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FUN मॉल में आतंकियों का हमला!, लोगों को बचाने NDRF ने एेसे लगाई जान की बाजी

एटीएस एनडीआरएफ एसडीआरएफ पीएसी पुलिस ने किया पहला सबसे बड़ा नाटकीय संयुक्त अभ्यास। घायल लोगों को 60 फीट ऊंचाई से लिफ्टिंग कर बचाकर पहुंचा अस्पताल।

By Divyansh RastogiEdited By: Sat, 06 Apr 2019 08:14 AM (IST)
FUN मॉल में आतंकियों का हमला!, लोगों को बचाने NDRF ने एेसे लगाई जान की बाजी
FUN मॉल में आतंकियों का हमला!, लोगों को बचाने NDRF ने एेसे लगाई जान की बाजी

लखनऊ, जेएनएन। हेलो-हेलो कंट्रोल रूम फन मॉल में आतंकियों ने हमला कर दिया है। सैकड़ों लोगों को बंधक बना लिया है। ताबड़तोड़ गोलियां बरसा रहे हैं। यह सूचना शुक्रवार दोपहर करीब तीन बजे सिक्योरिटी गार्ड ने कंट्रोल रूम को मिली। सूचना मिलते ही जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा ने अलर्ट जारी किया और आनन-फानन में रेस्क्यू और आतंकियों से निपटने के लिए एटीएस, एनडीआरएफ, एसडीआरएप, पीएसपी, पुलिस और होमगाड्र्स के अलावा बीडीएस टीम, डॉग स्क्वायड, सिविल डिफेंस मौके पर पहुंच गए। बता दें, एटीएस, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पीएसी, पुलिस ने पहला सबसे बड़ा नाटकीय संयुक्त अभ्यास किया।  


विशेष दस्ते ने पूरी इमारत को चारो तरफ से घेरा 

जवाबी कार्रवाई में एटीएस के विशेष दस्ते ने पूरी इमारत को चारो तरफ से घेर लिया। मॉल के अंदर और छत पर फंसे पुरुष, महिलाएं और बच्चे चीख पुकार कर रहे थे। चारो तरफ अफरा-तफरी का माहौल था। इस बीच एटीएस इंस्पेक्टर पवन कुमार की लीडरशिप में कवरिंग फायर देते हुए एक दस्ता मॉल के अंदर दाखिल होता है।  उधर, राहत एवं बचाव कार्य की मॉनिटरिंग कर रहे एनडीआरएफ के डिप्टी कमांडेंट आरपी भारती ने अपनी यूनिट को अलर्ट किया। आनन-फानन में मेडिकल बेस बनाया गया। एनडीआरएफ के इंस्पेक्टर धर्मेंद्र पांडेय ने माइक से कमांड एवं निर्देश देना शुरू किया।

पांच आतंकियों को मॉल के अंदर मार गिराया

एसडीआरफ के एएसपी शुएब इकबाल अपनी टीम की मॉनिटरिंग कर रहे थे। इस बीच एटीएस टीम ने पांच आतंकियों को मॉल के अंदर मार गिराया। कई आतंकियों को पकड़कर एटीएस की टीम बेसमेंट से पीछे के रास्ते लेकर चली गई। तभी एक आतंकी ने आरडीडी (रेडियोलॉजिकल डिस्प्रेजल डिवाइस) विस्फोटक लगाकर सुसाइड ब्लास्ट कर लिया। बड़ी संख्या में लोग घायल हुए। होमगाड्र्स, पीएसी, एसडीआरएफ के जवानों ने स्ट्रेचर और दो लोगों की मदद से हाथों के बीच में बैठाकर बाहर स्थित मेडिकल कैंप तक पहुंचाया। जहां उनका इलाज शुरू हुआ। वहीं, सिविल डिफेंस के चीफ वार्डेन अमरनाथ मिश्रा ने अपनी टीम लगाकर भीड़ को काबू किया। माइक पर निर्देश देते रहे। पूरे ऑपरेशन की मॉनिटरिंग उत्तर प्रदेश आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष मेजर जनरल आरपी शाही ने की। 

आरडीडी विस्फोट होने पर बुलाई गई एनडीआरफ की सीबीआरएन टीम 

आतंकी के सुसाइड विस्फोट के बाद और क्रास फायरिंग में मॉल के पास क्लोरीन गैस का टैंक लीक हो गया। विस्फोट और टैंक लीकेज से आस पास रेडिएशन फैल गया। जिससे लोगों में उल्टी, सांस लेने में दिक्कते होने लगीं। इस पर एनडीआरएफ की सीबीआरएन (केमिकल बॉयोलॉजिकल रेडियोलॉजिकल न्यूक्लियर) इमरजेंसी रिस्पॉस टीम बुलाई गई। टीम के जवान, मास्क, किट, जैकेट पहनकर अत्याधुनिक उपकरणों के साथ अंदर दाखिल हुए। उन्होंने रेस्क्यू शुरू किया। 


जवानों ने छत पर फंसे लोगों को लिफ्टिंग कर निकाला 

ब्लास्ट के दौरान हुए क्लोरीन रिसाव के कारण छत पर छुपे लोगों की हालात बिगड़ गई। वहीं कुछ लोग गोलीबारी में घायल हुए। एनडीआरएफ के जवानों ने करीब 60 फीट ऊंची छत से एक बच्चे की डमी को गोद में लेकर रस्सी के सहार लिफ्ट कराकर नीच उतारा। इसके बाद रोप स्ट्रेचर में एक युवक को लिटाकर पूरी कवरिंग देते हुए सुरक्षित नीचे लेकर पहुंचे। यह देख वहां खड़े लोगों ने तालियां बजाकर उनका उत्साहवर्धन किया।  

आपदा के समय जनता सुरक्षा टीमों का ऐसे करें सहयोग 

  • केमिकल रिसाव के दौरान अगर आप खुले स्थान पर हैं तो कमरे के अंदर चले जाएं।
  • एसी, कूलर, दरवाजे और खिड़की बंद कर लें।
  • हवा के विपरीत दिशा में खड़े हों।
  • केमिकल रिसाव के दौरान यह शरीर का कोई भी अंग प्रभावित हो तो उसे गुनगुने पानी से धो लें।
  • शांति बनाए रखे
  • अफवाहों पर ध्यान न दें और न ही अफवाह फैलाए।
  • घटनास्थल पर सेल्फी न लें, अनावश्यक भीड़ न लगाएं और न ही इधर उधर घूमें। 

क्या कहते हैं अफसर ?

एनडीआरएफ डीआइजी आलोक कुमार सिंह का कहना है कि 'लोगों को जागरूक करने के लिए एटीएस, एनडीआरफ, पीएसी, एसडीआरफ समेत अन्य सुरक्षा इकाइकों के साथ आतंकियों के हमले का नाटकीय रूपांतरण किया गया है। इससे लोग जागरूक होंगे और सतर्क रहेंगे। भगदड़ न करें और ऐसी स्थिति में रेस्क्यू में लगी सुरक्षा बलों का सहयोग करें।'