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लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद एक्शन में मायावती, भाई आनंद को सौंप सकती हैं ये अहम जिम्मेदारी

लोकसभा चुनाव में करारी हार की समीक्षा के लिए बसपा प्रमुख मायावती ने 23 जून को पार्टी की राष्ट्रीय स्तर की बैठक बुलाई है। बैठक में पार्टी को नए सिरे से खड़ा करने के लिए मायावती कई अहम निर्णय करेंगी। बसपा प्रमुख राज्यों के प्रभारियों में बदलाव करने के साथ ही पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आनंद को फिलहाल पार्टी के नेशनल कोऑर्डिनेटर जैसे पद का दायित्व भी सौंप सकती हैं।

By Ajay Jaiswal Edited By: Abhishek Pandey Updated: Fri, 21 Jun 2024 07:48 AM (IST)
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बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती (फाइल फोटो)
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) में करारी हार की समीक्षा के लिए बसपा प्रमुख मायावती ने 23 जून को पार्टी की राष्ट्रीय स्तर की बैठक बुलाई है। बैठक में पार्टी को नए सिरे से खड़ा करने के लिए मायावती कई अहम निर्णय करेंगी। बसपा (BSP) प्रमुख राज्यों के प्रभारियों में बदलाव करने के साथ ही पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आनंद कुमार को फिलहाल पार्टी के नेशनल कोऑर्डिनेटर जैसे पद का दायित्व भी सौंप सकती हैं।

वैसे तो चार जून को आए नतीजे में पार्टी के शून्य पर सिमटने के अगले दिन मायावती ने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र से हार के कारणों पर विस्तृत रिपोर्ट लेकर उस पर चर्चा की थी लेकिन अब देशभर से पार्टी के पदाधिकारियों की 23 जून को बैठक बुलाई है। इस बीच मायावती ने जिन क्षेत्रों में पार्टी का पहले से ज्यादा खराब प्रदर्शन रहा था वहां के कोऑर्डिनेटरों से लेकर जिला स्तर के पदाधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे जिस पर कई कोऑर्डिनेटरों व जिलाध्यक्षों को पद से हटाया भी जा चुका है।

रिपोर्ट पर चर्चा करेंगी मायावती

रविवार की बैठक में दूसरे राज्यों के पार्टी प्रभारियों व पदाधिकारियों के साथ ही उत्तर प्रदेश के जोन, मंडल कोऑर्डिनेटर और जिलाध्यक्ष तक बुलाए गए हैं। सूत्र बताते हैं कि बैठक में पार्टी के बेहद खराब प्रदर्शन के कारणों की मायावती विस्तृत समीक्षा करने के साथ ही पार्टी को नए सिरे से खड़ा करने के उपायों के संबंध में भी पदाधिकारियों द्वारा दी गई रिपोर्ट पर चर्चा करेंगी।

सामूहिक बैठक के बाद बसपा प्रमुख अलग-अलग राज्यों के पदाधिकारियों के साथ भी बैठक करेंगी। जिन राज्यों में पार्टी का पहले से भी खराब प्रदर्शन रहा है वहां के प्रभारियों को हटाया जाएगा।

महाराष्ट्र, हरियाणा जैसे जिन राज्यों में निकट भविष्य में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं वहां कि टीम में व्यापक बदलाव किया जाएगा ताकि विधानसभा चुनाव में पार्टी का पहले से बेहतर प्रदर्शन रहे। उल्लेखनीय है कि राज्यों के विधानसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन रहने पर बसपा, राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा भी खो सकती है।

आकाश को नेशनल कोऑर्डिनेटर बनाने की मांग

सूत्रों के अनुसार, आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के चंद्रशेखर की सांसद बनने के बाद बढ़ती सक्रियता को देखते हुए पार्टी पदाधिकारी बहन जी से मांग करेंगे कि आकाश को फिर नेशनल कोऑर्डिनेटर बनाया जाए ताकि खासतौर से वंचित समाज के युवाओं को पार्टी से जोड़ा जा सके।

चूंकि चुनाव के बीच ही मायावती ने अपरिपक्व बताते हुए आकाश को नेशनल कोऑर्डिनेटर के पद से हटाया था इसलिए पार्टी के खराब प्रदर्शन के लिए कोई उन्हें जिम्मेदार नहीं मानता है। ऐसे में मायावती देर-सबेर आकाश को फिर से पार्टी की अहम जिम्मेदारी दे सकती हैं लेकिन उससे पहले चुनाव के दौरान सीतापुर में दिए गए विवादित भाषण को लेकर दर्ज एफआइआर निस्तारित होने का इंतजार किया जाएगा। इस बीच मायावती आकाश के पिता आनंद को नेशनल कोआर्डिनेटर पद का दायित्व दे सकती हैं।

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