हिंदू युवा वाहिनी की सदस्यता को अब ऑनलाइन आवेदन
बीते सप्ताह जारी गाइड लाइन के अनुसार चार चरणों की जांच से गुजरने के बाद ही आवेदक को सदस्यता मिलेगी। इस प्रक्रिया में करीब छह माह लगेंगे।
By Ashish MishraEdited By: Updated: Tue, 04 Apr 2017 12:55 PM (IST)
वाराणसी [विजय उपाध्याय]। हिंदू युवा वाहिनी (हियुवा) के मुखिया आदित्यनाथ योगी द्वारा सूबे की कमान संभालते ही युवाओं में वाहिनी से जुडऩे की मानों होड़ मच गई है। मंडल व जिला प्रभारियों से इसके लिए आए दिन गुहार भी लगाई जा रही है लेकिन तत्काल स्थाई सदस्यता पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है। नई व्यवस्था के तहत ऑनलाइन आवेदन ही स्वीकार किए जा रहे हैं। बीते सप्ताह जारी गाइड लाइन के अनुसार चार चरणों की जांच से गुजरने के बाद ही आवेदक को सदस्यता मिलेगी। इस प्रक्रिया में करीब छह माह लगेंगे।
योगी आदित्यनाथ के प्रयासों का ही परिणाम है कि पूर्वांचल से लेकर पश्चिम तक वाहिनी की धमक दिखने लगी है। इन सबके बीच भाजपा ने जैसे ही योगी को यूपी का सीएम बनाया, वाहिनी से जुडऩे की होड़ मच गई। इसे संज्ञान में लेते हुए बीते गुरुवार से ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई। इसके लिए कोई शुल्क नहीं लिया जा रहा है, पहले इसके लिए 11 रुपए देय थे।आवेदन के बाद पहले संभाग प्रभारी या प्रदेश स्तरीय नेता फिर मंडल प्रभारी द्वारा अपने स्तर से उस व्यक्ति के बारे में जांच की जाएगी, उसके राजनीतिक मिजाज का झुकाव भी परखा जाएगा। हिंदू युवा वाहिनी के वाराणसी मंडल प्रभारी अंबरीष सिंह भोला के अनुसार हिंदू युवा वाहिनी से उन्हीं को जोड़ा जाएगा, जिसकी छवि साफ-सुथरी होगी। आवेदन फार्म को प्रदेश स्तर के नेताओं के साथ मंडल प्रभारी भी जांचेंगे। बाद में जिला व मंडल प्रभारियों की संस्तुति पर ही उस व्यक्ति को स्थाई सदस्यता मिलेगी।
दस गुना ज्यादा लोग कर रहे आवेदन
अंबरीष के अनुसार बीते दिनों में हियुवा की सदस्यता पाने को 500 से 700 के बीच आवेदन प्रतिदिन आते थे। यह आंकड़ा अब 5000 प्रतिदिन को भी पार कर रहा है, इनमें करीब 500 महिलाएं भी शामिल हैं, बाकी वर्गीकरण अभी बाद में किया जाना है। अभी उत्तर प्रदेश से ही आवेदन आ रहे हैं, वाहिनी का सदस्यता अभियान आगे अन्य प्रांतों में भी विस्तार पाएगा।
पहचान व पैनी नजर भी
शीर्षस्थों से प्राप्त निर्देश के बाद जहां भी हिंदू युवा वाहिनी का कार्यक्रम हो रहा है वहां जिला या ब्लॉक प्रभारी के अनुमोदन पर पुराने कार्यकर्ताओं को पहचान पत्र भी जारी किया जा रहा है। इसका उद्देश्य बाहरी व्यक्ति को वाहिनी के अंदरुनी मामलों में दखल देने से बचाना है। इसी कड़ी में रविवार शाम वाराणसी पहुंचे प्रदेश संयोजक डा. राकेश राय ने कार्यकर्ताओं को अनुशासन का पाठ पढ़ाया था।
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