Mission Shakti: मुख्यमंत्री योगी ने मिशन शक्ति के चाैथे चरण का किया शुभारंभ, बोले- मुझे खुद फील्ड में उतरना पड़ा
Mission Shakti- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महिलाओं व बालिकाओं की सुरक्षा सम्मान व स्वावलंबन की दिशा में बढ़ रहे कदमों में महिला बीट अधिकारियों को उनके बढ़ते दायित्व का बोध कराया। कहा कि शारदीय नवरात्र के पहले दिन रविवार से महिला बीट आरक्षी गांव-गांव में जाकर महिलाओं को जागरूक करने का कार्य आरंभ करेंगी। कहीं कोई बहन-बेटी की सुरक्षा में सेंध लगा रहा है ताे उसके विरुद्ध कठोर कार्रवाई होगी।
By Alok MishraEdited By: Shivam YadavUpdated: Sat, 14 Oct 2023 05:50 PM (IST)
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महिलाओं व बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान व स्वावलंबन की दिशा में बढ़ रहे कदमों में महिला बीट अधिकारियों को उनके बढ़ते दायित्व का बोध कराया। कहा कि शारदीय नवरात्र के पहले दिन रविवार से महिला बीट आरक्षी गांव-गांव में जाकर महिलाओं को जागरूक करने का कार्य आरंभ करेंगी। कहीं कोई बहन-बेटी की सुरक्षा में सेंध लगा रहा है ताे उसके विरुद्ध कठोर कार्रवाई होगी। महिला आरक्षियों को शोहदों से पूरी सख्ती से निपटने का सीधा संदेश दिया।
योगी ने शनिवार को लोकभवन में आयोजित समारोह में मिशन शक्ति के चौथे चरण का शुभारंभ किया। इस अवसर पर एचसीएल की सीईओ रोशनी नाडर मल्होत्रा, पद्मश्री हेमाप्रभा सोतिया व इसरो की वैज्ञानिक डॉ. ऋतु करिधाल श्रीवास्तव को स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मानित किया। इससे पूर्व अपने सरकारी आवास पांच कालिदास मार्ग से महिला सशक्तिकरण रैली को रवाना किया।
शहरों में बहनों का बड़ा योगदान था: सीएम
योगी ने कहा कि वर्ष 2020 में जब मिशन शक्ति की शुरुआत की गई थी, तब दुनिया कोरोना महामारी की चपेट में थी। महिला शक्ति को तब पहचाना था। उस समय कुछ लोगों का प्रयास था कि नकारात्मकता पैदा की जाए। तब मुझे खुद फील्ड में उतरना पड़ा। जिस गांव में जाता था, वहां एएनएम, आशा वर्कर, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता काम कर रही थीं। शहरों में बहनों का बड़ा योगदान था।यह भी पढ़ें: Banke Bihari Mandir : नवरात्र पर बांकेबिहारी मंदिर में दर्शन के लिए आई बड़ी खुशखबरी; पहले दिन मिलेगा यह लाभयोगी ने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित कराने के लिए तय किया कि यूपी पुलिस में महिलाओं की 20 प्रतिशत भर्ती सुनिश्चित हो। वर्ष 2017 में दस हजार महिला पुलिसकर्मी थीं, तब चालीस हजार हैं। उन्हें कार्यालय में बैठाया जाता था। हमने महिला बीट अधिकारी की नियुक्त कर उन्हें फील्ड में उतारा। अब महिला बीट अधिकारी महिला संबंधी अपराधों में आरोपियों की धरपकड़ में योगदान देने के साथ ही उन्हें सजा सुनिश्चित कराने के लिए पैरवी में भी सक्रिय भूमिका निभाएंगी।
यह भी पढ़ें: Kanpur: खाने में डिस्काउंट मांगने पर वायुसेना के जवानों को पीटा, ID कार्ड और 10 हजार रुपये छीनने का भी आरोपमुख्यमंत्री ने कहा कि किसी को महिलाओं की सुरक्षा में सेंध लगाने की छूट नहीं देंगी। एनसीआरबी (राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो) के आंकड़े साक्षी हैं कि उत्तर प्रदेश में महिला संबंधी अपराधों में गिरावट आई है। अभियोजन में तेजी आई है और महिला अपराधों में सजा सुनिश्चित कराने में यूपी अग्रणी राज्य है। कार्यक्रम में महिला कल्याण मंत्री बेबी रानी मौर्य, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र व अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
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