपेक्षा का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि जिस उत्तर प्रदेश से भाजपा को इतना बड़ा जन समर्थन मिला, उस प्रदेश को अंतरिम बजट में धोखा मिला है।

उन्होंने कहा कि संविधान की शपथ लेकर वित्त मंत्री झूठ बोल रही हैं कि देश में 11 करोड़ कृषकों को किसान सम्मान निधि भेजी जा रही है, जबकि सच्चाई यह है 2.29 करोड़ किसानों का नाम काट दिया गया है। अन्नदाता किसान की आय 27 रुपये प्रतिदिन की दर से घटी है।

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